दिल्ली के आज की देन है दिल्ली हाट, यहां आना हमेशा देता है एक सुखद एहसास: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
दिल्ली हाट को बनायेंगे हिंदुस्तान के दिल की धड़कन, दिल्ली हाट को और सुंदर बनाने के लिए पर्यटन विभाग को भेजे अपने अमूल्य सुझाव- उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
सालों से भारत की समृद्ध विरासत को बनाए रखने, संरक्षित करने और देश भर के जरूरतमंद कलाकारों को अपने हुनर का प्रदर्शन करने के लिए मंच प्रदान कर रहा है दिल्ली हाट- उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
आधुनिक जरूरतों को पूरा करते हुए लोगों को शहर के बीचो-बीच पारंपरिक ग्रामीण बाज़ार का माहौल देता है दिल्ली हाट, यहां परिवार-दोस्तों के साथ आकर पारंपरिक भारतीय खान-पान, परिधान, आर्ट एंड क्राफ्ट का उठाएं लुत्फ़- उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
28 मार्च, नई दिल्ली
आईएनए स्थित दिल्ली हाट वर्षों से हजारों हस्तशिल्प व हथकरघा कारीगरों को अपना हुनर दिखने के लिए मंच प्रदान करता रहा है व हस्तशिल्प प्रेमियों के लिए वन स्टॉप डेस्टिनेशन के रूप में उभरा है| ये ओपन-एयर मार्केट प्लेस लोगों को न केवल खरीदारी का एक शानदार अनुभव देता है बल्कि क्राफ्ट, खान-पान और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से भारतीय कला और विरासत को दुनियाभर के खरीददारों व दर्शकों तक पहुंचाता है| सोमवार को केजरीवाल सरकार ने आईएनए स्थित दिल्ली हाट का 28वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि शहर के बीचोबीच ये अनूठा बाजार भारतीय संस्कृति-सभ्यता की समृद्धि को दिखाता है। साथ ही यह कई राज्यों के कलाकारों को कलाप्रेमियों और खरीददारों से सीधे जुड़ने का अवसर देता है|
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली हाट दिल्ली के उन नागिनों में से है कि जब दिल्ली में हमारा कोई दोस्त या रिश्तेदार आता है तो उसे दिल्ली हाट लेकर जरुर जाते है| उन्होंने कहा कि दिल्ली हाट दिल्ली के आज की देन है और हम सभी के दिल के करीब है| आज पूरी दिल्ली व सरकार को दिल्ली हाट पर गर्व है| दिल्ली हाट में आना हमेशा एक सुखद एहसास दिलाता है और यहां से जुडी यादें हमारे दिल में बसी होती है|
श्री सिसोदिया ने कहा कि वर्तमान जरूरतों को पूरा करते हुए दिल्ली हाट शहर के भीतर लोगों एक पारंपरिक ग्रामीण हाट या ग्रामीण बाजार का माहौल देता है| जहाँ लोग भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति, खान-पान, परिधान, आर्ट एंड क्राफ्ट आदि का लुत्फ़ उठा सकते हैं| उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों में दिल्ली हाट ने भारत की समृद्ध विरासत को बनाए रखने, संरक्षित करने और देश भर के जरूरतमंद कलाकारों को अपने हुनर का प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
श्री सिसोदिया ने कहा कि कोरोना महामारी ने अर्थव्यवस्था पर बुरा असर डाला और इससे कारीगरों व कलाकारों की आजीविका बुरी तरह प्रभावित हुई। लेकिन हमारी सरकार नए स्तर से रोजगार पैदा कर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है। इस दिशा में पर्यटन सेक्टर दिल्ली में रोजगार पैदा करने में प्रमुख भूमिका निभाएगा और दिल्ली हाट जैसे हमारे पर्यटन स्थल इसका हब बनकर उभरेंगे।
श्री सिसोदिया ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि दिल्ली हाट को और सुंदर बनाने के लिए पर्यटन विभाग को अपने अमूल्य सुझाव दे और दिल्ली हाट को हिंदुस्तान के दिल की धड़कन के रूप में विकसित करें|
उल्लेखनीय है कि 6 एकड़ में फैला हाट भारत और विदेशों के पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है। दिल्ली हाट आईएनए में रोजाना आने वालों की संख्या हजारों में होती है, और त्यौहार के सीजन के दौरान 20,000 तक पहुंच जाती है। यहां विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों को सरकार द्वारा अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने व बेचने के लिए मंच प्रदान किया जाता है ताकि वे उसे बिचौलियों के हस्तक्षेप के बिना बेच सकें| दिल्ली हाट कई महिला उद्यमियों को एक प्लेटफॉर्म भी देता है, जो यहां अपने प्रोडक्ट्स को बेचती हैं।