विदेशों से आने वाली फ्लाइट पर समय रहते प्रतिबंध लगाया गया होता, तो दिल्ली में ओमिक्रॉन नहीं फैलता- सत्येंद्र जैन

दैनिक समाचार

-मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बार-बार अनुरोध के बावजूद केंद्र सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की- सत्येंद्र जैन

  • पिछले कुछ दिनों में आई जीनोम सिक्वेंसिंग की 187 रिपोर्ट में से 152 लोगों में ओमिक्रॉन वेरिएंट पाया गया है- सत्येंद्र जैन
  • दिल्ली में लगभग 96 फीसदी कोविड बेड उपलब्ध हैं, घबराने की जरूरत नहीं- सत्येंद्र जैन
  • पिछले 24 घंटे में 4099 कोरोना के नए मामले आए, पॉजिटिविटी रेट बढ़ कर 6.5 फीसद हुई – सत्येंद्र जैन

नई दिल्ली, 03 जनवरी, 2022

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा के सत्र को संबोधित किया और कोरोना महामारी एवं नए कोविड वेरिएंट ओमिक्रॉन पर विस्तृत जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट विदेश से आया है और अगर उड़ानों को समय रहते प्रतिबंधित कर दिया गया होता तो स्थिति को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता था, लेकिन केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बार-बार अनुरोध के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में जीनोम सीक्वेंसिंग की 187 रिपोर्ट आई है, जिसमें कुल 152 लोग ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाए गए। ओमिक्रॉन वेरिएंट अब दिल्ली में फ़ैल चूका है। लगभग 81 फीसद मामले ओमिक्रॉन वेरिएंट के आ रहे हैं। विदेश से आने वाले लोगों का दिल्ली एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्ट किया जा रहा है और पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें आइसोलेशन के लिए भेजा जा रहा है या फिर उनका इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आगे कहा कि अस्पताल में पर्याप्त संख्या में बिस्तर उपलब्ध हैं और घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है, हर समय मास्क पहनें रहना और हर समय कोविड संबंधी सभी प्रोटोकॉल का पालन करना।

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आगे बताया कि इलाज से बेहतर रोकथाम है। अगर विदेशों से आने वाली फ्लाइट पर समय रहते प्रतिबंधित लगाया जाता तो दिल्ली में ओमिक्रॉन नहीं फैलता। साउथ अफ्रीका से यह वेरिएंट फ्लाइट के जरिए दुनिया के अलग-अलग कोनों तक पंहुचा। आज भी ज़्यादातर मामले ओमिक्रॉन के विदेशों से आने वाले लोगों में पाए जा रहे है, जो अपने आस-पड़ोस एवं परिवार वालों को संक्रमित कर रहे हैं। कल दिल्ली में 307 बेड मरीजों से भरे थे, जबकि हमारे पास 9000 बेड उपलब्ध है। दिल्ली में स्थिति फ़िलहाल नियंत्रण में है, दिल्ली में बेड ऑक्यूपेंसी फ़िलहाल कम है। दिल्ली में अधिकांश अस्पताल में बिस्तर पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि दिल्ली में लगभग 96 फीसद कोविड के बेड उपलब्ध हैं और केवल 4 फीसद पर ही मरीजों का इलाज चल रहा है। दिल्ली सरकार अतिरिक्त 37 हजार बेड भी तैयार कर रही है। दिल्ली में इतने कड़े नियम इसलिए लगाए गए हैं, क्योंकि दिल्ली देश की राजधानी है। विदेशों की सीधी फ्लाइट दिल्ली ही आती है। देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग दिल्ली आते हैं। लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए हमने कड़े नियम लागू कर रखे हैं। हमारे लिए हर जान कीमती है। मै आप सभी को आश्वस्त करता हूँ कि दिल्ली सरकार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में कोविड के विरुद्ध हर मोर्चे पर तैयार है। हमने 15 से 18 साल के लोगों को वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया है, दिल्ली में लगभग 100 फीसद लोगों को कोविड की पहली खुराक का टीका लगाया जा चुका है और लगभग 75 फीसद लोगों को कोविड की दूसरी खुराक का टीका लगाया जा चुका है। हमारे पास बूस्टर डोज लगाने के लिए पर्याप्त मात्रा में स्टॉक उपलब्ध है। घबराने की कोई जरूरत नहीं है। वायरस को फैलने से रोकने का एक ही तरीका है कि जब आप अपने घर से बाहर जा रहे हों तो हमेशा मास्क पहनें और हर समय कोविड से संबंधित सभी प्रोटोकॉल का पालन करें। रोकथाम इलाज से बेहतर है। उन्होंने लोगों से जल्द से जल्द टीकाकरण कराने की अपील की।

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