- डीडीसी और रीप बेनिफिट फाउंडेशन के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए, ताकि नागरिकों को दिल्ली सरकार के साथ जोड़ने के लिए प्लेटफॉर्म और अवसर तैयार किए जा सकें
- दिल्ली में पर्यावरणीय और नागरिक चुनौतियों को दूर करने के लिए डीडीसी दिल्ली वासियों को जोड़ेगा
- दिल्ली के केजरीवाल मॉडल में लोगों का सहयोग रहा है, चाहे वह डेंगू से लड़ना हो, वायु प्रदूषण को कम करना हो या कोविड महामारी से लड़ना हो- जस्मिन शाह
- दिल्ली वासियों को डीडीसी न केवल चुनौतियों और मुद्दों की पहचान करने में सक्षम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि समस्याों के समाधान का भी हिस्सा बनाना चाहती है- जस्मिन शाह
- दिल्ली के सभी लोगों को अपनी ताकत बनाने के लिए छोटे लेकिन सार्थक कार्यों में शामिल करने के लिए तत्पर हैं और लोगों को स्थानीय मुद्दों और जलवायु मुद्दों से जोड़ना शुरू करते हैं- कुलदीप दंतेवाडिया
नई दिल्ली, 27 मई, 2022
डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन (डीडीसी) ने लोगों को अपने साथ जोड़ने और दिल्ली में महत्वपूर्ण पर्यावरणीय और नागरिक चुनौतियों को हल करने के लिए सामुदायिक भागीदारी के लिए रीप बेनिफिट फाउंडेशन के साथ करार किया है। डीडीसी का लक्ष्य भारत की स्वतंत्रता के 100वें वर्ष 2047 से पहले दिल्ली वासियों के उत्साह, साधन संपन्नता और शक्ति का लाभ उठाकर दिल्ली को एक आधुनिक, न्यायसंगत शहर बनाने के केजरीवाल सरकार के दृष्टिकोण को साकार करना है।
डीडीसी के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह की उपस्थिति में केजरीवाल सरकार और रीप बेनिफिट फाउंडेशन के बीच आज एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से, दिल्ली सरकार का नीति थिंक टैंक सुरक्षित, सार्थक और नवीन अवसरों का प्लेटफार्मों का विकास करेगा, जिसके माध्यम से नागरिक और समुदाय दिल्ली सरकार के साथ मिलकर काम कर सकेंगे।
इसे हासिल करने के लिए सरकार, निजी क्षेत्र और लोगों के निरंतर सहयोग की आवश्यकता है। डीडीसी ने पहल ‘दिल्ली@2047’ के पहले चरण में निजी क्षेत्र के संगठनों के साथ भागीदारी को बढ़ावा दिया। इसके दूसरे चरण में डीडीसी, सरकार द्वारा लागू नागरिक और पर्यावरणीय उपायों को लागू करने के लिए नागरिकों और आरडब्ल्यूए को जोड़ने के तरीकों का पता लगाएगा।
डीडीसी उपाध्यक्ष जस्मिन शाह ने कहा कि नागरिक भागीदारी, लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को जांचने का प्रमुख जरिया है। दिल्ली के केजरीवाल मॉडल में लोगों का सहयोग रहा है, चाहे वह डेंगू से लड़ना हो, वायु प्रदूषण को कम करना हो या कोविड महामारी से लड़ना हो। यह सरकार द्वारा लागू किए गए पर्यावरणीय उपायों को लोगों की मदद से शानदार तरीके से लागू करने के शानदार उदाहरण हैं। दिल्ली वासियों को डीडीसी न केवल चुनौतियों और मुद्दों की पहचान करने में सक्षम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि समस्याों के समाधान का भी हिस्सा बनाना चाहती है। डीडीसी की हमेशा से प्राथमिकता रही है कि समुदायों के साथ संवाद को बढ़ावा देना, उन्हें सही उपकरण और मंच प्रदान करना, समाज के भीतर सार्थक बदलाव लाना और क्ष सुनिश्चित करना कि दिल्ली के लिए नीतियां विकसित करते समय उनकी आवाज सुनी जाए। यह साझेदारी हमारे लिए दिल्ली में बड़ी संख्या में लोगों के साथ जुड़ने की हमारी क्षमता को मजबूत करने का एक उत्कृष्ट अवसर है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हम जन-केंद्रित शासन प्रक्रियाओं को डिजाइन कर सकें।
रीप बेनिफिट फाउंडेशन के सह-संस्थापक कुलदीप दंतेवाडिया ने कहा कि हम दिल्ली को विश्व स्तरीय शहर बनाने में लोगों को जोड़ने के दिल्ली सरकार के संकल्प से बहुत उत्साहित हैं। दिल्ली के सभी लोगों को अपनी ताकत बनाने के लिए छोटे लेकिन सार्थक कार्यों में शामिल करने के लिए तत्पर हैं। लोगों को स्थानीय मुद्दों और जलवायु मुद्दों से जोड़ना शुरू करते हैं।
डीडीसी का मुख्य फोकस सरकार और नागरिकों के बीच की खाई को पाटने के लिए मंच स्थापित करके भागीदारी शासन को बढ़ावा देना है। रीप बेनिफिट फाउंडेशन ने पिछले 8 वर्षों में 52 हजार से अधिक नागरिकों के साथ काम किया है। जिन्होंने खुद को बदल दिया और अपने आसपास के क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए काम किया है।