तेजिंदर बग्गा को बचाने के लिए दिल्ली और हरियाणा पुलिस की गैर कानूनी कार्रवाई से भाजपा का असली चेहरा देश के सामने आया, वह गुंडागर्दी, लफंगई, हिंसा व दंगे करने वालों को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है- आतिशी

दैनिक समाचार
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  • दिल्ली पुलिस का पूरा इस्तेमाल करते हुए गुंडागर्दी और दंगा भड़काने का पूरा प्रयास करने के आरोपी तेजिंदर बग्गा को बचाने के लिए भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी- आतिशी
  • पंजाब पुलिस ने तेजिंदर बग्गा पर पंजाब में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की कोशिश करने के आरोप में केस दर्ज किया है- आतिशी
  • पंजाब पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए तेजिंदर बग्गा को पांच बार समन भेजा, लेकिन वो जांच में शामिल नहीं हुए- आतिशी
  • पंजाब पुलिस जब दिल्ली पुलिस को सूचना देने जनकपुरी थाने गई, तो उनको गैर कानूनी रूप से बंधक बना लिया गया- आतिशी
  • भाजपा एक गुंडे, दंगाई और लफंगे को बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है, क्योंकि वो खुद गुंडों, दंगाइयों, हिंसा करने वालों की पार्टी है- आतिशी
  • बीजेपी का कहना कि यह द्वेष की राजनीति के कारण हो रहा है, बिल्कुल गलत है, भाजपा को इसलिए ऐसा लग रहा, क्योंकि वो हमेशा से स्टेट मशीनरी का दुरुपयोग करती रही है- सौरभ भारद्वाज
  • भाजपा शासित राज्यों में विपक्षी नेताओं के घर ईडी व इनकम टैक्स की छापेमारी और एनआईए का समन आना आम बात है- सौरभ भारद्वाज

नई दिल्ली, 06 मई, 2022

तेजिंदर बग्गा को बचाने के लिए दिल्ली और हरियाणा पुलिस की गैर कानूनी कार्रवाई से भाजपा का असली चेहरा देश के सामने आ गया है। भाजपा गुंडागर्दी, लफंगई, हिंसा और दंगे करने वालों को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। यह कहना है आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं विधायक आतिशी का। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस का पूरा इस्तेमाल करते हुए गुंडागर्दी और दंगा भड़काने का प्रयास करने के आरोपी तेजिंदर बग्गा को बचाने के लिए भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी। पंजाब पुलिस ने तेजिंदर बग्गा को पांच बार समन भेजा, लेकिन वो जांच में शामिल नहीं हुए। पंजाब पुलिस जब दिल्ली पुलिस को सूचना देने जनकपुरी थाने गई, तो उनको गैर कानूनी रूप से बंधक बना लिया गया। भाजपा एक गुंडे, दंगाई और लफंगे को बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है, क्योंकि वो खुद गुंडों, दंगाइयों, हिंसा करने वालों की पार्टी है। वहीं, ‘आप’ के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी का यह कहना कि यह द्वेष की राजनीति के कारण हो रहा है, बिल्कुल गलत है। भाजपा को इसलिए ऐसा लग रहा है, क्योंकि वो हमेशा से स्टेट मशीनरी का दुरुपयोग करती रही है।

भाजपा नेता तेजिंदर बग्गा पर हमला करने, दंगा भड़काने, धार्मिक विद्वेष फैलाने समेत कई आरोप लग चुके हैं और उन पर कई केस दर्ज हैं- आतिशी

आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं कालकाजी से विधायक आतिशी ने आज पार्टी मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कई दिनों से हम बार-बार यह मुद्दा देश की जनता के सामने रख रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी एक गुंडों, लफंगों की पार्टी है। भाजपा के नेता हिंसा करवाते हैं और तोड़फोड़ करते हैं। भाजपा के नेता दंगई हैं और दंगे भड़काते हैं। यह बात न सिर्फ आम आदमी पार्टी कह रही है, बल्कि पूरे देश की जनता यह कह रही है कि वो भाजपा की इस गुंडागर्दी से परेशान है। ऐसे ही गुंडागर्दी, लफंगई, हिंसा और दंगे भड़काने वाले भाजपा नेताओं में से एक नेता तेजिंदर बग्गा भी हैं। गुंडागर्दी, दंगई, लफंगई की यह सारी वैल्यूज जो भाजपा की है, उनका साक्षात स्वरूप तेजिंदर बग्गा हैं। तेजिंदर बग्गा जी भाजपा के वही नेता हैं, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट के परिसर में घुसकर एक वकील पर हमला किया था। तेजिंदर बग्गा जी ने रामलीला मैदान के अंदर चल रहे एक कार्यक्रम में हमला किया था। उन्होंने एक एक किताब की लांचिंग के दौरान किताब लिखने वाले पर हमला किया था। अमित शाह के रोड शो के दौरान हुई हिंसा हुई थी और हिंसा करने की वजह से तेजिंदर बग्गा जी पर केस लगा हुआ है। तेजिंदर बग्गा जी के खिलाफ जनवरी 2014 में किसी के घर में जबरन घुसकर हमला करने पर आईपीसी की धारा 452 का केस लगा हुआ है। तेजिंदर बग्गा पर दंगा भड़काने, धार्मिक विद्वेष फैलाने, धर्म-जाति और समुदाय के नाम पर महौल खराब करने का आईपीसी सेक्शन 153 के तहत केस दर्ज है। उन पर पटियाला हाउस कोर्ट में 153 में केस लगा हुआ है कि दंगा कराने की नीयत से भड़काउ भाषण देने का उन्हें दोषी करार दिया गया है। इस तरह इन पर लगे आरोपों की लिस्ट काफी लंबी है।

पंजाब पुलिस ने पूरी कानूनी प्रक्रिया के अनुसार दिल्ली पुलिस को सूचित किया- आतिशी

‘आप’ की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि तेजिंदर बग्गा जी पर पंजाब पुलिस ने एक केस दर्ज किया है। क्योंकि उन्होंने पंजाब का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। तेजिंदर बग्गा ने पंजाब में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की कोशिश की। इस वजह से पंजाब की पुलिस ने उन पर केस दर्ज किया है। जो कानून की प्रक्रिया है, उसी प्रक्रिया के तहत तेजिंदर बग्गा जी को पांच बार समन भेजा गया कि वो जांच में शामिल हों, लेकिन तेजिंदर बग्गा जी जांच में शामिल नहीं हुए। चूंकि वो जांच में शामिल नहीं हुए। इसलिए पंजाब पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए तेजिंदर बग्गा जी के नाम पर एक अरेस्ट वारेंट जारी किया और पंजाब पुलिस तेजिंदर बग्गा जी को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली आई। पूरी कानूनी प्रक्रिया के अनुसार पंजाब पुलिस ने दिल्ली पुलिस को सूचित भी किया। लेकिन दिल्ली पुलिस तो भाजपा के अधीन आती है। वही भाजपा जो गुंडों को सम्मानित करती है, हिंसकों को माला पहनाती है, दंगाइयों को टिकट देती है। दिल्ली पुलिस का पूरा इस्तेमाल करते हुए तेजिंदर बग्गा जी की गुंडागर्दी और दंगा भड़काने का जो उनका पूरा प्रयास था, उससे उन्हें बचाने के लिए भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी। जब पंजाब पुलिस, दिल्ली पुलिस को सूचित करने के लिए जनकपुरी थाने में गई, तो उनको गैर कानूनी रूप से बंधक बना लिया गया। पंजाब पुलिस पूरी प्रक्रिया का पालन करके दिल्ली पुलिस को सूचना देने जाती है और भाजपा व अमित शाह जी की दिल्ली पुलिस एक गुंडे को बचाने के लिए गैर कानूनी तरीके से पंजाब पुलिस को बंधक बना लेती है।

जब भाजपा का कोई गुंडा, दंगाई और लफंगई करने वाला पकड़ा जाता है, तो वह उसे बचाने के लिए गैर कानूनी रूप से सरकारी तंत्र को लगा देती है- आतिशी

‘आप’ की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि आज सुबह पंजाब पुलिस ने तेजिंदर बग्गा को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के लिए अरेस्ट करके ले जाती है, तो फिर से गैर कानूनी रूप से हरियाणा पुलिस का इस्तेमाल किया जाता है और पंजाब की पुलिस को रोक दिया जाता है। आज साफ स्पष्ट हो गया है कि भाजपा एक गुंडे, दंगई और लफंगे को बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाने को तैयार है। यह तो होना ही था। क्योंकि भाजपा खुद एक गुंडों, दंगाइयों, हिंसकों की पार्टी है। जब कोई गुंडा, दंगई और जब कोई उनका लफंगई करने वाला पकड़ा जाता है, तो भाजपा गैर कानूनी रूप से उपर से नीचे तक सरकारी तंत्र को लगा देती है, ताकि वो अपने एक गुंडे, बदमाश और दंगई को बचा सके। आज दिल्ली पुलिस, हरियाणा पुलिस और भाजपा ने तेजिंदर बग्गा जी को बचाने के लिए जो गैर कानूनी कार्रवाई की है, उससे भाजपा का असली स्वरूप पूरे देश के सामने आ गया है कि गुंडागर्दी, लफंगई, हिंसा, दंगे करने वालों को बचाना भाजपा का धर्म है और गुंडों को बचाने के लिए भाजपा किसी भी हद तक जा सकती है।

तेजिंदर बग्गा की यूएसपी अभद्र भाषा, जहरीले भाषण और दो संप्रदायों के बीच झगड़ा कराने और नफरत फैलाने वाली है- सौरभ भारद्वाज

वहीं, आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि तेजिंदर बग्गा के बारे में इंटरनेट पर सर्च करेंगे और उनके सोशल मीडिया अकाउंट देखेंगे तो पता चलेगा कि वे किस तरह की चीजों के लिए जाने जाते हैं। इनकी यूएसपी गंदी-घटिया भाषा शैली, अभद्र भाषा, जहरीले भाषण और दो संप्रदायों के अंदर झगड़ा कराने और नफरत फैलाने वाली है। यह 2011 में सुप्रीम कोर्ट परिसर में एक 70 साल के बुजुर्ग को जूतों से पीटने पर सुर्खियों में आए थे। यह एक बुजुर्ग को पीटने के लिए इंद्र वर्मा और विष्णु गुप्ता के साथ गए थे। इसके बाद 2011 में रामलीला मैदान में पीएफआई के कार्यक्रम में हंगामा किया और चर्चा में आए। 2014 जनवरी में तिलक मार्ग थाने में तेजिंदर बग्गा के खिलाफ घर में घुसने और हमले करने की कोशिश करने का आरोप लगा। आईपीसी की धारा 452 के तहत मामला दर्ज हुआ। 15 अक्टूबर 2018 में तुगलक रोड थाने में धार्मिक द्वेष फैलाने और लोगों को भड़काने, जाति-धर्म और समुदाय के नाम पर समाज में माहौल खराब करने के आरोप में आईपीसी की धारा 153ए में मुकदमा दर्ज हुआ। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कोलकाता में अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसा का आरोप इन पर लगा और उस दौरान गिरफ्तारी हुई।

सौरभ भारद्वाज कहा कि 29 नवंबर 2019 में पटियाला हाउस कोर्ट ने आईपीसी की धारा 153 के तहत दंगा कराने की नियत से भड़काऊ भाषण देने के लिए इनको दोषी ठहराया और पटियाला हाउस कोर्ट ने दोषी माना। आईपीसी की धारा 323 के तहत जानबूझकर चोट पहुंचाने के तहत आरोपित किया गया और 120बी के तहत आपराधिक साजिश का भी आरोपी करार दिया गया। इसके अलावा उनके ऊपर दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं, जिस तरह से एक बड़े आरोपी का डोजियर होता है, उसी तरह के डोजियर है।

पांच बार समन देने के बावजूद तेजिंदर बग्गा जांच में शामिल नहीं हुए, जिसके बाद पंजाब पुलिस ने उनको गिरफ्तार किया- सौरभ भारद्वाज

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि तेजिंदर बग्गा ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से पंजाब में सांप्रदायिक तनाव और सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की कोशिश की। इनके ऐसे बयानों के चलते पंजाब पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। किसी भी मुजरिम के ऊपर जब मुकदमा दर्ज किया जाता है, तब पुलिस आरोपी को कहती है कि आप जांच में साथ दीजिए। इनके पास जांच में शामिल होने के लिए समन भेजा गया, लेकिन यह जांच में शामिल नहीं हुए। इसके बाद दोबारा समन भेजा गया, लेकिन फिर भी जांच में शामिल नहीं हुए। भाजपा वाले कह रहे हैं कि इनको नहीं बताया गया और गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि पांच-पांच बार भाजपा के प्रवक्ता ने इस संबंध में बयान दिए हैं कि पंजाब पुलिस बग्गा के घर में आई। आखिर पुलिस क्यों आई थी? क्या फिल्म का ऑडिशन करने के लिए आई थी। इनको समन देने के लिए आई थी। इसके बावजूद जांच में शामिल नहीं हुए। पांच बार सम्मन दिए गए लेकिन जांच में शामिल नहीं हुए, जिसके बाद पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पंजाब पुलिस पूरी तरह से निष्पक्ष होकर कार्रवाई कर रही है। अगर इनके पक्ष में जरा सी भी गुंजाइश होती तो लोअर कोर्ट, हाईकोर्ट तक होकर आ गए, अग्रिम जमानत की कोशिश की, लेकिन किसी कोर्ट को अंदर कोई राहत नहीं मिली। उसके बाद इनको गिरफ्तार किया गया है।

पंजाब पुलिस पूरी तरह से निष्पक्षता से काम कर रही है- सौरभ भारद्वाज

उन्होंने कहा कि बीजेपी का यह कहना कि यह द्वेष की राजनीति के कारण हो रहा है, यह बिल्कुल गलत है। बीजेपी को ऐसा लगता है क्योंकि भाजपा हमेशा से स्टेट मशीनरी का दुरुपयोग करती रही है। जिस राज्य में भाजपा की सरकार होती है, वहां विपक्ष के नेता के घर ईड़ी का छापा पड़ना, पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया जाना, इनकम टैक्स की रेड होना, एनआईए के समन आना आम बात है। यह भाजपा की कार्यशैली है। भाजपा ने हमेशा से उसके खिलाफ रहने वाले लोगों को डराया, धमकाया और पुलिस का इस्तेमाल किया। वहीं दूसरी कोई पार्टी अगर निष्पक्षता से भी काम करती है तो वह भाजपा के मन में जो मैल और द्वेष है तो इससे उसे लगता है कि कहीं बाकी लोग भी तो हमारी तरह नहीं हो गए। इसलिए इनको ऐसा लग रहा है। पंजाब पुलिस पूरी तरह से निष्पक्षता से काम कर रही है। यह मामला पंजाब और दिल्ली पुलिस का है।

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