- नव-निर्मित भूमिगत जलाशय से दिल्ली कैंट और हरिनगर विधानसभा एरिया के करीब 1.5 स्थानीय निवासियों को होगा लाभ
- दिल्ली सरकार, दिल्ली के हर घर में पीने योग्य पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कर रही हर सम्भव प्रयास
- यह पानी के दबाब को बढ़ाने के लिए एक शानदार कदम साबित होगा, जिससे दिल्ली में मौजूदा जल संकट को हल करने में मदद मिलेगी- सत्येंद्र जैन
नई दिल्ली, 03 मार्च 2022
केजरीवाल सरकार दिल्ली के लोगों को 24 घंटे साफ पानी मुहैया कराने को लेकर अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को लगातार मजबूत कर रही है। 24 घंटे पेयजल की आपूर्ति करने और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती प्रदान करने के लिए दिल्ली के जल मंत्री और दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष सत्येंद्र जैन ने मायापुरी में 1.24 करोड़ लीटर की क्षमता के भूमिगत जलाशय व बूस्टर पम्पिंग स्टेशन का उद्घाटन किया।
वर्तमान में मायापुरी के कुछ इलाके जल संकट का सामना कर रहे हैं। गर्मी के दिनों में यहां पानी का संकट और बढ़ जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए दिल्ली सरकार ने इस क्षेत्र में एक भूमिगत जलाशय व बूस्टर पम्पिंग स्टेशन स्थापित किया है। बूस्टर पम्पिंग एक ऐसा उपकरण है, जो पानी के दबाब को जरूरी स्तर तक पहुंचाने के लिए अतिरिक्त बढ़ावा प्रदान करके कम पानी के दबाब और प्रवाह को बढ़ाता है। इस तरह, एक भंडारण टैंक द्वारा पानी घर और व्यावसायिक स्थानों तक आसानी से पहुंचाने में सक्षम है।
जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि यह पानी के दबाब को बढ़ाने के लिए एक शानदार कदम होगा, जिससे दिल्ली में मौजूदा जल संकट को हल करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने पर हरि नगर और दिल्ली छावनी क्षेत्र में रहने वाले लगभग 1.50 लाख निवासियों को लाभ होगा। यह छोटा सा कदम राजधानी में 24 घंटे पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के एक बड़े और अत्यधिक महत्वकांक्षी प्रयास का हिस्सा है और दिल्ली सरकार इस प्रतिबद्धता को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।
वहीं, मायापुरी में 1.24 करोड़ लीटर क्षमता वाले यू.जी.आर का काम पूरा हो चुका है और इसके चालू होने से हरि नगर और दिल्ली विधान सभा क्षेत्रों में जलापूर्ति बेहतर होगी। इस यू.जी.आर की शुरुआत से खजान बस्ती , माया एनक्लेव, एम-ब्लॉक, हरि नगर ,सुभाष नगर का हिस्सा, ए-ब्लॉक,मायापुरी पी.एच-l और ll समेत करीब 1.50 लाख निवासियों को पानी पर्याप्त दबाब के साथ उपलब्ध होने से सीधे लाभ होगा। परियोजना लागत में 10 साल का संचालन और रखरखाव भी शामिल हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार यमुना की सफाई और दिल्ली के सभी निवासियों को 24 घंटे पानी की आपूर्ति प्रदान करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिन-रात अथक कार्य कर रही है।