रक्षा सचिव डॉक्टर अजय कुमार ने आज नई दिल्ली में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के वार्षिक मुख्य अभियंता तथा उपकरण प्रबंधन सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर महानिदेशक सीमा सड़क (डीजीबीआर) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी, सीमा सड़क के अपर महानिदेशक तथा 18 मुख्य अभियंता उपस्थित थे और जो तीन दिवसीय सम्मेलन में भाग लेंगे। लगभग दो वर्ष बाद हो रहा यह सम्मेलन बीआरओ के कोर ग्रुप को सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क संरचना में सुधार, सड़क निर्माण में नई प्रौद्योगिकी के उपयोग, पर्यावरण अनुकूल निर्माण के साधनों को शामिल करने, सड़क सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं तथा तथा श्रमिकों के लिए सुविधाओं को उन्नत बनाने के प्रयासों पर विचार करने का अवसर उपलब्ध कराएगा। सम्मेलन के दौरान बीआरओ अपनी वर्तमान परियोजनाओं की समग्र समीक्षा करेगा और 2022 में कामकाजी सत्र के लिए रणनीतियां तैयार करेगा।
रक्षा सचिव ने अपने संबोधन में राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए बीआरओ की सराहना की। बीआरओ ने सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क, पुल, सुरंग तथा एयरफील्ड बनाए हैं जिससे कार्रवाई संबंधी तैयारियों में तेजी आई है और दूर दराज के इलाकों तक उपकरणों तथा कर्मियों की तेज आवाजाही में मदद मिली है। उन्होंने दुर्गम क्षेत्रों, खराब मौसम तथा कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद एक कामकाजी सत्र में मुख्य भूमि से दूर दराज के सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ने वाली 102 सड़कें तथा पुल बनाने के लिए बीआरओ की सराहना की।
डॉक्टर अजय कुमार ने उमलिंग ला दर्रा, अटल सुरंग तथा जोजिला दर्रा हाल में बनाने के लिए बीआरओ के कर्मियों के साहस और दृढ़ता की प्रसंशा की। उन्होंने डीजीबीआर तथा सभी अधिकारियों और कर्मियों को सेला सुरंग विस्फोट करने तथा निचिफू सुरंग का तेजी से निर्माण करने के लिए उनकी सराहना की। ये दोनों सुरंग अरूणाचल प्रदेश में बालीपाड़ा- चारदुआर-तवांग सड़क का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि बीआरओ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विज़न को साकार करने की दिशा में योगदान कर रहा है।
रक्षा सचिव ने महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने तथा उन्हें सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क निर्माण कंपनियों के ऑफिसर कमांडिंग नियुक्त करने के बीआरओ के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने महिलाओं की सड़क निर्माण कंपनी बनाने तथा कैजुअल वेतनभोगी श्रमिकों की नियुक्ति किए जाने की सरहाना की।
डॉक्टर अजय कुमार ने बीआरओ से अपने विज़न को आगे बढ़ाने का आग्रह करते हुए मित्र विदेशी देशों के साथ ऊंचाई वाले क्षेत्रों में निर्माण विशेषज्ञता को साझा करने की दिशा में तेजी लाने का सुझाव दिया। उन्होंने डिफएक्स्पो-2022 के साथ-साथ आयोजित की जाने वाली अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का उपयोग करने को कहा ताकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनकी दक्षताएं दिखाई जा सकें।
इस अवसर पर रक्षा सचिव ने बीआरओ की विभिन्न इकाइयों को सर्वश्रेष्ठ परियोजना, सर्वश्रेष्ठ कार्यबल, सर्वश्रेष्ठ सड़क तथा श्रेष्ठ पुल निर्माण कंपनी और श्रेष्ठ कार्यशाला ट्रॉफियां प्रदान की। उन्होंने बीआरओ कर्मियों के लिए फिटनेस नियम पुस्तिका ‘फिट बीआरओ फिट इंडिया’ का लोकार्पण किया। इस पुस्तिका में बीआरओ के सभी कर्मियों और उनके परिजनों के शरीर और मस्तिष्क के समग्र विकास के लिए फिटनेस दिशा-निर्देश तथा प्रोटोकॉल हैं। उन्होंने चार सॉफ्टवेयर-इन्वेंट्री मैनेजमेंट सिस्टम, बीआरओ पोस्टिंग मैनेजमेंट सिस्टम, बोर्डर रोड्स ऑटोमेटेड एचआर मैनेजमेंट एप्लीकेशन (बीआएएचएमए तथा बीआरओ डॉक्यूमेंटेशन सिस्टम- भी लॉन्च किया।
बाद में डॉक्टर अजय कुमार ने रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह द्वारा 14 अक्टूबर, 2021 को झंडी दिखाई गए इंडिया@75 मोटरसाइकिल अभियान का समापन किया। 75 दिन के इस अभियान में बीआरओ के 75 कर्मियों ने हिस्सा लिया। यह दल 24 राज्यों तथा चार केन्द्र शासित प्रदेशों के महत्वपूर्ण दर्रों तथा स्थानों से गुजरते हुए 20,000 किलोमीटर की दूरी कवर की। इस अभियान का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता, राष्ट्र निर्माण तथा सड़क सुरक्षा का संदेश देना था। इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए अभियान दल के सदस्यों ने लोगों तक पहुंचने के अनेक कार्यक्रमों का संचालन किया, स्कूलों तथा कॉलेजों का दौरा किया, बीआरओ/सेना के पूर्व सैनिकों से बातचीत की, चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया, अनाथालयों तथा वृद्धाश्रमों का दौरा किया और युद्ध स्मारकों पर श्रद्धांजलि दी। इस अभियान के सफलतापूर्वक सफल होने पर रक्षा सचिव ने अभियान दल के सदस्यों से बातचीत की और उनकी सराहना की।
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