पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्वामी दयानन्द अस्पताल के 100 से अधिक डाक्टरों को जो पिछले 4 महीनों से वेतन न दिए जाने के चलते 3 दीनों से हड़ताल पर है उनको बर्खास्त किया जाना नगर निगम के अमानवीय और असंवेदनशीलता को दर्शाता है-चौ. अनिल कुमार

दैनिक समाचार

भाजपा ने एमसीडी के लगभग 70 स्कूलों को बंद करने का फैसला बिल्डर माफिया को लाभ पहचाने को किया- चौ. अनिल कुमार

नई दिल्ली-4 फरवरी, 2022- दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा शासित दिल्ली नगर निगमों में भ्रष्टाचार इतना फैल चुका है कि पूर्वी दिल्ली में एमसीडी के सबसे बड़े अस्पताल स्वामी दयानंद अस्पताल के लगभग 100 डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ जो पिछले चार महीनों से वेतन न मिलने के कारण 1 फरवरी, 2022 से अपने लंबित वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर है उन सभी डाक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ को कोविड -19 महामारी के दौरान किए गए कार्यों के लिए उनकी तनखाह देने और सम्मानित करने की बजाय नौकरी समाप्ति के नोटिस जारी कर अमानवीय कार्य किया है । कांग्रेस पार्टी डाक्टरों की मांगों का सर्थन करती है और भाजपा शासित एमसीडी से मांग करती है कि 3 महीने से रुके हुए डाक्टरों को शीघ्र अति शीघ्र वेतन दिया जाए।

चौ. अनिल कुमार ने कहा कि डॉक्टरों की हड़ताल से ओपीडी सहित अस्पताल की तमाम सेवाएं ठप हो गई हैं, जिससे गरीब मरीजों को परेशानी हो रही है, जिनके इलाज के लिए अस्पताल ही सहारा है। चौ. अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली में कोरोना मरीजों की जो इतनी जल्दी रिकवरी हो पाई उसमें डाक्टरों का अहम रोल रहा है, डाक्टरों ने करोना काल में भी अपनी जान की परवाह न करते हुऐ लाखों लोगों की जान बचाई है और एमसीडी में बैठी भाजपा सरकार ऐसे कोरोना योद्धा डाक्टरों का अपमान कर रही है और कई महीनों से उनको वतेन भी नहीं दिया गया हैं। उन्होंने कहा कि डाक्टरों के इस प्रकार से हड़ताल पर चले जाने से दयानन्द अस्पताल की आपातकालीन सेवाएं भी बिल्कुल बन्द पड़ी है जिससे इस अस्पताल में आने वाले गम्भीर रूप के मरीजों को भी काफी परेशानियों का शामना करना पड़ रहा है।

चौ. अनिल कुमार ने कहा कि नगर निगमों के आसन्न चुनावों से भाजपा के नेताओं में आक्रोश है क्योंकि वे अच्छी तरह से जानते हैं कि भाजपा का 15 साल का कुशासन समाप्त होने वाला है इसलिए वें सभी भाजपा नेता एमसीडी को नष्ट करने पर तुले हुऐ है, और इसी के चलते एमसीडी के लगभग 70 स्कूलों को बंद करने का कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की तरह एमसीडी शिक्षकों को अपने वेतन की मांगों को लेकर अक्सर हडताल पर जाना पड़ता रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूलों को बंद करने के निगम के फैसले से भाजपा के भ्रष्ट नेताओं के उद्देश्य की पूर्ति होगी क्योंकि वें एमसीडी के स्कूलों की जमीन निजी बिल्डरों को बेचकर करोड़ों की कमाई करना चाहते है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो एमसीडी के कई अध्यापक व स्कूल स्टॉफ भी बेरोजगार हो जाऐगा।

चौ. अनिल कुमार ने कहा कि एमसीडी का तर्क है कि वे किसी भी स्कूल को बंद नहीं कर रहे हैं, लेकिन केवल छात्रों की कमी के कारण सुबह और शाम की पाली का विलय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान डगमगाई अर्थव्यवस्था के कारण कई अभिभावाकों को आर्थिक संकट की स्थिति के चलते अपने बच्चों को निजी निजी स्कूलों से निकाल कर सरकारी स्कूलों में भर्ती करा दिया था अगर एमसीडी 70 स्कूलों बन्द कर देता है तो यह लाखों बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड होगा।

चौ. अनिल कुमार ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द को आडे हाथों लेते हुऐ कहा कि अरविन्द केजरीवाल के पास चुनाव वालों राज्यों में अपना व अपनी पार्टी के चुनाव व प्रसार करने के लिए पर्याप्त धन है परन्तु करोनो योद्धा डाक्टरों को वेतन देने के लिए वे कतराते है, वें आरोप-प्रत्योंप की राजनीति करते हुऐ राज्य कोष में झूठे धन के अभाव के लिए भाजपा को दोषी ठहरा देते ताकि अरविन्द केजरीवाल अपनी जिम्मेदारियों से बच सके। उन्होेंने कहा कि आप आदमी पार्टी भाजपा की बी टीम है ये दोनों पार्टीयां ही आपस में आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करके अपने-अपने दायित्व से मुख मोड़ लेते है।

चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि अगर व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए स्कूल की जमीन हड़पने के लिए एमसीडी स्कूलों को बंद करने का दिल्ली कांग्रेस कड़ा विरोध करेगी
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि अदालत ने डॉक्टरों और अन्य अस्पताल कर्मचारियों को वेतन का भुगतान नहीं करने के लिए पहले भी कई बार एमसीडी और दिल्ली सरकार को फटकार लगा चुकी है लेकिन फिर भी उन्हें अदालत की सख्ती की परवाह नहीं है।

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