( यह पोस्ट सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार की फेसबुक वॉल से साभार ली गई हैं. इसे यहां शेयर करने का मकसद इतना ही है कि छत्तीसगढ़ को नफरत और दंगे की आग में झुलसने नहीं देना है. )
राजस्थान से फोन आया है.
मुझे बताया गया है कि करौली दंगे की तैयारी हिंदुत्ववादी संगठन लंबे समय से कर रहे थे.इन संगठनों के पीछे आरएसएस और बीजेपी का हाथ है
इन लोगों का मकसद राजस्थान में सांप्रदायिकता को भड़का कर हिंदुओं के वोटों को एक साथ लाना है.
इनका लक्ष्य आने वाले विधानसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार हटाकर भाजपा की सरकार बनाना है.दंगा उसी मकसद से किया गया है.
छत्तीसगढ़ में भी आरएसएस के बड़े पदाधिकारी बस्तर और अन्य इलाकों में लगातार दौरे कर रहे हैं और सांप्रदायिकता भड़का रहे हैं.
वहां भी कांग्रेस की सरकार को हटाकर भाजपा अपनी सरकार बनाने की फिराक में है.
भाजपा को दंगे करा कर सत्ता में पहुंचने का रास्ता ही मालूम है इनसे और किसी अच्छे तरीके की उम्मीद नहीं की जा सकती.