-आम आदमी पार्टी के 9 विधायकों ने नव नियुक्त उपराज्यपाल के साथ मुलाकात की
- भाजपा शासित केंद्र सरकार के उपराज्यपाल का एटीट्यूड, बॉडी लैंग्वेज से साफ हो गया कि जो अधिकार दिल्ली वासियों ने सीएम अरविंद केजरीवाल को सौंपे हैं, उसमें हस्तक्षेप करने की उनकी तमन्ना है- सोमनाथ भारती
- सुप्रीम कोर्ट ने तय कर दिया कि जमीन, कानून व्यवस्था और दिल्ली पुलिस के अलावा सभी विषय मुख्यमंत्री के अंतर्गत आएंगे, उसके बावजूद भी उप राज्यपाल का कहना कि पूरी दिल्ली मेरे पास है, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है- सोमनाथ भारती
- दिल्ली में डीडीए, दिल्ली पुलिस और एमसीडी के हालात बेहद खराब हैं, उम्मीद है कि उप राज्यपाल इनको ठीक करने पर ध्यान देंगे- सोमनाथ भारती
- बाबा साहब डा भीमराव अंबेडकर के संविधान में उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच अधिकारों को लेकर लाइन खींची गई है, उम्मीद है उसके अनुरूप काम करेंगे- सोमनाथ भारती
नई दिल्ली, 06 जून, 2022
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि नए उप राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के कामों में दखल देने की मंशा जाहिर कर दी है। आम आदमी पार्टी के विधायक दल से मुलाकात के दौरान कहा कि डीडीए और पुलिस ही नहीं, पूरी दिल्ली हमारी है। भाजपा शासित केंद्र सरकार के उपराज्यपाल का एटीट्यूड, बॉडी लैंग्वेज से साफ हो गया कि जो अधिकार दिल्ली वासियों ने सीएम अरविंद केजरीवाल को सौंपे हैं, उसमें हस्तक्षेप करने की उनकी तमन्ना है। सुप्रीम कोर्ट ने तय कर दिया कि जमीन, कानून व्यवस्था और दिल्ली पुलिस के अलावा सभी विषय मुख्यमंत्री के अंतर्गत आएंगे, उसके बावजूद भी उप राज्यपाल का कहना कि पूरी दिल्ली मेरे पास है, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में डीडीए, दिल्ली पुलिस और एमसीडी के हालात बेहद खराब हैं, उम्मीद है कि उप राज्यपाल इनको ठीक करने पर ध्यान देंगे। बाबा साहब डा भीमराव अंबेडकर के संविधान में उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच अधिकारों को लेकर लाइन खींची गई है, उम्मीद है उसके अनुरूप काम करेंगे
आम आदमी पार्टी के 9 सदस्यीय विधायक दल ने नवनियुक्त दिल्ली के उपराज्यपाल से आज मुलाकात की है। इसके संबंध में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि आम आदमी पार्टी के 9 विधायकों ने नव नियुक्त उपराज्यपाल विनय कुमार के साथ मुलाकात की। संविधान के तहत दिल्ली में जमीन, पुलिस और कानून व्यवस्था सीधा उपराज्यपाल के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। उसके अलावा जितने भी क्षेत्र हैं, वह अन्य राज्यों की तरह दिल्ली के चुने हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अधीन आते हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर कानून व्यवस्था, डीडीए के संबंध में उपराज्यपाल का ध्यान आकर्षित किया कि किस प्रकार से दिल्ली के अंदर कानून व्यवस्था की मुसीबत बहुत बढ़ गई है। आम आदमी त्राहि-त्राहि कर रहा है। डीडीए के अंदर जितनी भी रिक्वेस्ट आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार की तरफ से गई, लेकिन पूरी नहीं हुई। मैं खुद मेंबर डीडीए रहा, हमने मोहल्ला क्लीनिक के लिए जमीन मांगी, नहीं मिली। कई ऐसे कार्यक्रमों के लिए जमीन मांगी लेकिन नहीं मिली। डीडीए दिल्ली वासियों की आशाओं के अनुरूप नहीं उतर पाया। इस बात का संज्ञान उपराज्यपाल को दिलाया।
उन्होंने कहा कि एमसीडी का जो चुनाव अप्रैल में होना था, उसे असंवैधानिक तरीके से निरस्त किया गया और फिर सीधा-सीधा एमसीडी का कंट्रोल भाजपा की केंद्र सरकार ने ले लिया। सभी विधायकों ने इस बात का भी उल्लेख उपराज्यपाल से किया कि किस प्रकार से एमसीडी के अंतर्गत आ रही जितनी सेवाएं हैं, उसका पालन नहीं हो रहा। दिल्ली में सफाई नहीं हो रही। दिल्ली में मुसीबतें बढ़ रही हैं। हर साथी ने इस बात को एलजी के संज्ञान में लाने का प्रयत्न किया कि जो विषय संविधान आपके अंतर्गत ला रहा है, डीडीए, पुलिस और एमसीडी उसमें बहुत दिक्कतें हैं। लेकिन मैं विधायकों की तरफ से बड़े दुख के साथ कह रहा हूं कि एलजी ने सभी विधायक से कहा कि तीन क्षेत्र ही हमारे पास नहीं है, पूरी दिल्ली हमारी है। जबकि हमने बार-बार इस बात को कहा जो जो विषय शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी सहित अन्य जो केजरीवाल सरकार के अंतर्गत आ रहा है, उसमें अंतर्राष्ट्रीय मापदंड स्थापित किए गए हैं। इसी प्रकार के मापदंड हम विधायक आपसे उम्मीद कर रहे हैं कि आप डीडीए, पुलिस और एमसीडी में भी लाएंगे। लेकिन मुझे इस बात पर खेद है कि जिस मसले को सुप्रीम कोर्ट ने तय कर दिया कि जमीन, कानून व्यवस्था और दिल्ली पुलिस के अलावा सभी विषय मुख्यमंत्री के अंतर्गत आएंगे, उसके बावजूद भी उप राज्यपाल का यह कहना की पूरी दिल्ली मेरे पास है, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हमें आशा थी कि वो पिछले उपराज्यपाल की तरह नहीं बल्कि नए व्यवस्था के अंदर एक सामंजस्य से लेकर चलेंगे। संविधान का आदर करेंगे। संविधान में दिए और सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पूरा पालन करेंगे। लेकिन मुझे खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि वहां से ऐसा कोई संदेश देने का प्रयत्न नहीं किया कि हम अपने संवैधानिक दायरे में रहें।
विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि पूरी दिल्ली को बताना चाहता हूं कि ये अधिकार आपके हैं। तीन बार अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री चुना और इसलिए चुना कि आपकी आशाएं आपके सपनों को मुख्यमंत्री पूरा कर सकें। लेकिन भाजपा के द्वारा नियुक्त उपराज्यपाल विनय कुमार का एटीट्यूड, बॉडी लैंग्वेज से यह दिखा कि जो अधिकार दिल्ली वासियों ने अरविंद केजरीवाल को सौंपा है उसमें उनका हस्तक्षेप करने की पूरी तमन्ना है।
उन्होंने कहा कि जब विधायक प्रवीण ने उपराज्यपाल से कहा कि आपके पास तीन क्षेत्र हैं, पहला जमीन, दूसरा कानून व्यवस्था और तीसरा दिल्ली पुलिस। तब उन्होंने कहा कि गलतफहमी में मत रहना, सारे हमारे ही हैं। यह तो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस बात की हम कड़ी निंदा करते हैं। उपराज्यपाल से उम्मीद करते हैं कि बाबा साहब के संविधान, उसके तहत दिए गए अधिकार में लाइन खींची गई है उपराज्यपाल और चुने हुए मुख्यमंत्री के बीच, उसका आदर करेंगे उसके अनुरूप काम करेंगे। इस दौरान विधायक प्रवीण, अजय दत्त, एसके बग्गा, मदन लाल सहित अन्य मौजूद रहे।