रक्षा मंत्रालय ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने और डीपीएसयू द्वारा आयात में कमी लाने के लिए उप-प्रणालियों/संयोजनों/उप-संयोजनों/घटकों की निर्णायक स्वदेशीकरण सूची अधिसूचित की

दैनिक समाचार

रक्षा निर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने तथा रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों-(डीपीएसयू) द्वारा आयात में कमी लाने के प्रयासों के हिस्से के रूप में रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग ने उप-प्रणालियों/संयोजनों/उप-संयोजनों/घटकों की निर्णायक स्वदेशीकरण सूची अधिसूचित कर दी है। इस सूची में 2,500 आयातित उपकरण शामिल हैं, जिन्हें पहले ही स्वदेशी बनाया जा चुका है और 351 ऐसी आयातित वस्तुएं हैं, जिन्हें अगले तीन वर्षों में स्वदेशी बनाया जाएगा। इस आत्मनिर्भर पहल से हर साल लगभग 3,000 करोड़ रुपये के बराबर विदेशी मुद्रा की बचत होगी। इन मदों का विवरण सृजन पोर्टल (https://srijandefence.gov.in/DPSU%20Indigenization%20List.pdf) पर उपलब्ध करा दिया गया है। सूची में दर्शाई गई समय-सीमा के बाद ही इन्हें भारतीय उद्योगों से खरीदा जाएगा।

‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के हिस्से के रूप में रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन देने के लिए सैन्य मामलों के विभाग द्वारा हथियारों / प्लेटफार्मों / प्रणालियों / गोला-बारूद आदि की दो निर्णायक स्वदेशीकरण सूचियां पहले ही अधिसूचित की जा चुकी हैं।

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