समाज क्या है ? व्यक्तियों का समूह। पर क्या इतना ही ? नहीं! समाज व्यक्तियों का वह समूह है, जिसमें आपसी सरोकार हो, संवाद हो, साहचर्य व सहकारिता हो और पर्याप्त संवेदना हो। इस दृष्टि से क्या आज का समाज समाज कहे जाने योग्य है ? समाज में, इसके गण में सामंजस्य के अभाव के कारण ही बेचारगी की स्थिति है और राजनेताओं की दृष्टि में वह सतत् उपेक्षित है।
अतः आवश्यक है कि देश की मूलभूत इकाई अर्थात् ग्राम / मुहल्ले स्तर पर नागरिक समितियों गठित हो, जो लोगों में पारस्परिक सौहार्द्र और जागरूकता बढ़ायें और उन्हें जनपद, देश व विश्व की वृहद् समस्याओं के निदान हेतु प्रेरित करें। यद्यपि संस्थाओं / समितियों का जाल सर्वत्र पसरा है और सबके विधान कमोवेश एक से हैं, पर कोई गुणात्मक परिवर्तन होता दिखाई नहीं पड़ता।
यह सब देख-समझकर एक सक्रिय वर्ग, समय की पुकार / आवश्यकता समझकर “सेवियर”, अर्थात् स्वामी विवेकानन्द सार्वभौगिक पुनर्जागरण संस्थान ने जनवरी, 2001 में स्वामी विवेकानन्द जी के जन्म दिवस पर “नागरिक रक्षक समिति” ( CITIZEN’S SAVIOUR ASSOCIATION ) के अधीन मुहल्ले-मुहल्ले नागरिक समितियाँ गठित करने का संकल्प लिया था। जो लोगों में सौहार्द्र तो बढ़ायेगी ही, साथ ही की प्रत्येक गतिविधि पर सूक्ष्म नजर रखेगी और नागरिक प्रश्नों के समाधान का यथासम्भव प्रयत्न करेगी।
इन्हीं सब कारणों से “नागरिक रक्षक समिति” की मुहल्ला / ग्राम समितियों का गठन आवश्यक है, ताकि समस्याओं को चिन्हित कर लड़ाई / संघर्ष सामूहिक ताकत से हो सके।
दृष्टव्य
(1) एक गुहल्ले की समिति में कम से कम पाँच सदस्य होंगे।
(2) समिति क्षेत्र की समस्याओं को रेखांकित कर क्षेत्रीय नागरिकों की भागीदारी से उनके निदान / समाधान हेतु उपक्रम करेगी और यदि आवश्यक हुआ तो केन्द्रीय समिति की सहायता लेगी।
(3) केन्द्रीय समिति प्रत्येक स्तर पर क्षेत्रीय ( मुहल्ला / ग्राम ) समिति के साथ जन समस्याओं के निदान हेतु आवश्यकतानुसार RTI, PIL, बैनर-पोस्टर, धरना-प्रदर्शन, शिविर, कार्यशालाएँ तथा आवश्यकतानुसार अन्य कार्यवाही करेगी।
(4) जीवन के हर क्षेत्र में समस्या का सामना आम बात हो गई है, जिसके लिए विगत बीस वर्षों से “सेवियर” (Saviour) ने अन्य संस्थाओं के साथ में प्रशासनिक पारदर्शिता, समयबद्ध कार्य होने, सरकारी कर्मियों की जवाबदेही आदि के लिए “घूस को घूंसा” अभियान चलाकर भ्रष्टाचार से संघर्ष किया है। इसके साथ पूर्व में इण्डिया अगेन्स्ट करप्शन, सीएए और एनआरसी लागू करने और किसानों-मजदूरों के अधिकारों को कुचलने के विरुद्ध हुए आन्दोलनों में सक्रिय भागीदारी भी समिति की रही है। इस दौरान हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि नागरिक समस्याएँ सरकारी अधिकारियों / जन प्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार है। प्रशासन लगभग असंवेदनशील हो चला है। तब इन तमाम समस्याओं का समाधान सामूहिक प्रयास से ही सम्भव है, क्योंकि प्रायः यह देखा गया है कि मुहल्ले स्तर के छोटे-छोटे प्रयास अक्सर कुचल दिये जाते हैं।
इसके अतिरिक्त हम अपने मुख पत्र “विवेक शक्ति” (मासिक) के माध्यम भी सामाजिक परिवर्तन की मुहिम चला रहे हैं और विभिन्न राष्ट्रनायक महापुरुषों के स्मृति दिवस पर विचारगोष्ठियां आयोजित कर वैचारिक क्रान्ति हेतु प्रयत्नशील हैं।
आइये, इस महाभियान में शामिल होकर राष्ट्र व समाज निर्माण को भारतीय संविधान के अनुरूप एक क्रियात्मक विकल्प देने के अभियान में जुड़ें। आपके विचार और सहयोग हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं।
“नागरिक रक्षक समिति” (CITIZEN’S SAVIOUR ASSOCIATION) उसी भावना का अंग है, जो मुहल्ले और गाँवों के नागरिकों को अपनी बेहतरी की योजना बनाने, उसे शासन से मनवाने और अपनी निगरानी में कार्यान्वित करवाने हेतु स्वामी विवेकानन्द, गांधी, लोहिया, जयप्रकाश, अम्बेडकर, सुभाष के दिखाए शान्तिपूर्ण (अहिंसक) सत्याग्रहों-आन्दोलनों के माध्यम से शासन व प्रशासन पर दबाव बनाने हेतु सतत् संघर्ष कर अपने लक्ष्य को हासिल करेगी एवं जिस स्वप्निल भारत का मानचित्र इन महापुरुषों के जेहन में था, किन्तु निजी एवं अन्तर्निहित स्वार्थों के कारण राजनीतिज्ञ इसकी उपेक्षा कर रहे हैं। अतः उक्त स्वप्न को यथार्थ के पटल पर लाना हमारी कोशिश रहेगी। आज जबकि “नागरिक” राजनीतिक दलों के विमर्श की विषय वस्तु नहीं रहा, सरकारी संवैधानिक संस्थाओं की शक्ति को भोथरा कर उन्हें कमजोर और समाप्त किया जा रहा है। शनै: शनै: कारपोरेट कल्चर सरकारी सरपरस्ती में अपना शिकंजा जकड़ता जा रहा है। गांव और गुहल्लों में समिति का निर्माण इस समय की जरूरत है।
तो आइए, इस अभियान में जुड़ने के लिए सम्पर्क करें।
सर्वश्री अशोक कुमार (रतनलाल नगर – 7007226728), मो० नाजिर (फेथफुलगंज- 7499253268), योगेश श्रीवास्तव (विष्णुपुरी – 9140709634), असित कुमार सिंह (बर्रा – 9336157717), दीपक मालवीय ( खलासी लाइन – 9389350388), इस्लाम खाँ आजाद (कंघी मोहाल – 7985784813), दिनेश प्रियमन (पनकी – 9451973416), राकेश बाजपेयी (आचार्यनगर – 9452661973), डॉ. नीलम त्रिवेदी (आजाद नगर – 6394106921), अजीत खोटे (अशोक नगर – 9415866900), भारत राजयोगी (विजय नगर – 9415803153), शाकिर अली उस्मानी (मोती नगर, जाजमऊ – 9450304756), सुभाषिनी चतुर्वेदी ( ख्योरा – 8400968226), राघवेन्द्र सिंह (नेहरू नगर – 8726150786), लक्ष्मी कनौजिया ( खलासी लाइन – 9235517290), मुर्तजा खां (चुन्नीगंज – 6388073353), देव कुमार कबीर ( ग्वालटोली – 9454920764), दिलीप आनन्द अवस्थी (फूलबाग – 7651893884), राजकुमार (बारादेवी – 7275366777), रानी (मन्नीपुरवा – 9958088282), राममोहन पाठक (रामबाग – 8960729827). सुरेन्द्र सिन्हा पप्पू (किदवई नगर – 8887853235), राज किशोर वर्मा (बाकरगंज – 9415728801), अरविन्द सोनकर (कुली बाजार – 9335297513), राकेश मिश्र (पी रोड – 6392740318 ), जावेद मोहम्मद खान (तलाक महल – 9336219291), जफर हयात हाशमी ( चमनगंज – 7985755219), प्रफुल्ल मेहरोत्रा ( नवाबगंज – 9336232847)
समन्वयक :
कुलदीप सक्सेना
(मो.9415040235)
प्रधान कार्यालय :
15 / 245 , सिविल लाइंस , कानपुर नगर