जापानी साम्राज्यवाद

3 जनवरी, 1868 से 2 सितम्बर, 1945 तक जापानी साम्राज्य अपने चरमोत्कर्ष पर था। 1872 में जापान में सैनिक सेवा अनिवार्य की गई थी। 1863 ई. में अमेरिकी नाविक पैरी ने बल प्रयोग कर जापान का द्वार अमेरिकी व्यापार के लिए खोला था। जापानी साम्राज्यवाद का पहला शिकार 1894-95 में चीन हुआ था। उसने रूस […]

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इटली में फासिस्टों का उदय

फासिज्म का उदय सर्वप्रथम इटली में हुआ। इसके जन्मदाता बेनिटो मुसोलिनी को माना जाता है। उसके दल का नाम ‘फासिस्टवाद’ था। मुसोलिनी का जन्म 29 जुलाई, 1883 ई. में रोमाग्ना स्थित प्रिदाप्यो नामक गाँव में हुआ था। उसे ‘ड्यूस’ नाम से पुकारा जाता है। फासीवादी राष्ट्रवाद का समर्थन करते थे। उसके स्वयंसेवक काली कमीज पहनते […]

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जर्मनी में नाजीवाद का उदय

जर्मनी में नाजी दल का उत्थान हिटलर के नेतृत्व में हुआ था। उसने 1920 में नेशनल सोशलिस्ट पार्टी का गठन किया था। वह जर्मन वर्क्स पार्टी का संस्थापक भी था। नाजी दल का प्रचार-कार्य ‘गोयबल्स’ सँभालता था। हिटलर का जन्म 20 अप्रैल, 1889 को वॉन में हुआ था। उसका पूरा नाम एडोल्फ हिटलर है। जर्मन […]

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तुर्की

तुर्की में एकता और प्रगति समिति का गठन 1889 में हुआ था। प्रारम्भ में मुस्तफा कमाल पाशा इस समिति के प्रभाव में आया था। ‘पान इस्लामिज्म’ का नारा अब्दुल हमीद द्वितीय ने दिया था। युवा तुर्क आन्दोलन की शुरूआत इसी के शासनकाल (1908) में हुई। आधुनिक तुर्की का निर्माता मुस्तफा कमाल पाशा को माना जाता […]

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विश्व इतिहास के प्रमुख युद्ध

वर्ष          युद्ध                      जिनके मध्य लड़ा गया 490 ई. पू.    मैराथन का युद्ध                  यूनानियों तथा ईरानियों के मध्य 1066 ई.     हेस्टिंग्स का युद्ध           नारमण्डी के ड्यूक विलियम प्रथम एवं इंग्लैण्ड के                                  शासक हैरोल्ड के मध्य 1337-1453  शतवर्षीय युद्ध              इंग्लैण्ड और फ्रांस के मध्य 1562-98     फ्रांसीसी धर्म युद्ध […]

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प्रमुख तथ्य

मेसोपोटामिया की सभ्यता ‘दजला’ व ‘फरात’ नामक दो नदियों के मध्य विकसित हुई थी। इसे सबसे प्राचीन सभ्यता मानी जाती है। इस कांस्ययुगीन सभ्यता का काल लगभग 3000 ई.पू. से 600 ई.पू. माना जाता है। 2084 ई.पू. से 2024 ई.पू. के बीच हम्बूराबी बेबीलोन का शासक था, जिसने विश्व की पहिली विधि संहिता की रचना […]

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पुनर्जागरण

             पुनर्जागरण का प्रारम्भ इटली के फ्रलारेंस नगर से माना जाता है।              इटली के महान कवि दाँते को पुनर्जागरण का अग्रदूत माना जाता है। उन्होंने इटली की बोलचाल की भाजा ‘टस्कन’ में ‘डिवाइन कॉमेडी’ नामक काव्य की रचना की थी।              पुनर्जागरण को प्रश्रय देनेवाला दूसरा व्यक्ति इटली निवासी पेट्रॉक था। इसे मानवतावाद का […]

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