- दूसरे राउंड के लिए चयनित 1000 टीम्स को एक्सपर्ट्स और उद्यमियों से लगातार मिल रही है गाइडेंस और मेंटरशिप
- बिज़नेस ब्लास्टरर्स के दूसरे राउंड में चयनित टॉप 100 टीम्स के साथ केजरीवाल सरकार आयोजित करेगी ‘इन्वेस्टर्स एक्सपो’, प्रसिद्ध उद्यमी और एक्सपर्ट्स करेंगे बिज़नेस आइडियाज का मूल्यांकन
- बिज़नेस ब्लास्टरर्स के ‘इन्वेस्टर्स एक्सपो’ में चयनित टॉप 10 टीम्स को दिल्ली सरकार के विश्वविद्यालयों में बीबीए प्रोग्राम में मिलेगा सीधा दाखिला
नई दिल्ली, 20 फरवरी, 2022
केजरीवाल सरकार का बिज़नेस ब्लॉस्टर्स प्रोग्राम दिल्ली के साथ-साथ पूरे देश में सुपरहिट हो गया है। बिज़नेस ब्लॉस्टर्स प्रोग्राम की मदद से दिल्ली के सरकारी स्कूलों में भविष्य की कंपनियों के सीईओ तैयार हो रहे हैं। साथ ही बहुत से निवेशक दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बिज़नेस स्टार्स के स्टार्टअप में निवेश कर रहे हैं, जिससे कार्यक्रम के पहले पड़ाव को शानदार सफलता मिली है। रविवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कार्यक्रम के दूसरे भाग को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
क्या होगा बिज़नेस ब्लास्टर्स का अगला पड़ाव
बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम के दूसरे पड़ाव के लिए पहले दौर से लगभग 1000 टीम्स को चुना गया है। यह टीम्स 25 और 26 फरवरी को दिल्ली सरकार के 28 स्कूलों में बनाए गए सेंटर्स पर उद्यमियों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों और दिल्ली के विभिन्न विश्वविद्यालयों के सदस्यों को मिलाकर बने एक्सपर्ट पैनल के सामने अपने बिज़नेस आइडियाज प्रस्तुत करेंगे। यह पैनल इन बिज़नेस आइडियाज की समीक्षा करेगी और रूब्रिक के आधार पर टीम्स का मूल्यांकन कर उन्हें बिज़नेस ब्लास्टरर्स के तीसरे पड़ाव के लिए चयनित चयनित करेगी।
एक्सपर्ट पैनल द्वारा चुनी गई टॉप 100 टीम्स को दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित ‘इन्वेस्टर्स एक्सपो’ में प्रदर्शित किया जाएगा, जहाँ इसे प्रसिद्ध सफल एंटरप्रेन्योरर्स और विश्वविद्यालयों के एक्सपर्ट्स द्वारा जांचा जाएगा। इन्वेस्टर्स इसमें इन्वेस्ट कर पाएंगे और एक्सपो में से चुनी गई टॉप 10 टीम्स में शामिल बच्चों को दिल्ली सरकार के विश्वविद्यालयों में बीबीए प्रोग्राम में सीधा दाखिला दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बिज़नेस ब्लास्टरर्स प्रोग्राम विश्व के सबसे बड़े स्टार्टअप प्रोग्राम में से एक है। जहाँ दिल्ली सरकार के स्कूलों के 3 लाख से अधिक बच्चों ने 51 हजार से अधिक टीम्स बनाई और उन्हें 60 करोड़ रूपये की सीडमनी दी गई। कार्यक्रम के पहले पड़ाव में स्कूल, जोनल, डिस्ट्रिक्ट लेवल पर इन 51 हजार से अधिक टीम्स में से विभिन्न एक्सपर्ट्स की मदद से 1000 टीम्स का चयन किया गया। इन 1000 टीम्स को एक्सपर्ट्स और उद्यमी से अगले पड़ाव के लिए लगातार मेंटरशिप और गाइडेंस मिल रही है। दिल्ली सरकार का विज़न इस कार्यक्रम के माध्यम से ऐसे युवाओं को तैयार करना है जो जॉब सीकर नहीं, जॉब प्रोवाइडर बनें और देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे।