तो इसका मतलब है वह पार्टी आपके वर्तमान के लिए कुछ नहीं करेगी
अगर कोई पार्टी अरब में हजरत मुहम्मद की महानता का गुणगान करके सत्ता में आ जाती है
तो इसका मतलब साफ़ है कि वहाँ के लोगों को अपने वर्तमान के बारे में जागरूकता नहीं है
इसी तरह अगर कोई पार्टी भारत में राम की महानता के नाम पर सत्ता में आ जाती है
तो इसका मतलब है कि भारत के लोगों में अपने वर्तमान के बारे में जागरूकता नहीं है
राजनीति का काम आपके अतीत की वापसी कराना नहीं है
राजनीति का काम आपको महान बताना भी नहीं है
राजनीति का काम आज की कमियाँ दूर करने का है
भारत की राजनैतिक पार्टियों का काम होना चाहिए कि वह समाज में फैली आज की बुराइयों को दूर करने की बात करें
ना कि आपको आपके महान धर्म और अतीत के लड़ाकू योद्धाओं के किस्से सुनायें
लेकिन आपको तो नशा प्यारा है
कोई यह कह दे कि तुम तो बड़े महान हो
देखो तुम्हारे नबी या तुम्हारे राम कितने महान थे
तो आप बड़े खुश हो जाते हैं
आप अपना स्वार्थीपन लालची होना अपना छोटापन सब छिपाना चाहते हैं
तो जैसे ही कोई कहता है कि तुम तो महाराणा प्रताप के महान वंशज हो
आप खुद को बड़े महान होने का अनुभव करने लगते हो
बस फिर आप अपनी बेरोजगारी गरीबी कुपोषण सब भूल जाते हो
राजनैतिक पार्टी आपको एक काल्पनिक अतीत का संसार फिर से बनाने का भरम पैदा करती है
जैसे साम्प्रदायिक पार्टी आपके दिमाग में डालती है कि अतीत का भारत ऋषियों मुनियों का था जो भगवा कपड़े पहनते थे
और फिर वह पार्टी भगवा झंडे आपकी आँखों के सामने लहराती है
आपका दिमाग सोचता है कि यह पार्टी एक ऐसा संसार बना देगी जिसमें फिर से ऋषी मुनि होंगे और मेरी बेरोजगारी गरीबी सब खत्म हो जाएगी
इसी के साथ ये अतीतवादी पार्टियां आपको याद दिलाती रहती हैं कि वर्तमान में ये दूसरे धर्म के लोग अतीत का समय वापस नहीं लाने दे रहे
इसलिए एक बार इन से पीछा छुड़ा लिया जाय तो सब ठीक हो जाएगा
इसलिए ये अतीतवादी पार्टी भारत में मुसलमानों को आपके सामने एक रोड़े के रूप में पेश करती है
मुस्लिम देशों में यहूदियों ईसाईयों को दुश्मन के रूप में पेश किया जाता है
और मार काट शुरू करवा कर सत्ता अपने हाथ में रखने की योजना पूरी करी जाती है
इस खेल में अमेरिका सबका गुरु है
अमेरिका ने ही दुश्मन खड़े कर के राजनीति चलाना सबको सिखाया है
अमेरिका ऐसा पूंजीपतियों के मुनाफे और लूट को जारी रखने के लिए करता है
अमेरिकी सरकार को वहाँ के पूंजीपति ही चलाते हैं
अमेरिका ने ही दुनिया में इस्लामी आतंकवाद का हव्वा खड़ा किया
और उसे सच्चा दिखाने के लिए आतंकवादी खड़े भी किये
तो अमेरिका ने एक तरफ तो आतंकवादी बनाने के लिए पैसा खर्च किया
दूसरी तरफ आतंकवाद से लड़ने के नाम पर सारी दुनिया में युद्ध शुरू कर दिए
इस पूरे खेल में अमेरिकी हथियार निर्माता पूंजीपतियों ने खूब मुनाफा कमाया
भारत भी इस खेल में शामिल हो गया
जब भारत में पूंजीवाद ने अपने पाँव पसारने शुरू किये
ये राजीव गांधी का समय था
उस दौर में यह साफ़ होने लगा था कि अब राज्य पहले की तरह कल्याणकारी राज्य नहीं रह सकता
अब सबको रोज़गार वगैरह की बात संभव नहीं रही
तो फिर जनता वोट क्यों देगी ?
जनता से वोट लेने के लिए जनता के दिमाग में यह डालो कि तुम खतरे में हो और सरकार तुम्हें खतरे से बचा रही है
उसी दौर में आतंकवाद का हव्वा खड़ा करने का सरकारी खेल भारत सरकार ने शुरू किया
आतंकवाद पर काबू पाने के लिए दमनकारी कानून बनाने का नाटक किया गया
और निर्दोष मुस्लिम नौजवानों को पकड़-पकड़ कर जेलों में ठूसने का खेल शुरू हुआ
इन दमनकारी कानूनों में 98% तक मुसलमान युवाओं को जेलों में ठूंसा गया
बाद में यह मुस्लिम युवा निर्दोष पाए गये और दस बीस साल बाद जेलों से निर्दोष साबित होकर छूटे
एक तरफ तो कांग्रेस सरकार ने मुसलमानों को ज्यादा कट्टर बनाने के लिए शाहबानो मामले में मुस्लिम औरतों को अधिकार देने के कोर्ट के फैसले के खिलाफ कानून बनाया
दूसरी तरफ हिन्दुओं को खुश करने के लिए बाबरी मस्जिद में जबरन रखी गई मूर्तियों का ताला खोल दिया
भारत की ख़ुफ़िया एजेंसियों द्वारा मुस्लिम नौजवानों को भड़काने और उन्हें तोड़ फोड़ के लिए उकसाने का खेल भी खूब खेला गया
यह सब इसलिए किया गया ताकि सरकार जनता को डरा कर उसकी रक्षक होने का भरम पैदा कर के वोट लेती रहे
और दूसरी तरफ सरकार को अपनी जेब में रख चुके पूंजीपति अपना मुनाफ़ा कमाने और देश के संसाधनों को हड़पने का काम बेरोकटोक चलाते रह सकें
बाबरी मस्जिद तोड़े जाने के बाद कांग्रेस सरकार द्वारा हजारों निर्दोष मुस्लिम नौजवानों को जेलों में डाल दिया गया था
और दावा किया गया कि यह लोग बदला लेने की योजना बना रहे हैं
इन नौजवानों को जेलों में बुरी तरह सताया गया
मैंने खालिकुज्ज़मा साहब के बारे में तो लिखा भी था
वे एक इंजीनियर थे
उन्हें पकड़ कर उनके दसों नाखून खींच लिए गये थे
बाद में वे निर्दोष घोषित किये गये और अब वे बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं
मेरा यह सब बताने का मकसद यह है कि भारत के हिन्दुओं को अपनी ऑंखें खोलनी चाहिये
और जो पार्टियां उन्हें बेवकूफ बना कर मुसलमानों के खिलाफ भड़का कर वोट झटक रही हैं
उनकी असली मंशा समझनी चाहिए
भारत के हिन्दुओं को आज भाजपा इस मुकाम पर ले आयी है कि अब भारत के हिन्दू लोग मुसलमानों के काल्पनिक डर से
भाजपा के बलात्कारियों का भी समर्थन कर रहे हैं
और बैंक लूटने वाले लुटेरे पूंजीपतियों का भी बचाव कर रहे हैं
ध्यान दीजिये आपको मूर्ख बना कर साम्प्रदायिक आधार पर वोट लेने वाली पार्टियों का असली मकसद कुछ दूसरा ही होता है
वह आपके धर्म की दोस्त नहीं होती
बल्कि वह आपके वर्तमान और आपके भविष्य की दुश्मन होती हैं