लगभग 278 से अधिक संगठनों की भागीदारी के साथ देश भर में करीब 285 मेलों का आयोजन किया गया

दैनिक समाचार

आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के तहत 30 प्रमुख सेक्टरों के बड़े उद्योगों ने 17 से 23 दिसंबर, 2021 के बीच सात दिनों की अवधि में देश भर में आयोजित रोजगार मेलों में भाग लिया। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना (डीडीयू-जीकेवाई) कार्यक्रम के तहत आयोजित इन रोजगार मेलों को विभिन्न राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम) और परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियों (पीआईए) द्वारा सुगम बनाया गया था।

दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना (डीडीयू-जीकेवाई) को वैश्विक मानकों के अनुरूप वेतन प्लेसमेंट से जुड़े कार्यक्रमों के मानदण्ड निर्माण करने के एक महत्वाकांक्षी एजेंडे के साथ आरंभ किया गया था। ग्रामीण विकास मंत्रालय ने 25 सितंबर, 2014 को दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयू-जीकेवाई) के रूप में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्लेसमेंट से जुड़े कौशल विकास कार्यक्रम को नया रूप दिया। डीडीयू-जीकेवाई भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित एक राष्ट्रव्यापी प्लेसमेंट से जुड़ा कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम है।

वर्तमान में इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन 27 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में किया जा रहा है तथा इसमें 57 सेक्टरों में और 616 से अधिक रोजगार भूमिकाओं में प्रशिक्षण दे रही 877 से अधिक परियोजना कार्यावन्यन एजेंसियों की साझेदारी में   1891 परियोजनाओं में 2369 से अधिक प्रशिक्षण केंद्र हैं। कुल 11.15 लाख उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया है और डीडीयू-जीकेवाई कार्यक्रम के तहत आरंभ किये जाने के बाद से 7.13 लाख उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया है।

डीडीयू-जीकेवाई कार्यक्रम या अन्य माध्यमों, दोनों के जरिए प्रशिक्षित लाखों नौकरी चाहने वालों ने रोजगार मेलों में भाग लिया। लगभग 278 से अधिक संगठनों की भागीदारी के साथ देश भर में लगभग 285 मेलों का आयोजन किया गया। भाग लेने वाली कुछ कंपनियों में अमेज़ॅन इंडिया, स्विगी, मेड प्लस, एक्सिस बैंक, किआ मोटर्स, इनोवसोर्स, फ्लिपकार्ट, नाना भारत फर्टिलाइजर्स, रिलायंस ट्रेंड्स, वेस्टसाइड, स्पेंसर्स, लीला होटल, जेडब्ल्यू मैरियट, बेंगलुरु, टीमलीज सर्विसेज आदि शामिल हैं।

भाग लेने वाले संगठन खुदरा, निर्माण, फार्मास्यूटिकल, विनिर्माण, ई-कॉमर्स, माइक्रोफाइनेंस, श्रमबल प्रबंधन, आईटी-आईटीई, ऑटोमोबाइल इत्यादि सहित 30 प्रमुख सेक्टरों/ट्रेडों से संबंधित थे। हजारों ग्रामीण युवाओं को देश की कुछ प्रमुख कंपनियों के साथ काम करने के लिए अवसर प्रदान किए जाने के साथ रोजगार मेले बहुत सफल रहे।

इन स्थानों पर 5वीं-10वीं कक्षा के बीच स्कूली शिक्षा प्राप्त करने वाले और वरिष्ठ माध्यमिक या आईटीआई करने वाले 18-35 वर्ष के आयु वर्ग में रोजगार चाहने वालों को मुफ्त परामर्श प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के बाद प्रत्यक्ष रोजगार के साथ विभिन्न ट्रेडों में पूर्व प्रशिक्षण के लिए योग्य उम्मीदवारों का भी चयन किया गया। भाग लेने वाली कंपनियों को यह सलाह भी दी गई कि वे अपने गृह राज्यों के बाहर रोजगार के लिए चुने गए उम्मीदवारों के लिए भोजन और ठहरने की उचित सुविधा सुनिश्चित करें।

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