पूर्वोत्तर क्षेत्र सामुदायिक संसाधन प्रबंधन सोसायटी (एनईआरसीआरएमएस), पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) और भारत सरकार के पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (एमडीओएनईआर) के संरक्षण में एक पंजीकृत संस्था है।
एनईआरसीएमएस ने एनईआरसीओआरएमपी परियोजना के तहत आने वाले स्वीकृत पर्यटन सर्किट पर प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान के भाग के रूप में सड़क के किनारे सुलभ सुविधाओं के निर्माण का कार्य शुरू किया है। इनमें असम का डिमा हसाओ, मेघालय के पश्चिम खासी हिल्स, दक्षिण-पश्चिम खासी हिल्स, उत्तरी गारो हिल्स, पश्चिम गारो हिल्स और दक्षिण पश्चिम गारो हिल्स जिले, मणिपुर में चुराचांदपुर तथा अरुणाचल प्रदेश में तिरप जिला शामिल हैं। परियोजना की अनुमानित लागत 12.20 करोड़ रुपये है।
इस परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में व्यक्तिगत सफाई और प्रभावी स्वच्छता बनाए रखना तथा पर्यटन को बढ़ावा देना है। इससे असम में हसाओ के ग्रामीण क्षेत्रों में, मेघालय के दक्षिण-पश्चिम खासी हिल्स, पश्चिम खासी हिल्स, उत्तरी गारो हिल्स, पश्चिम गारो हिल्स और दक्षिण गारो हिल्स जिले, मणिपुर में चुराचांदपुर तथा अरुणाचल प्रदेश में तिरप में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
4 राज्यों और 8 जिलों को कवर करते हुए कुल 30 इकाइयों (जिसमें शौचालय, मार्केट शेड, प्रतीक्षालय, कैफेटेरिया और पानी के पंप शामिल हैं) का निर्माण कार्य किया गया है। इन क्षेत्रों की प्रमुख समस्या और चुनौतियों में से एक ग्रामीण एवं शहरी दोनों तरह क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य तथा स्वच्छता को बेहतर बनाए रखना है।
असम के डिमा हसाओ, मेघालय के पश्चिम खासी हिल्स, दक्षिण-पश्चिम खासी हिल्स, उत्तरी गारो हिल्स, पश्चिम गारो हिल्स और दक्षिण पश्चिम गारो हिल्स जिले, मणिपुर में चुराचांदपुर तथा अरुणाचल प्रदेश के तिरपिन में कई खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं, जिन्हें स्वीकृत पर्यटक सर्किट के रूप में पहचाना गया है लेकिन सड़क के किनारे मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण ये जिले पर्यटन उद्योगों को आकर्षित करने में विफल रहे हैं।
पर्यटन के माध्यम से उचित स्वच्छता और प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों के महत्व को ध्यान में रखते हुए इस परियोजना के तहत सड़क किनारे की सुलभ सुविधाओं का निर्माण किया गया है। परियोजना के अंतर्गत इन सुविधाओं को इस तरह से तैयार किया गया है कि लोगों को लंबी यात्रा के दौरान आराम करने, खाने, पीने और कुछ समय बिताने के लिए अच्छी जगह मिल सके और साथ ही इन इलाकों में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिले तथा प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा हों। यात्रा के दौरान स्थानीय लोगों, यात्रियों, पर्यटकों, ट्रक चालकों और विशेष रूप से महिलाओं के लिए ये सुविधाएं बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।
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