पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पावरग्रिड) ने आज कश्मीर के उरी में अपग्रेड और डिजिटाइज्ड किये हुए दस आर्मी गुडविल स्कूलों (एजीएस) को जीओसी 15 कोर के लेफ्टिनेंट जनरल डी पी पांडे, पावरग्रिड उत्तरी क्षेत्र- II के कार्यकारी निदेशक श्री कैलाश राठौर और पावरग्रिड तथा भारतीय सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में सौंपा। इन विद्यालयों की कक्षाओं को पावरग्रिड के नैगमिक सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहल के तहत अपग्रेड और डिजिटाइज़ किया गया है।
पावरग्रिड ने दस आर्मी गुडविल स्कूलों (एजीएस) में छात्रों को प्रौद्योगिकी उन्मुख शिक्षा प्रदान करने के लिए भारतीय सेना को 3.09 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है। इन स्कूलों में शामिल हैं : एजीएस-बोनियार, बारामुला, एजीएस-हाजीनार, कुपवाड़ा, एजीएस-वायने, बांदीपोरा, एजीएस-चंडीगाम, कुपवाड़ा, एजीएस- बडकोट, कुपवाड़ा, एजीएस- सोपोर, बारामुला, एजीएस- क्रुसान, कुपवाड़ा, एजीएस-बेहिबाग, कुलगाम, एजीएस- ऐशमुक़म, अनंतनाग और एजीएस- वुज़ूर, अनंतनाग।
पावरग्रिड का यह सीएसआर प्रयास लगभग 5000 छात्रों को डिजिटल शिक्षा के माध्यम से नवीनतम तकनीकी, वैज्ञानिक सोच और सांस्कृतिक विकास के साथ अपडेट रहने तथा डिजिटल सहायता की मदद से सूचनाओं तक तेजी से पहुंचने में सक्षम बनाएगा। इस कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी पहल के माध्यम से कश्मीर घाटी के छात्रों को आगे बढ़ने के लिए नवीनतम शिक्षण समाधान उपलब्ध होंगे।
पावरग्रिड की वर्तमान में 172,154 सीकेएम ट्रांसमिशन लाइन, 262 सब-स्टेशन और 446,940 एमवीए से अधिक उत्पादन क्षमता है। नवीनतम तकनीकी उपकरणों और प्रौद्योगिकी को अपनाने, स्वचालन तथा डिजिटल समाधानों के उन्नत उपयोग के साथ पावरग्रिड औसत पारेषण प्रणाली उपलब्धता 99% से ज्यादा बनाए रखने में सक्षम है। जम्मू में मुख्यालय के साथ उत्तरी क्षेत्र-II की पारेषण प्रणाली पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा के कुछ हिस्सों और केंद्र शासित प्रदेशों चंडीगढ़, लद्दाख तथा जम्मू और कश्मीर में फैली हुई है।