लेखिका : सबतिनी चटर्जी
भारतीय विमानपत्तन आर्थिक नियामक प्राधिकरण (AERA) संशोधन विधेयक, 2021 और अंतर्देशीय पोत विधेयक, 2021 गुरुवार, 29 जुलाई को बिना बहस के पारित हो गए। सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान दिन स्थगित होने से पहले दो विधेयक पारित किए गए।
विपक्षी सदस्य पेगासस मुद्दे और तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। हालांकि, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें चेतावनी दी कि वे उन्हें “बार-बार काम में बाधा डालने वालों” के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वह 28 अगस्त, 2021 की घटना से ‘बेहद स्तब्ध’ हैं।
उन्होंने यह टिप्पणी 29अगस्त, 2021 को बैठक शुरू होने पर की। उन्होंने आगे कहा, ‘अगर आप संसदीय प्रथा पर ध्यान नहीं देंगे तो संसदीय प्रक्रिया कैसे मजबूत होगी? “मेरा ईमानदार प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि सभी सदस्यों के पास अपने मुद्दों को उठाने के लिए सही समय हो और उन्हें हर तरह का सम्मान दिया जाए।” उन्होंने कहा, “अगर 28 अगस्त, 2021 की घटना दोहराई जाती है, तो मुझे आपके सहयोग की जरूरत है और संसद का अपमान करने वाले सदस्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि हम अपनी संसद की गरिमा बनाए रख सकें।”
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने जब इस संबंध में माफी मांगी तो कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार के ‘जिद्दी’ रवैये के कारण विपक्षी सदस्य अपनी राय नहीं दे सके। स्पीकर ओम बिरला संसदीय सदन इस तरह के लगातार नारे के लिए सुबह 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
भाजपा के राजेंद्र अग्रवाल ने कुछ सवालों के जवाब दिए, लेकिन बैठक को एक घंटे में दो बार स्थगित करना पड़ा। कार्य मंत्रणा समिति के सदस्यों ने एजेंडे पर चर्चा करने के लिए बैठक की। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विपक्षी पीठ में कुछ कठोर टिप्पणी करने के बाद AERA संशोधन विधेयक पारित करने के लिए पेश किया।