वायुसेनाध्यक्ष ने मध्य वायु कमान के मुख्यालय का दौरा किया

वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेस भदौरिया पीवीएसएम एवीएसएम वीएम एडीसी ने वार्षिक कमाडंर सम्मेलन के अवसर पर 16 सितंबर, 21 को प्रयागराज स्थित मध्य वायु कमान मुख्यालय का दौरा किया। एयर मार्शल आरजे डकवर्थ एवीएसएम वीएसएम, एयर ऑफिसर कमानडिंग-इन-चीफ (एओसी-इन-सी) मध्य वायु कमान ने वायुसेनाध्यक्ष की अगवानी की। कमान मुख्यालय पहुंचने पर वायुसेनाध्यक्ष को रस्मी सलामी गारद […]

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एमएसएमई मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री अलका नांगिया अरोड़ा ने एनएसआईसी की सीएमडी के रूप में कार्यभार ग्रहण किया

सुश्री अलका नांगिया अरोड़ा, आईडीएएस (91) ने 14 सितंबर, 2021 को राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड (एनएसआईसी) की अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) के पद का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किया। इस अवसर पर उन्होंने एनएसआईसी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की और सभी कर्मचारियों को 2021-22 के दौरान अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। सुश्री अलका अरोड़ा एक […]

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एनआरसी पंजीकरण के दो साल बाद भी असम अभी भी गतिरोध की स्थिति में

हिन्दी अनुवादक : प्रतीक जे. चौरसिया       राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) ने असम के लोगों की नागरिक गरिमा को एक ऐसे मुश्किल प्रश्न पर पहुंचा दिया है, जहां उनके जीवन को लगातार मौत से लड़ा जा रहा है। हालिया रिपोर्टों के अनुसार, 27.43 लाख लोगों के आधार नामांकन को निलंबित कर दिया गया है और […]

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NRC (এনআরসি) বা জাতীয় নাগরিক নিবন্ধন এর দুবছর পরেও আসামে এখনো চরম অচলাবস্থা বর্তমান

       জাতীয় নাগরিক নিবন্ধন প্রিক্রিয়া (National Register of Citizens [NRC]) আসামের মানুষের নাগারিক সম্মান কে এক চরম প্রশ্নের সামনে এনে দাড় করিয়েছে যেখানে তাদের জীবন মৃত্যুর সাথে প্রতিনিয়ত লড়াই করতে হচ্ছে। সম্প্রতি পাওয়া খবর আনুসারে, 27.43 লক্ষ লোকের আধার (Aadhar) তালিকাভুক্তি স্থগিত করা হয়েছে এবং শীঘ্রই এই সমস্যা দূরীকরণের কোন প্রয়াস সরকার থেকে করা হয়নি। […]

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2024 में तय हो जाएगा भारतीय लोकतंत्र का भविष्य

द्वारा : हरीशचंद्र गुप्ता       समय बड़ा बलवान। यह कभी कैसा होता है तो कभी कैसा। मनुष्य समय पर या तो सवारी करता है या समय के साथ बहता है। मनुष्यों से देश बनता है और सभी देशों की हालत ऐसी ही है। वे परंपरा के साथ समय के प्रवाह में बह रहे हैं। भारत […]

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क्या भारत में जाति आधारित जनगणना की आवश्यकता है?

द्वारा : सत्यकी पॉल हिन्दी अनुवादक : प्रतीक जे. चौरसिया       हाल ही में, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने भारत की अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आबादी की गिनती की लंबे समय से लंबित मांग को फिर से उठाकर जाति-आधारित जनगणना की अपनी मांग को मानने के लिए […]

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गहरी है जड़ें किसानों के संघर्ष की !!

रजनीश_भारती (जनवादी किसान सभा उ. प्र.)                 दुनिया भर के बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मालिकों की गिद्ध दृष्टि किसानों की जमीन पर लगी हुई है और हमारे देश की खूंखार फासीवादी सरकार देशी विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ मिलकर देश के किसानों की जमीन लूटने के लिए तीन काले कानून बना चुकी है, जिसके खिलाफ आज […]

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अथक रूप से जारी किसान आन्दोलन (2020-21) और इस तरह की असहमति के प्रति केंद्र सरकार की उदासीनता

द्वारा : मुनिबारबरुई 26 जुलाई 2021 को चल रहे किसानों के विरोध ने अपना 8वां महीना पूरा कर लिया है और जल्द ही 26 अगस्त, 2021 को यह अपना 9वां महीना पूरा कर लेगा। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) पिछले साल, यानी 2020 में केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ इस […]

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The relentless ongoing Farmers Protest (2020-21) and the Central Government’s Apathy towards such dissent

By : MunibarBarui On July 26, 2021 the ongoing farmers protest has completed its 8th month and soon on August 26, 2021 it will complete its 9th month. The Samyukt Kisan Morcha (SKM) is spearheading this movement against the three farm laws introduced by the Union Government last year i.e., 2020. In current context, the […]

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