- लोगो के जीवन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नॉर्थ एमसीडी के अस्पताल में चिकित्सक एवं पैरामेडिक्स सेवाओं को फ़िलहाल रोकने के आदेश दिए गए हैं
- ऐसी खतरनाक हालत में लोगों का इलाज़ करना न सिर्फ मरीजों बल्कि वहां मौजूद डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है- सत्येंद्र जैन
- खुद एमसीडी द्वारा अस्पताल की इमारत को खतरनाक घोषित किया गया है, इसके बावजूद यहां मरीजों का इलाज जारी है- सत्येंद्र जैन
नई दिल्ली, 01 जनवरी, 2022
दिल्ली सरकार के शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को नॉर्थ एमसीडी के राजन बाबू अस्पताल की जर्जर हालत का संज्ञान लेते हुए इमारत को तत्काल खाली करा कर बंद करने और इसकी जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल की जर्जर हालत की जो तस्वीरें आई है वो काफी विचलित करने वाली हैं। ऐसी हालत में वहांं मरीजों का इलाज़ करना न सिर्फ मरीजों बल्कि वहां मौजूद डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है। भाजपा शासित नॉर्थ एमसीडी द्वारा खुद इस अस्पताल की इमारत को खतरनाक घोषित किया गया है। इसके बाबजूद भी यहां मरीज़ों का इलाज चल रहा है। यह एमसीडी की लापरवाही की पराकाष्ठा है। अस्पताल में चिकित्सक एवं पैरामेडिक्स सेवाओं को फ़िलहाल रोकने के आदेश दिए गए हैं।
दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को प्रेस को संबोधित कर भाजपा शासित नॉर्थ एमसीडी के राजन बाबू अस्पताल की जर्जर हालात पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित नॉर्थ एमसीडी के राजन बाबू अस्पताल की हालत जर्जर होने के बावजूद भी उसमें मरीजों का इलाज चल रहा है। इमारत के हालात यह हैं कि वह किसी भी समय गिर सकती है। ऐसे में वहां इलाज करना तो दूर, खड़ा होना भी खतरे से खली नहीं है। वहां मरीजों का इलाज़ करना न सिर्फ मरीजों बल्कि मौजूद डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है। भाजपा शासित नॉर्थ एमसीडी द्वारा खुद अस्पताल की इमारत को खतरनाक घोषित किया गया हैं, इसके बाबजूद भी वहां मरीज़ों का इलाज चल रहा है, यह एमसीडी का लापरवाही की पराकाष्ठा है।
इस स्थिति को देखते हुए शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को अस्पताल की इमारत को तत्काल रूप से सील करने के आदेश जारी किए। इसके साथ-साथ सत्येंद्र जैन ने एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (अर्बन डेवलपमेंट) को इसकी जांच कर दिल्ली सरकार को रिपोर्ट सौंपने के आदेश भी दिए।
लोगों के जीवन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एमसीडी अस्पताल में चिकित्सक एवं पैरामेडिक्स सेवाओं को दिल्ली सरकार ने फ़िलहाल रोकने के आदेश दिए गए हैं। इमारत को सील करने का आदेश दिया गया है।