कैप्टिव खदानों से कोयला उत्पादन इस वर्ष नवम्बर तक पहले ही 50 मिलियन टन तक पहुंच चुका है और चालू वित्त वर्ष (2021-22) के दौरान इसके 85 मिलियन टन पहुंच जाने की उम्मीद है जो कि पिछले वर्ष के 62 मिलियन टन की तुलना में उल्लेखनीय रूप से अधिक है।
कोयला उत्पादन में और अधिक वृद्धि करने के लिए कोयला मंत्रालय में सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन ने घरेलू कोयला की उच्च मांग को देखते हुए मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नए कोयला ब्लॉकों के विकास को प्रभावित करने वाली पर्यावरण तथा वन मंजूरियों से संबंधित मुद्दों की समीक्षा की। अगले वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कैप्टिव खदानों से कोयला उत्पादन के 120 मिलियन टन तक पहुंच जाने की उम्मीद है।
यह उपलब्धि घरेलू कोयला उत्पादन में आत्मनिर्भर भारत के विजन को पूरा करने में और अधिक सहायक होगी।
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