- नए वॉटर फ़िल्टर के चालू होने का असर, चंद्रावल डब्ल्यूटीपी ने 100 एमजीडी जल उत्पादन की उपलब्धि को किया हासिल
- सिस्टम को कुशल और मजबूत बनाने के लिए पुराने तरीकों से चलने वाले संयंत्रों को अब अपग्रेड किया जा रहा है- सत्येंद्र जैन
नई दिल्ली, 28 फरवरी, 2022
केजरीवाल सरकार दिल्ली निवासियों को 24 घंटे पानी की आपूर्ति करने के अपने लक्ष्य की ओर तेज़ी से अग्रसर है। दिल्ली के जल मंत्री एवं दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के अध्यक्ष सत्येंद्र जैन ने एक ट्वीट कर कहा कि दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) ने आज रिकॉर्ड मात्रा में पानी का उत्पादन करके एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। सोमवार को दिल्ली में जल उत्पादन बढ़कर 956 एमजीडी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि नए वॉटर फ़िल्टर के चालू होने के साथ, चंद्रवाल डब्ल्यूटीपी ने रिकॉर्ड 100 एमजीडी के आंकड़े को पार कर लिया। धीरे- धीरे, दिल्ली जल बोर्ड दिल्ली वासियों को 24 घंटे पानी उपलब्ध कराने के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।आमतौर पर, दिल्ली में दैनिक जल उत्पादन औसतन 940 – 945 एमजीडी रहता है। लेकिन सोमवार को जब सभी वॉटर ट्रीटमेंट ने अपनी क्षमता के पीक पर काम करना चालू किया तो यह बढ़कर 956 एमजीडी हो गया। दिल्ली में पानी के इस उत्पादन से सप्लाइ में कई गुना उछाल आया है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में सभी 9 जल उपचार संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) अपनी चरम क्षमता पर काम कर रहे हैं। इसलिए दिल्ली जल बोर्ड यह उपलब्धि हासिल कर पाया है। यह डब्ल्यूटीपी वजीराबाद, चंद्रवाल, भागीरथी, सोनिया विहार, हैदरपुर, नांगलोई, द्वारका, बवाना और ओखला में स्थित हैं।
दिल्ली सरकार ने अपने जल उपचार संयंत्रों को नए और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर उन्हे अपग्रेड किया है। इन संयंत्रों में लगे नए सैंड फिल्टर पानी की सफाई में उल्लेखनीय बदलाव ला रहे हैं। इससे चंद्रवाल जल उपचार संयंत्र को पहले दर्ज किए गए 94 एमजीडी की तुलना में 100 एमजीडी के जल उत्पादन रिकॉर्ड को पार करने में मदद मिली है। इसी तरह, हैदरपुर डब्ल्यूटीपी में सोमवार को रिकॉर्ड 235.45 एमजीडी जल का उत्पादन हुआ, जबकि नांगलोई डब्ल्यूटीपी में 43.69 एमजीडी जल उत्पादन दर्ज की गई। मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि सिस्टम को कुशल और मजबूत बनाने के लिए पुराने तरीकों से चलने वाले संयंत्रों को अब अपग्रेड किया जा रहा है।
डीजेबी 24 घंटे जलापूर्ति की परियोजनाओं से संबंधित कार्यों में तेजी लाने के लिए नई और अत्याधुनिक तकनीकों को नियोजित कर रहा है। इससे पहले, डीजेबी ने एक इन-हाउस तकनीक विकसित की थी, जिसे ‘एक्सट्रैक्शन वेल’ के रूप में जाना जाता है, जिसमें पारंपरिक ट्यूबवेल की तुलना में पांच गुना अधिक पानी निकालने की क्षमता होती है।
दिल्ली जल बोर्ड पानी के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अलग-अलग नवीन परियोजनाओं जैसे अमोनिया हटाने के संयंत्र, जिससे अमोनिया इंटॉक्सिकेशन ख़त्म होगा और लवणता को कम करने के लिए आरओ प्लांट, टोटल हाई डिज़ॉल्व्ड सॉलिड (टीडीएस) कम करने का प्लांट, मौजूदा डब्ल्यूटीपी क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्नत फिल्टर और सूक्ष्म प्रदूषकों को हटाने के लिए अल्ट्राफिल्ट्रेशन जाली लगाने जैसे कदम शामिल है।
दिल्ली सरकार दिल्ली के हर घर में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ऐसी नवीन तकनीकों का इस्तेमाल आने वाले वक़्त में भी करता रहेगा, ताकि इस लक्ष्य को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।