पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत ऑयल इंडिया ने 10 नवंबर 2021 को आयोजित अपनी 526वीं बोर्ड बैठक में वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही के परिणामों को मंजूरी दी। वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही और अर्धवार्षिक परिणामों का विवरण इस प्रकार है:
मुख्यबिंदु:
- समाप्त हुए छमाही के लिए ऑयल इंडिया लिमिटेड का ग्रुप टर्नओवर और पीएटी, 30 सितंबर 2021 को पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में बढ़कर क्रमशः 13,456 करोड़ रुपये और 2,668.93 करोड़ रुपये हो गया है।
- 2021-22 की दूसरी तिमाही में कंपनी का कर पश्चात लाभ (पीएटी) 2020-21 की दूसरी तिमाही में 238.95 करोड़ रुपये की तुलना में 504.46 करोड़ रुपये है। 30 सितंबर 2021 को समाप्त छमाही के लिए पीएटी 1,012.40 करोड़ रुपये है, जो 30 सितंबर 2020 को समाप्त छमाही की तुलना में 9.66 करोड़ रुपये की हानि के साथ है।
- 2021-22 की दूसरी तिमाही में कंपनी का ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई- ईबीआईटीडीए 2020-21 की दूसरी तिमाही में 848.48 करोड़ रुपये की तुलना में 1280.99 करोड़ रुपये है और 30 सितंबर 2021 को समाप्त छमाही के लिए ईबीआईटीडीए 30 सितंबर 2020 को समाप्त छमाही में 1176.24 करोड़ रुपये की तुलना में 2577.91 करोड़ रुपये है।
- 2020-21 की दूसरी तिमाही में 2.20 रुपये की तुलना में 2021-22 की दूसरी तिमाही में ईपीएस बढ़कर 4.65 रुपये प्रति शेयर हो गया है। 30 सितंबर 2021 को समाप्त छमाही के लिए ईपीएस 9.34 रुपये प्रति शेयर है जबकि 30 सितंबर 2020 को समाप्त छमाही के लिए 0.09 रुपये प्रति शेयर का नकारात्मक ईपीएस रहा है।
- ऑयल बोर्ड ने 2021-22 के लिए 3.50 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश की सिफारिश की है।
- 2021-22 की दूसरी तिमाही के लिए कच्चे तेल की औसत कीमत प्राप्ति 71.35 अमेरिकी डॉलर/बीबीएल है जबकि 2020-21 की दूसरी तिमाही के लिए यह 42.75 अमेरिकी डॉलर/बीबीएल थी, इसमें 66.90% की वृद्धि हुई है। 30 सितंबर 2021 को समाप्त छमाही के लिए कच्चे तेल की कीमत प्राप्ति 30 सितंबर 2020 को समाप्त छमाही हेतु 36.48 अमेरिकी डॉलर/बीबीएल की तुलना में 69.28 अमेरिकी डॉलर/बीबीएल है, जिसमें 89.91% की वृद्धि हुई है।
- 2021-22 की दूसरी तिमाही में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में 2020-21 की दूसरी तिमाही की तुलना में क्रमशः 1.78% और 26.38% का सुधार हुआ है।