- केजरीवाल सरकार ने लोगों का सफर आसान करने के लिए कॉरिडोर डेवलपमेंट और फ्लाईओवर निर्माण योजना के तहत 724.36 करोड़ रुपए लागत के दो प्रोजेक्ट्स को दी मंजूरी
- सड़कों से ट्रैफिक का भार होगा कम, दिल्ली की तरक्की में गेम चेंजर साबित होंगे यह फ्लाईओवर – मनीष सिसोदिया
- आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर के बीच तैयार होगा छह लेन का फ्लाईओवर, ट्रांसपोर्ट हब आनंद विहार के ट्रैफिक बोझ को करेगा कम
- हमारा फोकस दिल्ली की सड़कों से भीड़भाड़ कम कर उन्हें बेहतर बनाना और लोगों को सड़कों के इस्तेमाल का बेहतर अनुभव प्रदान करना है- मनीष सिसोदिया
- उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में एक्सपेंडिचर फाइनेंस कमिटी की आज हुई बैठक में दोनों फ्लाई ओवर को बनाने का लिया गया निर्णय
नई दिल्ली, 10 मई 2022
केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की सड़कों से भीड़भाड़ कम करने और यात्रियों को बेहतर आवागमन प्रदान करने के अपने प्रयासों को जारी रखते हुए मंगलवार को कॉरिडोर डेवलपमेंट और फ्लाईओवर निर्माण योजना के तहत 724.36 करोड़ रुपये की लागत के 2 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी। इसमें 352.32 करोड़ रूपये लागत से पंजाबी बाग फ्लाईओवर और राजा गार्डन फ्लाईओवर के बीच कॉरिडोर डेवलपमेंट व स्ट्रीट नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट व 372.04 करोड़ रूपये लागत के आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर तक फ्लाईओवर निर्माण की परियोजना शामिल है| उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में एक्सपेंडिचर फाइनेंस कमिटी की बैठक में यह निर्णय लिए गए| इन फ्लाईओवर व कोरिडोर के निर्माण के बाद रोजाना यहां से गुजरने वाले लाखों लोगों को फायदा होगा और उनका समय बचेगा| इस मौके पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि इन जगहों पर ट्रैफिक की समस्या को खत्म करने व वर्तमान सड़क की क्षमता को बढ़ाने में ये प्रोजेक्ट काफी मददगार साबित होंगे और गेम चेंजर साबित होंगे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली में यातायात को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है| हमारा फोकस दिल्ली की सड़कों से भीड़भाड़ कम करना, उन्हें बेहतर बनाना और लोगों को सड़कों के इस्तेमाल का बेहतर अनुभव प्रदान करना है|
पंजाबी बाग फ्लाईओवर और राजा गार्डन फ्लाईओवर के बीच का ये कॉरिडोर रिंग रोड का हिस्सा है और यहां ट्रैफिक का लोड काफी ज्यादा है, क्योंकि यहां रोहतक रोड (एनएच -10) का उपयोग करके हरियाणा का ट्रैफिक आता है| साथ ही ये उत्तरी दिल्ली को दक्षिणी दिल्ली, गुडगाँव व एनसीआर के अन्य हिस्से से जोड़ने का भी काम करता है| यहां मौजूद वन- वे फ्लाईओवर और कम क्षमता वाले चौराहों वर्तमान के ट्रैफिक लोड के लिए पर्याप्त नहीं है जिससे यहां ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा होती है। इस कोरिडोर के निर्माण से मौजूदा रोड का ट्रैफिक एलिवेटेड रोड पर शिफ्ट हो जाएगा और इससे रोजाना दिल्ली एनसीआर के लाखों लोगों को फायदा होगा|
पंजाबी बाग फ्लाईओवर और राजा गार्डन फ्लाईओवर के बीच कॉरिडोर डेवलपमेंट व स्ट्रीट नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट के मुख्य बिंदु
- ईएसआई हॉस्पिटल से पंजाबी बाग क्लब रोड तक 6 लेन के एलिवेटेड कोरिडोर का निर्माण
- पंजाबी बाग क्लब रोड पर मौजूदा 2 लेन वाले वन-वे फ्लाईओवर की क्षमता बढ़ाकर वहां 6 लेन के टू-वे फ्लाईओवर का निर्माण
- मोती नगर के मौजूदा 2 लेन वाले वन-वे फ्लाईओवर की क्षमता बढ़ाकर वहां 6 लेन के टू-वे फ्लाईओवर का निर्माण
-ईएसआई हॉस्पिटल के पास मौजूदा सब-वे रैंप को कैरिज-वे के दोनों ओर सर्विस रोड की ओर स्थानांतरित करना
-इसके अतिरिक्त आरसीसी ड्रेन, फूटपाथ, मौजूदा रोड का सुदृढ़ीकरण व आर्ट-वर्क आदि का कार्य
आनंद विहार में अंतरराज्यीय बस अड्डा व रेलवे स्टेशन ट्रांसपोर्ट हब है| साथ ही ये रोड उत्तरी-पूर्वी दिल्ली से गाजियाबाद और नोएडा आने-जाने का भी मुख्य मार्ग है| इस कारण मौजूदा रोड पर यातायात का भार काफी बढ़ गया है| इसे देखते हुए नए फ्लाईओवर के निर्माण से यहां यातायात सुगम हो जाएगा|
आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर के बीच फ्लाईओवर
-372 करोड़ की लागत से 6 लेन के फ्लाईओवर का निर्माण
-आसपास के इलाकों के लोगों को फ्लाईओवर से सीधी कनेक्टिविटी मिले इसके लिए 2 अप-डाउन रैंप का निर्माण
-फ्लाईओवर के साथ ही साइकिल लेन व मल्टी-यूटिलिटी जोन आदि का भी किया जाएगा निर्माण
-फ्लाईओवर का इस्तेमाल करने वाले लोगों को मिलेगा 2 रेडलाइट से निजात