सिंधु से हिन्दू कैसे 🤔 🤔🤔 ?

दैनिक समाचार

ग्रीष्म ऋतु में होने वाले नवरात्रि के प्रथम दिवस को हिन्दू नव वर्ष कहकर हिन्दू जमकर बधाई देते हैं। कितनी अजीब बात है जो हिन्दू इस दिन को अपना नव वर्ष कहते हैं वो अपने बच्चों का जन्मदिन ईसाईयों (अंग्रेजों) के कैलेंडर के अनुसार ईसाइयों ( अंग्रेजों ) की तरह ( केक काटकर मोमबत्ती बुझाकर )मानते हैं। अपनी सालगिरह ईसाईयों (अंग्रेजों) के कैलेंडर के अनुसार मानते हैं।
हिन्दू शब्द न तो किसी वेद में हैं ,न पुराण में, न रामायण , न गीता में हैं। हिन्दू शब्द संस्कृत का भी नहीं हैं कुछ मूर्ख कहते हैं मुगल ( मुसलमान ) ” स ” का उच्चारण नहीं कर पाते थे इसलिए ” स ” शब्द को ” ह” बोलते थे यह बात ठीक वैसी ही है जैसे 2 हजार रुपये के नोट में चिप लगी हैं यह बात बिकाऊ मीडिया ने टीवी चैनलों पर खूब दिखाई।
“स” से शुरू होने वाले कुछ प्रमुख शब्द सल्तनत, सरज़मी, सलीका,सियासत, सुलह, सफर, संगीन, सआदतमंद (आज्ञाकारी ), सज़ा, सदक : (दान) , सदर ( मुख्य ), सदाक़त ( सत्यता ), सनद (प्रमाणपत्र ), सफाई , सफीर ( दूत ), सपहा ( पृष्ठ ), सबब (कारण ), सरपरस्त , सरहद, सलीस ( सरल), सैलाब, सेहत, इन शब्दों के सबूतों से मैं साबित कर रहा हैं कि ” स ” का उच्चारण वाली बात साजिश करके सादिर की गई हैं।
मुगलों का अभिवादन का महत्वपूर्ण शब्द सलाम हैं। जो “स” से शुरू होता हैं।
हिन्दू शब्द फारसी का शब्द हैं मुगलों ने पूरे होशोहवास में हिन्दू बोला है जिसका अर्थ होता है चोर, गुलाम, काला, डाकू आदि अब सोचो हिन्दुस्तान का क्या अर्थ हुआ ?
इसलिए इस शब्द के बजाय खुद को “भारतीय” बोले। भारतीय होने पर गर्व करें इसलिए भारत के संविधान में देश को india that is bharat लिखा गया है इसलिए मुझे भारतीय होने पर गर्व हैं। इसलिए मैं सदैव अपने देश को भारत कहता हूँ।

एडवोकेट राजेश चौधरी
एमकॉम, एम ए ( मानव अधिकार ), एलएलबी
बरेली यूपी
मो 09719993399
शिक्षा का अर्थ दुनिया का समझना ही नहीं बल्कि बदलना भी हैं। ✍️

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