साप्ताहिक सक्रिय मामलों की दर 16.56 प्रतिशत है

पिछले 24 घंटों में 70 लाख से अधिक (70,49,779) वैक्सीन की खुराक देने के साथ ही भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज आज सुबह 7 बजे तक अंतिम रिपोर्ट के अनुसार 160.43 करोड़ (1,60,43,70,484) से अधिक हो गया। इस उपलब्धि को 1,72,80,628 टीकाकरण सत्रों के जरिये प्राप्त किया गया है। आज सुबह 7 बजे तक की अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार कुल टीकाकरण का विवरण इस प्रकार से है: स्वास्थ्य कर्मी पहली खुराक 1,03,91,052 दूसरी खुराक 98,02,401   प्रीकॉशन खुराक 24,43,673   अग्रिम पंक्ति के कर्मी पहली खुराक 1,83,89,891 दूसरी खुराक 1,71,04,055   प्रीकॉशन खुराक 22,78,810   15-18 वर्ष आयु वर्ग पहली खुराक 3,96,06,464   18-44 वर्ष आयु वर्ग पहली खुराक 53,13,79,742 दूसरी खुराक 38,12,54,261  45-59 वर्ष आयु वर्ग पहली खुराक 19,85,98,912 दूसरी खुराक 16,44,76,409    60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग पहली खुराक 12,37,54,315 दूसरी खुराक 10,27,51,056 […]

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कोविन पर एक मोबाइल नंबर का उपयोग करके छह सदस्यों को पंजीकृत किया जा सकता है

लाभार्थियों के लिए कोविन की उपयोगिता के संदर्भ में लगातार नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं। इसी क्रम में, कोविन के स्व-पंजीकरण पोर्टल में निम्नलिखित विशेषताएं जोड़ी गई हैं। ए) कोविन पर पंजीकरण – एक मोबाइल नंबर का उपयोग करके 4 सदस्यों की मौजूदा सीमा के बजाय, अब 6 सदस्यों को कोविन पर पंजीकृत किया जा सकता है। बी) टीकाकरण […]

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पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और भारतीय नौसेना जल्द ही जलमग्न वाहनों के डिजाइन और विकास के क्षेत्रों में जानकारी साझा करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे: डॉ. जितेंद्र सिंह

नौसेनाध्यक्ष, एडमिरल आर. हरि कुमार ने केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की और ’डीप ओशन मिशन’ में सहयोग बढ़ाने के तौर-तरीकों पर चर्चा की, जो भारत की ’ब्लू इकोनॉमी’ अर्थात नीली अर्थव्यवस्था का पथप्रदर्शक है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, संसाधनों के लिए भारत के गहरे महासागर में पता लगाने और महासागर के संसाधनों का सतत उपयोग करने के लिए गहरे समुद्र के लिये प्रौद्योगिकी विकसित करने को लेकर ’डीप ओशन मिशन’ की परिकल्पना की गई है। उन्होंने कहा कि भारत के भविष्य की अर्थव्यवस्था पर इसका महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। भारतीय नौसेना डीप ओशन काउंसिल की सदस्य है और वह गहरे पानी में मानव चालित पनडुब्बी की लांचिंग और रिकवरी में शामिल रहेगी, जिसे डीप ओशन मिशन के तहत विकसित किया जाएगा। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और भारतीय नौसेना जल्द ही जलग्न वाहनों का डिजाइन और विकास करने के क्षेत्रों में जानकारी साझा करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वाले हैं। डॉ. जितेंद्र सिंह ने याद दिलाया कि पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि ’डीप ओशन’ मिशन 21वीं सदी में भारत के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। डीप ओशन मिशन भारत सरकार की नीली अर्थव्यवस्था की पहलों में मदद के लिए मिशन मोड में चलाई जा रही एक परियोजना है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि मानवयुक्त सब्मर्सिबल मत्स्य-6000 का प्रारंभिक डिजाइन पूरा हो गया है और इसरो, आईआईटीएम एवं डीआरडीओ सहित विभिन्न संगठनों के समर्थन से इसकी प्राप्ति शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक सेंसर और उपकरणों के साथ 3 लोगों को समुद्र में 6000 मीटर की गहराई तक ले जाने के लिए इसका डिजाइन किया गया है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने पिछले साल अक्टूबर में चेन्नई में भारत का पहला मानवयुक्त महासागर मिशन समुद्रयान लांच किया था और भारत इस तरह संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, जापान, फ्रांस और चीन जैसे देशों के उस इलीट क्लब में शामिल हो गया जिनके पास सागर की गहराई के कार्यकलापों के लिए इस तरह के पानी के भीतर चलने वाले वाहन हैं। डॉ. सिंह ने बताया कि इस विशेष प्रौद्योगिकी से पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय को समुद्र में 1000 से 5500 मीटर के बीच की गहराई में स्थित पॉलीमेटेलिक मैंगनीज नोड्यूल, गैस हाइड्रेट्स, हाइड्रो-थर्मल सल्फाइड और कोबाल्ट क्रस्ट जैसे संसाधनों की खोज गहरे समुद्र में करने में सुविधा मिलेगी। मोदी सरकार ने जून, 2021 में डीप ओशन मिशन (डीओएम) को मंजूरी दी थी, जिसके लिए पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा 5 साल के लिए कुल 4077 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया गया था। डीओएम एक बहु-मंत्रालयी और बहु-विषयक कार्यक्रम है जिसमें गहरे समुद्र में प्रौद्योगिकी के विकास पर जोर दिया गया है जिसमें गहरे समुद्र में खनन, खनिज संसाधनों की खोज और समुद्री जैव विविधता, महासागरीय खोज, गहरे समुद्र में गहराई का अवलोकन और समुद्री जीव विज्ञान में क्षमता निर्माण के लिए एक अनुसंधान पोत के लिए प्रौद्योगिकी के साथ-साथ पानी की 6000 मीटर गहराई में चलने वाले मानवयुक्त सबमर्सिबल का विकास शामिल है। <><><><><>

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राष्ट्रीय समर स्मारक में ज्योति विलय समारोह

माननीय प्रधानमंत्री ने 25 फरवरी 2019 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन कर इसे राष्ट्र को समर्पित किया था। यह स्मारक स्वतंत्रता के बाद से हमारे वीर सैनिकों द्वारा किए गए बलिदान का प्रमाण है। स्मारक में एक शाश्वत ज्‍योति है जो किसी सैनिक द्वारा अपना कर्तव्य निभाते हुए किए गए सर्वोच्च बलिदान का उदाहरण है और इस प्रकार उसे […]

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सेना प्रमुख ने भोपाल का दौरा किया

थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का दो दिवसीय भोपाल दौरा आज समाप्त हो गया। इस दौरान सेना की दक्षिणी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नैन भी री नरवणे के साथ मौजूद थे। सुदर्शन चक्र कोर कमांडर और अन्य कमांडरों ने थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) को ऑपरेशन संबंधी तत्परता और सेना के विन्यास को आधुनिक, […]

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नेताजी चाहते थे कि युवा अपने जेहन में देश को सर्वोपरि रखें: सुश्री रेणुका मलाकर

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती समारोह के हिस्से के अवसर पर  भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय और प्रादेशिक लोकसमपर्क ब्यूरो ने “पराक्रम दिवस” के संबंध में एक वेबिनार का आयोजन किया। भारत सरकार ने आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती दिवस 23 जनवरी को हर साल ‘पराक्रम दिवस’ के […]

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गुजरात में रिसाइक्लिंग वाहन स्क्रैपेज सुविधा के लिए 11 जनवरी को एनएसडब्ल्यूएस पोर्टल के माध्यम से पहली मंजूरी दी गई

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा है कि संचालन की सरलता और पारदर्शिता राष्ट्रीय एकल खिड़की प्रणाली (एनएसडब्ल्यूएस) का केंद्र बिंदू होना चाहिए। एनएसडब्ल्यूएस प्लेटफॉर्म की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्री गोयल ने कहा कि एनएसडब्ल्यूएस पोर्टल पर प्रत्येक एकीकृत मंत्रालय के अनुमोदनों के एक […]

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कोयला सचिव ने कोयला दर्पण पोर्टल का शुभारंभ किया

कोयला क्षेत्र से संबंधित मुख्य प्रदर्शन संकेतक (केपीआई) साझा करने के लिए कोयला मंत्रालय के सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन ने आज एक पोर्टल “कोयला दर्पण” का शुभारंभ किया। इस पोर्टल में प्रारंभिक चरण के रूप में निम्नलिखित केपीआई शामिल किये गए हैं – 1. कोयला/लिग्नाइट उत्पादन, 2. कोयला/लिग्नाइट की कुल खरीद, 3. अन्वेषण डाटा, 4. केंद्रीय क्षेत्र की योजनाएं, 5. ताप विद्युत संयंत्रों में कोयला भंडार की स्थिति, 6. बुनियादी ढांचा परियोजनाएं, 7. कोयला ब्लॉकों का आवंटन (सीएमएसपी/एमएमडीआर), 8. प्रमुख कोयला खदानों की निगरानी (सीआईएल), 9. कोयला मूल्य। इस कार्यक्रम में कोयला मंत्रालय और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के वरिष्ठ अधिकारी भी (वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से) उपस्थित थे। पोर्टल को इसके उपयोगकर्ताओं के लिए अधिक अनुकूल बनाने हेतु अधिकारियों द्वारा सुझाव एवं विचार प्रस्तुत किये गए। अधिकतम सार्वजनिक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए यह पोर्टल कोयला मंत्रालय की वेबसाइट (https://coal.gov.in) के माध्यम से सुलभता से उपलब्ध है। *****

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मणिपुर के 50वें स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री के सम्‍बोधन का मूल पाठ

खुरुमजरी ! नमस्कार स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर मणिपुरवासियों को बहुत-बहुत बधाई ! मणिपुर एक राज्य के रूप में आज जिस मुकाम पर पहुंचा है, उसके लिए बहुत लोगों ने अपना तप और त्याग किया है। ऐसे हर व्यक्ति को मैं आदरपूर्वक नमन करता हूं। मणिपुर ने बीते 50 सालों में बहुत उतार चढ़ाव देखे हैं। हर तरह के समय को सभी मणिपुर वासियों ने एकजुटता के साथ जीया है, हर परिस्थिति का सामना किया है। यही मणिपुर की सच्ची ताकत है। बीते 7 सालों में मेरा निरंतर प्रयास रहा है कि आपके बीच आऊं और आपकी अपेक्षाओं, आकांक्षाओं और आवश्यकताओं का फर्स्ट हैंड अकाउंट ले सकूं। यही कारण भी है कि मैं आपकी उम्मीदों को, आपकी भावनाओं को, और बेहतर तरीके से समझ पाया और आपकी समस्याओं के समाधान के नए रास्ते तलाश कर पाया। मणिपुर शांति डिज़र्व करता है, बंद-ब्लॉकेड से मुक्ति डिज़र्व करता है। ये एक बहुत बड़ी आकांक्षा मणिपुरवासियों की रही है। आज मुझे खुशी है कि बीरेन सिंह जी के नेतृत्व में मणिपुर के लोगों ने ये हासिल किया है। बड़े लंबे इंतजार के बार हासिल किया है। आज बिना किसी भेदभाव के मणिपुर के हर क्षेत्र, हर वर्ग तक विकास पहुंच रहा है। मेरे लिए ये व्यक्तिगत तौर पर बहुत संतोष की बात है। साथियों, मुझे ये देखकर बहुत खुशी होती है कि आज मणिपुर अपना सामर्थ्य, विकास में लगा रहा है, यहां के युवाओं का सामर्थ्य विश्व पटल पर निखर कर आ रहा है। आज जब हम मणिपुर के बेटे-बेटियों का खेल के मैदान पर जज्बा और जुनून देखते हैं, तो पूरे देश का माथा गर्व से ऊंचा हो जाता है। मणिपुर के युवाओं के पोटेंशियल को देखते हुए ही, राज्य को देश का स्पोर्ट्स पावर हाउस बनाने का बीड़ा हमने उठाया है। देश की पहली नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना के पीछे यही सोच है। खेल को, खेल से जुड़ी शिक्षा, खेल प्रबंधन और तकनीक को प्रोत्साहित करने के लिए ये बहुत बड़ा प्रयास है। स्पोर्ट्स ही नहीं, स्टार्टअप्स और entrepreneurship के मामले में भी मणिपुर के युवा कमाल कर रहे हैं। इसमें भी बहनों-बेटियों का रोल प्रशंसनीय है। हैंडिक्राफ्ट की जो ताकत मणिपुर के पास है, […]

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मेघालय के 50वें स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री के सम्‍बोधन का मूल पाठ

नमस्कार ! सभी मेघालय वासियों को राज्य की स्थापना के Golden Jubilee Celebration की बहुत-बहुत बधाई ! मेघालय के निर्माण और विकास में योगदान देने वाले प्रत्येक व्यक्ति का मैं आज अभिनंदन करता हूं। 50 साल पहले जिन्होंने मेघालय के स्टेटहुड के लिए आवाज़ उठाई, उनमें से कुछ महान विभूतियां इस समारोह में मौजूद हैं। उनको […]

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