माकपा कार्यालय पर पुलिस का छापा

दैनिक समाचार

माकपा राज्य सचिव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर नाराजगी जताई

भोपाल। सात मार्च की सुबह माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य कार्यालय में पुलिस द्वारा बिना सर्च वारंट घुस कर बिना वारंट पार्टी के वरिष्ठ नेता ए टी पदमनाभन को गिरफ्तार किए जाने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख कर पार्टी की नाराजगी जाहिर करते हुए इसे लोकतंत्र के लिए अशुभ संकेत बताया है।

माकपा राज्य सचिव जसविंदर सिंह की ओर से मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है कि विपक्षी पार्टियों की ओर से सरकार की नीतियों के विरोध में धरना, प्रदर्शन, सत्याग्रह आदि परंपरागत तरीके हैं। विधान सभा सत्र के दौरान आम तौर प्रदर्शनों का सिलसिला शुरू हो जाता है। मगर भाजपा सरकार ने न केवल इन प्रदर्शनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है, बल्कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मंडलों से मुलाकातें भी बंद कर दी गई है। जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।

माकपा ने अपने पत्र में कहा है •ि आपातकाल के दौरान भी किसी राजनीतिक दल के कार्यालय में पुलिस जबरिया नहीं घुसी थी। पत्र में यह कहा गया है कि राजनीतिक स्तर पर लिए गए निर्णय के बिना पुलिस यह हरकत नहीं कर सकती है। माकपा ने मुख्यमंत्री से कहा है कि यदि यह घटना राजनीतिक स्तर पर चर्चा के बाद हुई है तो इसकी पुर्नावृत्ति को रोका जाना चाहिए और यदि पुलिस प्रशासन ने अपने स्तर पर की है तो दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाहीकी जानी चाहिए।

माकपा नेता ने नेता प्रतिपक्ष श्री कमलनाथ को भी पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है।

                                                                                                                                                                प्रेषक



                                                                                                                                                            जसविंदर सिंह

                                                                                                                                                            राज्य सचिव

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