- शैक्षणिक आदान-प्रदान और पॉलिसी रिसर्च स्टडीज पर सहयोग को बढ़ावा देने के लिए डीडीसी और जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए
- सरकारें और शिक्षाविद अक्सर विकास की चुनौतियों पर काम करते हैं, ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी की भागीदारी समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान के साथ नीतिगत निर्णय लेने और जन-केंद्रित शासन प्रक्रियाओं को डिजाइन करने में विद्वानों की भागीदार सुनिश्चित करेगी- जस्मिन शाह
- जेजीयू फाइनल इयर के छात्र हर साल डीडीसी के मार्गदर्शन में अपनी कैपस्टोन प्रोजेक्ट का संचालन करेंगे
- हमें उम्मीद है कि अन्य सरकारें दिल्ली की केजरीवाल सरकार से सीख लेंगी और शिक्षाविदों के साथ अधिक सार्थक तरीके से जुड़ेंगी- आर सुदर्शन
- दिल्ली सरकार के प्रयासों से छात्रों को सीखने के गहन और अपार अवसर मिलेंगे- ऋतुराज जुनेजा
नई दिल्ली, 13 मई, 2022
केजरीवाल सरकार के नीतिगत थिंक टैंक डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन (डीडीसी) ने दिल्ली के सामने आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों पर पॉलिसी रिसर्च स्टडीज को बढ़ावा देने के लिए ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) के साथ साझेदारी की है। इस रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से डीडीसी का उद्देश्य नवोदित पब्लिक पॉलीसी स्कॉलर्स और चिकित्सकों को शोध करने में सलाह देना और उनका सहयोग करना है। जिससे नए विचार उत्पन्न हो, विचारों और पॉलीसी डिजाइन के बीच का अंतर को कम हो और मजबूत, समावेशी और संपूर्ण नीति कार्यान्वयन हो।
डीडीसी उपाध्यक्ष जस्मिन शाह की मौजूदगी में डीडीसी और जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी, सोनीपत के बीच आज एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। साझेदारी का उद्देश्य पॉलिसी रिसर्च स्टीडज पर आपसी समझ, अकादमिक आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ावा देना है। डीडीसी की ओर से विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और स्टाफ सदस्यों को टाइम बाउंड पॉलिसी स्टडीज के लिए स्पोर्ट किया जाएगा।
डीडीसी जस्मिन शाह ने कहा कि डीडीसी का निरंतर प्रयास रहा है कि नॉलेज और विशेषज्ञता का उपयोग किया जाए, ताकि दिल्ली के लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों का स्थायी समाधान खोजा जा सके। सरकारें और शिक्षाविद अक्सर विकास से जुड़ी चुनौतियों पर काम करते हैं। ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी की भागीदारी डीडीसी के लिए पेशेवर और शैक्षणिक आदान-प्रदान में एक बेहतर अवसर है। यह समझौता गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान के साथ नीतिगत निर्णय लेने और जन-केंद्रित शासन प्रक्रियाओं को डिजाइन करने में विद्वानों की भागीदार सुनिश्चित करेगा।
जिंदल स्कूल ऑफ गवर्नमेंट एंड पब्लिक पॉलिसी के डीन प्रो. आर. सुदर्शन ने कहा कि डीडीसी दिल्ली के साथ समझौता ज्ञापन विश्वविद्यालय-सरकार साझेदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक अग्रणी कदम है। यह एक मान्यता है कि पब्लिक पॉलिसी मेकिंग की जटिल चुनौतियों के लिए सरकार के अधिकार क्षेत्र से बाहर के संसाधनों की आवश्यकता होती है। हमें उम्मीद है कि अन्य सरकारें डीडीसी दिल्ली से सीख लेंगी और शिक्षा जगत के साथ ज्यादा सार्थक तरीके से जुड़ेंगी।
डीडीसी दिल्ली द्वारा आयोजित केजरीवाल सरकार के मुख्यमंत्री अर्बन लीडर फैलोशिप (सीएमयूएलएफ) कार्यक्रम के ओरिएंटेशन में जेजीयू को अपने विषय से संबंधित विशेषज्ञता को साझा करने के लिए भी आमंत्रित किया जाएगा।
ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ निदेशक व सीआईईओ ऋतुराज जुनेजा ने कहा कि हम छात्रों के जॉइंट पॉलिसी रिसर्च से लेकर इंटर्नशिप और कैपस्टोन प्रोजेक्ट को लेकर डीडीसी दिल्ली के साथ समझौता ज्ञापन में जुड़ने के लिए बेहद उत्साहित हैं। दिल्ली सरकार के प्रयासों से छात्रों को सीखने के अपार अवसर मिलेंगे।
केजरीवाल सरकार का डीडीसी नीतिगत थिंक टैंक है, जिसे 2015 में स्थापित किया गया। यह दिल्ली से जुड़ी महत्वपूर्ण विकास चुनौतियों का समाधान करने के लिए अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में काम करता है। डीडीसी दिल्ली विश्वविद्यालयों, थिंक टैंकों और गैर सरकारी संगठनों से लेकर जमीनी स्तर के संगठनों और सरकारी निकायों के सहयोग से पॉलिसी इकोसिस्टम को प्रोत्साहित कर रहा है।