- डीपीएसआरयू के विद्यार्थी नए विशेषज्ञता कोर्स के साथ कौशल और ज्ञान से होंगे भी लैस और देश में हेल्थ केयर मैनपॉवर व स्पेशलाइज्ड पेशेंट सपोर्ट सर्विसेज की मांगों को करेंगे पूरा- मनीष सिसोदिया
- डीपीएसआरयू इन दोनों कोर्स के अंतर्गत विद्यार्थियों को फील्ड एक्सपोजर भी देगा, विद्यार्थियों को हैंड्स ऑन अनुभव देने के लिए दिल्ली के प्रतिष्ठित अस्पतालों के साथ की साझेदारी- रमेश के. गोयल, उपकुलपति, डीपीएसआरयू
नई दिल्ली, 09 मई 2022
केजरीवाल सरकार मेडिकल साइंस के स्टूडेंट्स को विशेषज्ञता देने के साथ-साथ मेडिकल साइंस इंडस्ट्री की जरूरतों को पूरा करने के लिए उनकी कौशल दक्षता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी (डीपीएसआरयू) ने दो नए जॉब ओरिएंटेड कोर्स बीएससी बायोमेडिकल साइंस व बीएससी नर्सिंग की शुरुआत की हैं। यहां स्टूडेंट्स को नर्सिंग के तीसरे और चौथे साल में डायग्नोस्टिक्स, रेडियोलॉजी तकनीक आदि जैसे क्षेत्रों में सुपर-स्पेशलाइजेशन की पेशकश भी की जाएगी। इन कोर्सेज की आवश्यकता बताते हुए उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना के बाद की स्थितियों में हेल्थ केयर मैनपॉवर, स्पेशलाइज्ड पेशेंट सपोर्ट सर्विसेज विशेष रोगी और मेडिकल के क्षेत्र में प्रबंधन की मांग बढ़ी है। ऐसे में ये कोर्सेज मेडिकल साइंसेज के स्टूडेंट्स को स्पेशलाइज्ड स्किल्स देंगे और उनके लिए नौकरी की संभावनाओं को बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि डीपीएसआरयू समय की जरूरतों के अनुसार इन कोर्सेज में बदलाव भी करेगा।
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना के दौरान देश की हेल्थ केयर इंडस्ट्री में ऐसे हेल्थ केयर प्रोफेशनल की भारी कमी देखने को मिली जो स्पेसिफिक मेडिकल टेक्नोलॉजी के साथ डॉक्टरों की बेहतर ढंग से सहायता कर सकें। ऐसे में इस तरह के कोर्सेज स्टूडेंट्स को स्किल व नॉलेज देने के साथ-साथ देश में हेल्थ केयर इंडस्ट्री की जरूरतों को भी पूरा करने में मदद करेंगे।
इन कोर्सेज के स्ट्रक्चर के बारे में विस्तार से बताते हुए, डीपीएसआरयू के उपकुलपति, रमेश के. गोयल ने कहा कि स्टूडेंट्स को हैंड्स-ऑन अनुभव देने के लिए डीपीएसआरयू ने अंबेडकर नगर अस्पताल, दक्षिणपुरी और दिल्ली के कुछ अन्य अस्पतालों के साथ एमओयू भी कर रहे है| साथ ही विश्वविद्यालय यह सुनिश्चित करेगा कि हर स्टूडेंट्स को अपने स्पेशलाइजेशन के दौरान आवश्यक फील्ड एक्सपोजर भी मिले। उन्होंने कहा कि यह एनईपी 2020 के अनुसार इन कोर्सेज में चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम व मल्टीपल एग्जिट के प्रावधान भी दिए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि डीपीएसआरयू ने हमेशा मेडिकल इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार कोर्सेज को डिजाइन करने को प्राथमिकता दी है। इससे पहले यहां बी.फार्मा (आयुर्वेद), डीएमएलटी, बीएमएलटी, बीबीए (कम्युनिटी हेल्थ), एमएससी (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन मेडिसिन) जैसे पाठ्यक्रम शुरू किए थे।