नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में नवीकरणीय ऊर्जा पर “न्यू फ्रंटियर्स” (नई सरहदें) नामक एक कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। यह कार्यक्रम 16 फरवरी से 18 फरवरी, 2022 तक चलेगा।
कार्यक्रम के भाग के रूप में मंत्रालय “इंडियाज़ लीडरशिप इन एनर्जी ट्रांजिशन” (ऊर्जा संक्रांति में भारत का नेतृत्व) विषय पर एक कार्यक्रम करेगा, जिसमें सभी व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हो सकेंगे। यह कार्यक्रम 16 फरवरी, 2022 को विज्ञान भवन में आयोजित किया जायेगा। विद्युत तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आरके सिंह तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री श्री भगवन्त खूबा विशेष सम्बोधन करेंगे। “सिटीजन-सेंट्रिक एनर्जी ट्रांजिशन – दी इंडिया स्टोरी” (नागरिक-केंद्रित ऊर्जा संक्रांति – भारत की गाथा) नामक एक वीडियो भी दिखाया जायेगा, जिसमें ऊर्जा-प्रतिबद्धताओं (एनर्जी कॉम्पैक्ट्स-ईसी) को रेखांकित किया जायेगा। बिजली तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आरके सिंह के साथ बातचीत का भी आयोजन किया जायेगा। इसके बाद छात्रों और विचारक-समूहों के साथ प्रश्नोत्तरी का सत्र चलेगा। जिन अग्रणी उद्योगपतियों ने अपनी-अपनी ऊर्जा-प्रतिबद्धतायें जमा कर दी हैं, उन सभी को श्री आरके सिंह और श्री भगवन्त खूबा सम्मानित करेंगे। कार्यक्रम के दौरान ऊर्जा-प्रतिबद्धताओं पर एक पुस्तिका का भी विमोचन किया जायेगा।
मंत्रालय 17 फरवरी, 2022 को तीन वेबिनारों का आयोजन करेगा। इन वेबिनारों के विषय “विमेन इन आरई-कॉल फॉर ऐक्शन” (नवीकरणीय ऊर्जा में महिलायें-कार्रवाई का आह्वान), “रोल ऑफ आईएसए इन एनर्जी ट्रांजिशन” (ऊर्जा संक्रांति में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की भूमिका) और “रोल ऑफ क्लीन-टेक स्टार्ट-अप्स एंड क्लाइमेट आंत्रप्रेय्नोर इन प्रोवाइडिंग क्लीन एंड अफर्डेबल एनर्जी” (स्वच्छ तथा सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराने में स्वच्छ-तकनीक स्टार्ट-अप तथा जलवायु उद्यमी की भूमिका) हैं।
कार्यक्रम के अंतिम दिन, यानी 18 फरवरी, 2022 को “रोडमैप टू अचीव नेट-ज़ीरो कार्बन एमीशंस बाय 2070” (वर्ष 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिये योजना) विषय पर वर्चुअल माध्यम से एक कार्यक्रम किया जायेगा। कार्यक्रम की शुरूआत फिक्की के महानिदेशक के स्वागत भाषण तथा विषय प्रवर्तन से होगी। इसके बाद माननीय विद्युत तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री का मुख्य वक्तव्य होगा। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, विद्युत मंत्रालय, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारतीय रेल, नवीकरणीय ऊर्जा वाले अग्रणी राज्यों के प्रमुख सचिवों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (बीईई, एनटीपीसी, एसईसीआई, पीजीसीआईएल, आदि), उद्योग तथा अन्य हितधारकों (सीईए, सीईआरसी, एसईआरसी, आदि) के साथ विचार गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा, ताकि शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य प्राप्त करने तथा ऊर्जा संक्रांति के उपायों से जुड़े मुख्य मुद्दों को समझा जा सके।
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