स्वस्थ व सुरक्षित दिल्ली के विज़न को साकार करने का काम कर रही है ‘दिल्ली की योगशाला’- उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
योग करने से अधिकांश मरीज 5 से 7 दिनों के भीतर कोरोना से उबरे, ज्यादातर मरीजों ने माना संक्रमण के दौरान योग करने से उन्हें सांस फूलने जैसी समस्या का नहीं करना पड़ा सामना-रमेश के. गोयल, उपकुलपति, दिल्ली फर्मास्यूटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी
06 मई, नई दिल्ली
केजरीवाल सरकार द्वारा होम-आइसोलेशन कर रहे कोरोना संक्रमित लोगों के लिए ‘दिल्ली की योगशाला’ कार्यक्रम के तहत शुरू की गई ऑनलाइन योग क्लासेस सुपरहिट रही और 4600 से ज्यादा संक्रमितों को इसका लाभ हुआ| इस फ्री योग कक्षाओं से संक्रमितों को हुए वास्तविक फायदे की जाँच करने के लिए दिल्ली फर्मास्यूटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी द्वारा आईसीएमआर के सीटीआरआई के तहत पंजीकृत एक रिसर्च किया गया जिसके शानदार नतीजे देखने को मिले| इस रिसर्च में शामिल 92.3% लोगों ने माना कि संक्रमण के दौरान योग करने से उन्हें कोरोना के सभी लक्षणों में सुधार देखने को मिला और उन्हें सांस फूलने जैसी समस्या नहीं हुई|
इस बाबत उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की योगशाला कार्यक्रम, केजरीवाल सरकार कि दिल्ली की जनता को योग के माध्यम से स्वस्थ रखने की एक अनूठी पहल है| उन्होंने कहा कि ये बेहद ख़ुशी की बात है कि जिस उद्देश्य के तहत ‘दिल्ली की योगशाला’ कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी वो पूरा हो रहा है और लोगों को इसका फायदा हो रहा है| उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत कोरोना के दौरान संक्रमितों को फ्री ऑनलाइन योग कक्षाएं उपलब्ध करवाई गई जिससे न केवल उन्हें कोरोना से उबरने में मदद मिली बल्कि उनके खांसी, सर्दी, शरीर में दर्द, सांस फूलना आदि जैसे लक्षणों से भी राहत मिली|
रिसर्च के क्या नतीजे रहे?
-रिसर्च में शामिल ज्यादातर मरीज 30 से 70 साल के बीच
-92.3% रोगियों ने माना योग करने से कोरोना के लक्षणों में दिखा सुधार
-ज्यादातर मरीजों ने माना कि उन्हें संक्रमण के दौरान योग करने से सांस फूलने जैसी समस्या का नहीं करना पड़ा सामना
-योग करने से अधिकांश मरीज 5 से 7 दिनों के भीतर कोरोना से उबरे
- योग करने वाले केवल 21 संक्रमित ही ले रहे थे कोई दवाई, केवल 26.2% का ही हुआ था टीकाकरण
- ज्यादातर संक्रमितों ने माना योग करने से उन्हें खांसी, सर्दी, शरीर में दर्द, नींद सांस फूलना आदि से जैसे लक्षण से मिली राहत
-संक्रमितों ने माना ऑनलाइन योग क्लासेस ने उनके अकेलेपन को खत्म करने के साथ मेंटल हेल्थ को भी बेहतर करने का किया काम
रिसर्च में शामिल लोगों ने क्या कहा
“संक्रमण के दौरान मुझे दिल्ली सरकार द्वारा दी जा रही फ्री ऑनलाइन क्लासेज में शामिल होकर बहुत अच्छा लगा। जब मैं कोरोना पॉजिटिव हुआ तो मुझे इन क्लास में शामिल होने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से कॉल आया। मैंने ये क्लासेस ज्वाइन की और मुझे यहां का माहौल बहुत अच्छा लगा। कोरोना पॉजिटिव होने के दौरान मैं परिवार से अलग-थलग रह रहा था इस स्केलेपन से मुझे मानसिक तौर पर काफी परेशानी हो रही थी| लेकिन योग करके व क्लास में शामिल अन्य लोगों से बातें कर मुझे बहुत अच्छा लगा| योग करने से मेरे फेफड़ों को भी फायदा हुआ और साँस फूलने जैसी समस्या नहीं हुई। मैं दिल्ली सरकार को उनकी इस अनूठी पहल के लिए धन्यवाद करता हूँ|
राजेश, केन्द्रीय कर्मचारी, शकूरपुर
महिपालपुर में रहने वाले 57 वर्षीय बिजनेसमैन नारायण किनारकर ने कहा कि संक्रमित रहने के दौरान मैंने ऑनलाइन क्लासेज में भाग लिया| इस कक्षों के दौरान मुझे एक जबरदस्त अनुभव हुआ। प्रशिक्षक बहुत जानकार थे उन्होंने मेरे सोने के पैटर्न की भी जाँच की और मुझे उस पर सलाह दी। मुझे बीपी की समस्या थी और ये हमेशा हाई रहता था लेकिन योग करने के बाद ये सामान्य हो गया। मैं अभी भी वहां के प्रशिक्षकों के संपर्क में हूं और समय-समय पर उनसे अपने स्वास्थ्य के बारे में सलाह लेता हूं। मैं अभी भी अपने खाली समय में योग करता हूँ जो मैंने ऑनलाइन कक्षाओं में सीखा था।
सुल्तानपुरी निवासी 32 वर्षीय मुकेश शर्मा ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि योग से होने वाले फायदों को तो हम सभी जानते है लेकिन संक्रमण के दौरान इन ऑनलाइन क्लासेज में शामिल होकर मुझे योग करने का असल फायदा पता चला| मैं संक्रमित होने के बाद भी योग करने से खुद को और अधिक ऊर्जावान महसूस कर रहा था। संक्रमण के दौरान मुझे सांस लेने में परेशानी आती थी लेकिन योग करने से मुझे इसमें भी आराम मिला साथ ही मुझे अपना तनाव कम करने में भी मदद मिली|
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में पूरी दिल्ली में ‘दिल्ली की योगशाला’ कार्यक्रम के तहत 465 शिविर आयोजित किए गए हैं और इसमें 16 हज़ार से ज्यादा लोग शामिल है और इसका लाभ उठा रहे है|