दादरी-II और ऊंचाहार पावर स्टेशन में कोयले का भारी संकट, एक-दो दिन का ही बचा है स्टॉक, केंद्र सरकार पर्याप्त कोयला आपूर्ति करने का करे प्रबंध, ताकि दिल्ली वालों को 24 घंटे विद्युत आपूर्ति करने में न आए बाधा- सत्येंद्र जैन
दिल्ली को दादरी-II, ऊंचाहार, कहलगांव, फरक्का और झज्जर पावर प्लांट से प्रतिदिन 1751 मेगावाट बिजली की होती है आपूर्ति
दादरी-II और ऊंचाहार पावर स्टेशन से विद्युत आपूर्ति बाधित होने से दिल्ली मेट्रो, अस्पताल समेत कई आवश्यक संस्थानों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति में आ सकती है दिक्कत
दिल्ली को दादरी-II पावर स्टेशन से सबसे ज्यादा 728 मेगावाट, जबकि ऊंचाहार पावर स्टेशन से 100 मेगावाट बिजली की होती है आपूर्ति
नई दिल्ली, 28 अप्रैल, 2022
दिल्ली में कोयले की कमी के गहराते संकट के बीच दिल्ली सरकार ने चिंता जाहिर की है। इसे लेकर बृहस्पतिवार को दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली सचिवालय में एक आपातकालीन बैठक की। साथ ही केंद्र सरकार को पत्र लिखकर राजधानी दिल्ली को बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों के लिए पर्याप्त कोयला देने के लिए केंद्र से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया। ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि बिजली आपूर्ति करने वाले विभिन्न थर्मल स्टेशनों में इस समय कोयले की बहुत ज्यादा कमी है। नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरशन (एनटीपीसी) के दादरी-II और झज्जर (अरावली), दोनों पॉवर प्लांट्स मुख्य रूप से दिल्ली में बिजली की आवश्यकता को पूरा करने के लिए स्थापित किए गए थे। लेकिन इन पॉवर प्लांट्स में कोयले का बेहद कम स्टॉक बचा है।
वक़्त रहते कदम नहीं उठाया गया तो दिल्ली मेट्रो व अस्पतालों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति में आ सकती है दिक्कत
दिल्ली में दादरी-II, ऊंचाहार, कहलगांव, फरक्का और झज्जर पावर प्लांट से प्रतिदिन 1751 मेगावाट बिजली की आपूर्ति होती है। दिल्ली को दादरी-II पावर स्टेशन से सबसे ज्यादा 728 मेगावाट, जबकि ऊंचाहार पावर स्टेशन से 100 मेगावाट बिजली की आपूर्ति होती है। ऐसे में इन दोनों पावर स्टेशन से विद्युत आपूर्ति बाधित होने से दिल्ली मेट्रो एवं अस्पताल समेत कई आवश्यक संस्थानों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति में दिक्कत आ सकती है।
नेशनल पावर पोर्टल की दैनिक कोयला रिपोर्ट के अनुसार एनसीपीसी के इन पावर स्टेशन पर कोयले की भारी कमी है।
पॉवर प्लांट का नाम और इनमे कितने दिनों के लिए कोयले का स्टॉक बचा है
- दादरी- II में एक दिन का स्टॉक बचा है
- ऊँचाहार में दो दिनों का स्टॉक बचा है
- कहलगांव में साढ़े तीन दिनों का स्टॉक बचा है
- फरक्का में 5 दिनों का स्टॉक बचा है
- झज्जर (अरावली) में 7-8 दिनों का स्टॉक बचा है
केंद्र सरकार से मामले में दखल देने की अपील
सत्येंद्र जैन ने कहा कि राजधानी के कुछ इलाकों में लोगों को बिजली के संकट का सामना न करना पड़े, इसके लिए दिल्ली सरकार स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं और हरसंभव प्रयास कर रही है। वर्तमान में कोयले की कमी से जूझ रहे इन पॉवर स्टेशन के जरिए दिल्ली में 25% से 30% की बिजली की मांग को पूरा किया जा रहा हैं। दिल्ली के कुछ हिस्सों में ब्लैक आउट से बचने के लिए और डीएमआरसी, अस्पतालों और आगामी गर्मी के मौसम में बिजली की निरंतर आपूर्ति के लिए इन पॉवर स्टेशनों की अहम भूमिका रहती है। ऐसे में दिल्ली को बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों में कोयले की उचित व्यवस्था होती रहे, इसके लिए केंद्र सरकार से मामले में दखल देने की अपील की है। ताकि केंद्र सरकार पर्याप्त कोयले की आपूर्ति का प्रबंध करें और दिल्ली वालों को 24 घंटे विद्युत आपूर्ति करने में कोई बांधा न आए।