-दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में चार विश्वस्तरीय सिटी फॉरेस्ट विकसित किए जाएंगे- गोपाल राय
- “प्रकृति के पास,परिवार के साथ ” की थीम पर बनेगा सिटी फॉरेस्ट – गोपाल राय -पर्यावरण के अनुकूल होगा सिटी फारेस्ट का विकास – गोपाल राय नई दिल्ली, 26 अप्रैल 2022
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज दिल्ली सचिवालय में प्रेसवार्ता में बताया कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के अलग-अलग भागों में विश्व स्तर के 4 सिटी फोरेस्ट विकसित करेगी । ये सिटी फारेस्ट”प्रकृति के पास,परिवार के साथ” की थीम पर विकसित किए जाएंगे।
दिल्ली सचिवालय में आयोजित महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता के दौरान पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि केजरीवाल सरकार द्वारा उठाए गए तमाम उपायों के परिणामस्वरूप दिल्ली के अंदर हरित क्षेत्र (ग्रीन कवर ) में काफी इज़ाफ़ा देखा गया है | दिल्ली में जहाँ साल 2013 में हरित क्षेत्र 20 फीसदी था वह केजरीवाल सरकार के प्रयासों के कारण, साल 2021 में बढ़कर 23.06 फीसदी हो गया है | साथ ही शहरों के प्रति व्यक्ति फॉरेस्ट कवर के मामले में दिल्ली पूरे देश में नंबर वन हो गया है।
उन्होंने बताया कि समर एक्शन प्लान के सभी 14 बिंदुओं में से एक दिल्ली के सिटी फॉरेस्ट को विकसित करना हैं | दिल्ली के चारों कोनो में मौजूद मुख्य 4 सिटी फारेस्ट को पहले प्रारंभिक फेज में विकसित करने का लक्ष्य तय किया गया हैं | इनमे दक्षिण पश्चिम दिल्ली का मित्राओं सिटी फोरेस्ट , उत्तरी दिल्ली का अलीपुर सिटी फोरेस्ट, पूर्वी दिल्ली का गढ़ी मांडू सिटी फोरेस्ट और दक्षिण दिल्ली का जौनापुर सिटी फोरेस्ट शामिल है|यह चारों सिटी फोरेस्ट दिल्ली के लगभग 286 एकड़ में फैले हुए हैं | इस परियोजना के तहत मित्राऊ सिटी फारेस्ट के पॉकेट ए और बी का 98 एकड़, अलीपुर सिटी फारेस्ट का 48 एकड़, गढ़ी मांडु सिटी फारेस्ट का 42 एकड़ और जौनापुर सिटी फारेस्ट का 98 एकड़ में विकसित किया जाएगा |
- वर्ल्ड क्लास सिटी फारेस्ट की विशेषताएँ
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने वर्ल्ड क्लास स्तर पर बनाए जा रहे इन सिटी फोरेस्ट की विशेषताओं के बारे में उल्लेख करते हुए बताया कि इन सिटी फारेस्ट का पर्यावरण के अनुकूल विकास किया जाएगा | इसके तहत उनकी भौतिक संरचना के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी | इन सिटी फोरेस्ट में आम आदमी के लिए मुरम पाथ, पेय जल, सार्वजनिक सुविधाएँ, मेडिटेशन हट, एम्पीथीयेटर जैसी सुविधाएँ तो मौजूद होंगी ही, साथ ही रिसर्च करने के लिए और उनके रिसर्च के आधार पर सिटी फोरेस्ट को और बेहतर बनाने के लिए इन सिटी फोरेस्ट को ओपन म्यूजियम या लिविंग लैब के रूप में विकसित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन सिटी फोरेस्ट में छोटी -छोटी नर्सरी के द्वारा सभी लोगो को मुफ्त में पौधे भी वितरित किये जाएँगे | आउट डोर एक्टिविटीज जैसे बर्ड वाचिंग, जंगल वॉक एक्टिविटी इत्यादि भी शामिल हैं | साथ ही पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए उन्होंने बताया कि सिटी फोरेस्ट में एक्टिविटी करने वाले तथा कराने वालों को एक कॉमन प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिए ऑन लाईन पोर्टल का विकास भी किया जाएगा।
- मुख्य थीम “प्रकृति के पास, परिवार के साथ “
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि सरकार सिटी फोरेस्ट को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए सबसे पहले एक डिजाईन/आईडिया कम्पटिशन कराएगी। इसके लिए विभाग द्वारा एक स्टेयरिंग कमेटी का गठन किया जा रहा है। जिसके मार्गदर्शन में यह कार्य होगा। इस परियोजना की मुख्य थीम हैं “प्रकृति के पास,परिवार के साथ “, जिसके अनुसार दिल्ली सरकार सभी लोगो को प्रकृति के साथ जोड़ने की कोशिश कर रही हैं |
पर्यावरण मंत्री ने सिटी फोरेस्ट को विकसित करने के मुख्य उद्देश्य के बारें में कहा कि हमारी सरकार दिल्ली के लोगों को ऐसी जगह देना चाहती हैं जहॉं लोग प्रकृति का आनंद ले सकें और साथ-ही आने वाली पीढ़ी को भी प्रकृति के बारे में जागरूक कर सके। केजरीवाल सरकार दिल्ली के सिटी फोरेस्ट को और बेहतर बनाने तथा इकोलॉजिकल सुरक्षा के आधार पर इनका विकास करने के लिए तत्पर हैं |