स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था का निर्माण जो लचीला और मजबूत हो, वह प्रधानमंत्री के आत्मानिर्भर भारत की परिकल्पना की नींव रखता है। किसी के स्वास्थ्य को पीछे न छोड़ें : सभी के लिए स्वास्थ्य योजना में निवेश करें के मुददे पर आयोजित तकनीकी चर्चाओं की एक दिवसीय कार्यशाला और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस 2021 समारोह की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने यह बातें कहीं।
प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक क्षेत्रों को कवर करते हुए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल के प्रावधान को लेकर केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार ने सबका साथ और सबका विश्वास के लक्ष्य को ध्यान में रखकर 2018 में समग्र आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की। समाज में जाकर सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा 2018 में शुरू की गई थी। सितंबर 2018 में एबी-पीएमजेएवाई के साथ इसे मजबूत किया गया था। इस साल आयुष्मान डिजिटल मिशन और पीएम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा मिशन शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और देखभाल की गुणवत्ता पर ध्यान है। उन्होंने कहा कि जहां कोविड से दुनिया भर में कई गतिविधियों में देरी हुई, वहीं भारत में महामारी के बावजूद स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एचडब्ल्यूसी) में काम बढ़ा है। अब तक 81,000 से अधिक एचडब्ल्यूसी का संचालन किया जा चुका है और मार्च 2022 के अंत तक 1.10 लाख एचडब्ल्यूसी का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।
डॉ. पवार ने कहा कि हम ‘समग्र समाज’ के दृष्टिकोण के साथ ‘सहभाग्यता और संकल्प’ के साथ व्यापक स्वास्थ्य कवरेज के लक्ष्य को पूरा करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कोविड महामारी के चुनौतीपूर्ण समय में सभी स्वास्थ्य कर्मियों के अनुकरणीय कामों के लिए उनका आभार जताया और प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सभी के लिए स्वास्थ्य की अवधारणा एक आदर्श मार्गदर्शक वाक्य है, जिसके तहत हम स्वास्थ्य सैनिकों के रूप में काम करते हैं। उन्होंने राष्ट्रव्यापी कोविड टीकाकरण अभियान के तहत 133 करोड़ से अधिक टीके लगाने की उपलब्धि के लिए राज्यों और सभी अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मियों और विकास में भागीदारों को बधाई दी।
केंद्रीय मंत्री ने “सर्वश्रेष्ठ एबी-एचडब्ल्यूसी प्राथमिक स्वास्थ्य टीम पुरस्कार,” आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य व केंद्रशासित प्रदेश, एबी-एचडब्ल्यूसी में एनसीडी और आम कैंसर की जांच, डिजिटल हेल्थ आईडी बनाने और पीएमजेएवाई एनएचए अवार्ड्स की श्रेणियों के तहत राज्यों को सम्मानित किया। उन्होंने सेवाओं के विस्तारित पैकेज के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य टीम के लिए अच्छी और अनुकरणीय स्वास्थ्य देखभाल पद्धति और प्रशिक्षण नियमावली पर कॉफी टेबल बुक भी लॉन्च की। एनपीसीडीसीएस कार्यक्रम के तहत एसएमएस सुविधा भी शुरू की गई, जो गैर संचारी रोगों के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद करेगी।
इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण, डॉ. आरएस शर्मा, सीईओ, एनएचए, श्री विकास शील, एएस एंड एमडी (एनएचएम), श्री विशाल चौहान, संयुक्त सचिव (नीति) और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। भारत में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि डॉ. रॉडरिको ओरफिन और यूएसएआईडी में स्वास्थ्य कार्यालय की निदेशक डॉ. संगीता पटेल ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
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