सावधान! गेहूं कहीं नींबू न बन जाए

दैनिक समाचार

द्वारा : आर. चन्द्र विद्रोही

गेहूं का आटा आप इस साल किस भाव खरीद सकते हैं? गर्म हवा के थपेड़ों की वजह से गेहूं उत्पादन कम हो गया है। मंडी में 20 प्रतिशत कम गेहूं आया है। सरकारी खरीद 35 प्रतिशत कम हुई है।
अगर सरकार मुफ्त अनाज बांटना बंद नहीं करती और निर्यात नहीं रोकती तो गेहूं का बहुत मामूली क्लोजिंग स्टाक बचने की संभावना है।
ये आश्चर्य की बात है इस दफा व्यापारी लगभग सरकारी दर पर ही गेहूं खरीद रहे हैं। देश के हर क्षेत्र मे गेहूं की पैदावार इस साल कम हुई है .

खरीद चल रही है। यह सही है। 35 प्रतिशत कम खरीद हुई है, यह सरकार का आंकड़ा है। 190 लाख टन गेहूं कम खरीदे जाने की संभावना है, यह सरकार के अधिकारियों का मानना है।
पहले सरकारी खरीद में 6 प्रतिशत कमजोर दानों की मंजूरी थी, उसे बढ़ाकर 8 प्रतिशत कर दिया गया है। यह तथ्य है।
खैर….. अब क्या कहें।
दाल, तेल से लेकर नींबू तक झेल गई पब्लिक. आटा भी झेल जाएगी।
चिन्ता इतनी सी है गेँहू नींबू ना बन जाये ।

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