एयर ऑफीसर कमांडिंग-इन-चीफ, प्रशिक्षण कमान, कमानडेन्ट, वायु सेना अकादमी, फैकल्टी स्टाफ, नये कमीशन प्राप्त अधिकारी, गर्वित माता-पिता और परिजनों, प्रशिक्षु अधिकारियों, सम्मानित पूर्व सैनिकों, विशिष्ट अतिथियों, मीडिया के सदस्यों, देवियों और सज्जनों।
यहां आना और 208वें पायलट और ग्राउंड ड्यूटी पाठ्यक्रम तथा 133 वें नौवहन पाठ्यक्रम की संयुक्त स्नातक परेड की सलामी लेना मेरे लिये सम्मान और गर्व की बात है। इन पाठ्यक्रमों में भारतीय जल सेना के दो अधिकारी, भारतीय तट रक्षक के नौ अधिकारी और वियतनाम के तीन कैडेट शामिल हैं, जो आज आधिकारिक रूप से पायलट बन रहे हैं।
मैं जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और 12 सशस्त्र बल कर्मियों के असामयिक निधन पर गहरा दु:ख और शोक व्यक्त करता हूं, जो आठ दिसंबर को दुर्घटनाग्रस्त हो जाने वाले हेलीकॉप्टर पर सवार थे। मृतकों की आत्माओं के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिये हमने इस स्नातक परेड सम्बंधी कई आयोजनों को हटा दिया, जो परेड का हिस्सा होने थे।
सबसे पहले मैं सभी स्नातक अधिकारियों को अपनी हार्दिक बधाई देता हूं, जिन्होंने पूरा तालमेल, अनुशासन और सटीक कदमताल और एक शानदार परेड का प्रदर्शन किया। मुझे यकीन है कि आज आप सब संतोष, गर्व और जोश से भरे होंगे, जब आप सेखों ब्लॉक के पवित्र द्वार से गुजरकर दुनिया की बेहतरीन वायु सेना में गिनी जाने वाली भारतीय वायु सेना के कमीशन अफसर बने हैं।
मैं आपको आपकी व्यक्तिगत और सामूहिक उपलब्धियों के लिये बधाई देता हूं तथा अपनी पूरी प्रशिक्षण अवधि के दौरान शानदार पेशेवराना प्रतिबद्धता दिखाने तथा मेहनत के लिये सभी पुरस्कार विजेताओं का स्वागत करता हूं।
अपने जीवन के इस महत्त्वपूर्ण पड़ाव तक पहुंचने में इस अकादमी में आपमें से प्रत्येक ने जो प्रयास किया, मैं उसकी कद्र करता हूं और उसकी सराहना करता हूं। मैं सभी माता-पिता और परिजनों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं, जिन्होंने आपका इस तरह पालन-पोषण किया कि आप भारतीय वायु सेना में अपना करियर बना सकें।
अत्यंत कठिन प्रशिक्षण के अंग के रूप में आपने गहन पाठ्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसे इस तरह तैयार किया गया है कि आपने अपने लिये जो काम चुना है, उसमें आप नेतृत्वकारी भूमिका निभा सकें। आपकी सफलता यहां आप द्वारा विकसित कौशल और अर्जित ज्ञान को प्रत्यक्ष रूप से परिलक्षित करती है। मैं सभी अधिकारियों और वायुकर्मियों के प्रयासों की सराहना करता हूं, जिन्होंने आपका मार्गदर्शन किया, आपको परामर्श दिया और आपको न सिर्फ आपके पेशे की बुनियादी चीजें सिखाईं, बल्कि आपको भारतीय वायुसेना का ‘मिशन, एकता और उत्कृष्टता’ का मूलमंत्र भी सिखाया।
याद रखें कि यही समर्पण, अनुकूलता और इच्छाशक्ति ही आपको आगे बढ़ायेगी, जिसकी भविष्य में समय-समय पर आपको जरूरत होगी। आज आपने जो उच्च मानकों का प्रदर्शन किया है, वही भविष्य के सुरक्षित तथा कारगर अभियानों की बुनियाद बनेगा, चाहे आपकी भूमिका कुछ भी हो।
यद्यपि आपका औपचारिक प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है, लेकिन आप यह याद रखें कि सीखने की प्रक्रिया तो अभी शुरू हुई है और आपको लगातार कठिन काम करना होगा तथा भारतीय वायुसेना के अधिकारियों के रूप में अतिरिक्त जिम्मेदारियां उठानी होंगी।
आप अपनी पवित्र शपथ को याद रखें जो आपने ग्रहण की है कि आप भारत के संविधान के प्रति वफादार रहेंगे। यही आपकी जीवन की प्रतिबद्धता है। आपको ‘ईमानदारी और वफादारी’ के साथ काम करना है, जिसके लिये आपको अपने पूरे कार्यकाल में समर्पण और सत्यनिष्ठा दिखानी है।
आप एएफए से अब फील्ड में अपनी इकाइयों में जायेंगे। वहां आपको बारीक और विशेष उपकरणों का संचालन करना होगा, जिसके लिये आपको विशेज्ञता और महारत हासिल करनी होगी। युद्ध की प्रकृति में बुनियादी बदलाव आ रहा है। नई प्रौद्योगिकियां और मौलिक रूप से नये सिद्धांत गत वर्षों में सामने आये हैं। भारत की सुरक्षा में बहुपक्षीय खतरे और चुनौतियां शामिल हैं। इसके लिये हमें जरूरत है कि हम विभिन्न क्षेत्रों में क्षमता निर्माण करें तथा अपने सभी अभियान एक साथ चलायें। ये सब हमें कम समय में ही करना है। वायुसेना को आपसे बहुत उम्मीदें हैं, क्योंकि आप ही नेतृत्व करेंगे तथा भविष्य में इस देश तथा भारतीय वायुसेना को दिशा देंगे।
भारतीय वायुसेना बदलाव के दोराहे पर खड़ी है, जहां से उसे अत्यंत क्षमतावान वायुसेना बनना है, जिसके पास राफेल, अपाचे, चिनूक और एसएजीडब्लू प्रणालियों की विस्तृत किस्में हैं। आप, जब स्नातक हो रहे हैं तो ऐसे माहौल में जा रहे हैं, जो चुनौतीपूर्ण है और जहां प्रौद्योगिकी बहुत गहरी है। भारतीय वायुसेना आप जैसे युवा और जोशीले अधिकारियों से उम्मीद करती है कि आप अपने पूर्ववर्तियों के पेशेवराना रवैये, व्यवहार और आचरण की समृद्ध विरासत को आगे बढ़ायेंगे।
अच्छा अधिकारी होने के लिये आपको भारतीय वायुसेना की सभी शाखाओं की बारीकियों के बारे में जानना होगा। इसलिये, सभी शाखाओं की कार्यशैली को समझने की योग्यता होनी चाहिये, चाहे वह उड़ान भरने की हो, तकनीकी हो, लॉजिस्टिक्स सम्बंधी हो, लेखा या प्रशासन सम्बंधी हो। इनसे आपकी बुनियादी पेशेवराना जानकारी को बढ़ावा मिलेगा तथा आपको “पूर्णरूपेण पेशेवर” बनने में सहायता करेगा।
अधिकारी के तौर पर आपको सैन्य इतिहास, भू-राजनीतिक और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के अध्ययन के जरिये इस जटिल तथा हलचल भरी दुनिया को समझने की कुशलता का विकास करना होगा। यह तभी संभव है, जब आप अपने सेवाकाल की शुरूआत से ही पढ़ने की आदत डालेंगे। भारतीय वायुसेना में आपको अपनी योग्यता दिखाने, उत्कृष्टता हासिल करने और अपनी पेशेवर काबिलियत को पोषित करने का पर्याप्त अवसर मिलता है, बशर्ते कि आप में इसकी इच्छा और शक्ति हो।
सैन्य अधिकारी के रूप में आप को अपने करियर में कुछ कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा। कभी इन कठिनाईयों और अड़चनों को मानसिक तथा शारीरिक रूप से खुद पर हावी न होने दें। एक पुरानी कहावत है, “व्हेन दी गोइंग गेट्स टफ, दी टफ गेट्स गोइंग”- यही आपके करियर का मूलमंत्र होना चाहिये तथा आपको शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक रूप से फिट रहना चाहिये, ताकि जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकें।
भारतीय वायुसेना एक अधिकारी और कमांडर होने के नाते आपसे क्या उम्मीद करती है? हम शानदार पेशेवराना तरीके और बेमिसाल सत्यनिष्ठा की उम्मीद करते हैं। हम आपसे उम्मीद करते हैं कि आप व्यक्तिगत आचरण तथा नैतिक मूल्यों का उच्चतम मानक बनाये रखेंगे, जो आपके सशस्त्र बल के पेशे के प्रति सम्मान तथा गौरव पैदा करे। हम आपसे उम्मीद करते हैं कि आप अपने काम में न्यायप्रिय, निस्वार्थ और कर्तव्यपरायण रहेंगे। आप सद्भाव और समझ रखेंगे, आप साहस रखेंगे तथा प्रशिक्षण काल के दौरान आपने जो मूल्य सीखें हैं, उन्हें कायम रखेंगे।
आज आपके और आपके परिवार के लोगों के लिये खुशी का मौका है। यह आपकी महत्त्वाकांक्षा और विचारों के उड़ान भरने का भी दिन है। यह भारतीय वायुसेना में आपकी यात्रा की शुरूआत का दिन है। इस संगठन ने आप पर जो भरोसा और विश्वास जताया है, उस पर खरे उतरेंगे। ‘इस दायित्व को गर्व के साथ निभायें।’
मैं आपको बधाई देता हूं, साथ ही यह प्रार्थना भी करता हूं कि एएफए के कठिन दौर के जरिये जो गुण आपको मिले हैं, उन गुणों को आप अपने करियर में और विकसित करेंगे, उन्हें बढ़ायेंगे। मुझे भरोसा है कि आपने योग्य और काबिल फैकल्टी से जो प्रशिक्षण प्राप्त किया है, कठिन हालात में वह आपके काम आयेगा। मुझे यह भी यकीन है कि आप महान दृढ़ता, शानदार पेशेवराना रवैये और समयातीत परंपराओं की समृद्ध विरासत को इस अंतहीन संभावनाओं के संसार में आगे ले जायेंगे।
एक बार फिर मैं आप सबको भारतीय वायुसेना में आपके शानदार करियर की शुभकामनायें देता हूं। मेरी कामना है कि आप सब “गर्व के साथ आकाश का स्पर्श करें।”
जय हिन्द !