भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 की धारा 31(1) के तहत ब्रिकलेयर्स इनवेस्टमेंट पीटीई, लिमिटेड (जीआईसी निवेशक/अधिग्रहणकर्ता) को आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स लिमिटेड (आईआरबी/लक्षित कंपनी) की 16.94 प्रतिशत इक्विटी शेयर पूंजी का अधिग्रहण करने को मंजूरी दे दी है।
प्रस्तावित संयोजन जीआईसी इनवेस्टर के प्रस्तावित अधिग्रहण से सम्बंधित है, जिसके तहत लक्षित कंपनी की खुले बाजार में पूरी तरह उपलब्ध तथा साझा स्टॉक की सभी शेयर पूंजी का 16.94 प्रतिशत तक हिस्से का अधिग्रहण किया जाना है। यह निजी तौर पर प्राथमिकता के आधार पर दिये जाने वाले नये शेयरों की खरीद के जरिये किया जायेगा।
प्रस्तावित संयोजन अधिग्रहण की प्रकृति के आधार पर होगा, जो प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 की धारा 5(ए) के दायरे में आता है।
जीआईसी इनवेस्टर
जीआईसी इनवेस्टर विदेशी प्रत्यक्ष निवेशक है, जो पूरी तरह से जीआईसी इंफ्रा होल्डिंग्स पीटीई, लिमिटेड (जीआईसी इंफ्रा) के स्वामित्व वाली सहयोगी कंपनी है, जो खुद जीआईसी (वेंचर्स) प्रा.लि. (जीआईसी वेंचर्स) के स्वामित्व में है। जीआईसी इनवेस्टर को 22 मई, 2019 को निगमित किया गया था और वह विशेष उद्देश्य या गतिविधि की सहायक (एसपीवी) कंपनी है। उसे सिंगापुर में एक प्राइवेट-लिमिटेड कंपनी के तौर पर स्थापित किया गया है, जो निवेशक कंपनियों के एक समूह का हिस्सा है, जिसका प्रबंधन जीआईसी स्पेशल इनवेस्टमेंट्स प्रा.लि. (जीआईसीएसआई) करती है।
लक्षित कंपनी
लक्षित कंपनी एक सार्वजनिक कंपनी है, जिसे 1998 में भारत में निगमित किया गया था। वह आईआरबी ग्रुप की होल्डिंग कंपनी है। लक्षित कंपनी प्राथमिक रूप से निर्माण गतिविधियों में संलग्न है, जिसके तहत सड़कों-राजमार्गों के सिलसिले में इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण(ईपीसी) ठेके, परिचालन सहयोग और रखरखाव(ओ-एंड-एम) की सेवायें उपलब्ध कराती है।
लक्षित कंपनी पवन बिजली में भी सहयोग करती है। इसके साथ रियल एस्टेट सेवा तथा हवाई अड़्डों के विकास और संचालन का काम भी करती है।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग का विस्तृत आदेश अपेक्षित है।
****