ओमिक्रॉन वेरिएंट के आने से कोरोना बहुत तेज़ी से फैल रहा हैं, हम कोरोना की स्थिति पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं और आवश्यकता के अनुसार हर संभव कदम उठाने के लिए तैयार हैं- सत्येंद्र जैन

दैनिक समाचार
  • दिल्ली में फ़िलहाल नहीं लगेगा लॉकडाउन, निर्माण कार्य जारी रहेगा, मजदूरों को घबराने की कोई जरुरत नहीं, सार्वजनिक स्वास्थ्य को लेकर लागू किए गए हैं कुछ प्रतिबंध, सभी लोग करें पालन – सत्येंद्र जैन
  • कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सभी प्राइवेट अस्पताल को आदेश दिया है कि वो अपने वार्ड के 40 फीसद बेड कोविड मरीजों के लिए रिज़र्व रखें, ज्यादा से ज्यादा होम आइसोलेशन में रहें, बहुत आवश्यक होने पर ही अस्पताल जाएं- सत्येंद्र जैन
  • सभी मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग की कोई जरुरत नहीं, अब ज़्यादातर मामले ओमिक्रॉन के ही आ रहे हैं- – सत्येंद्र जैन

नई दिल्ली, 05 जनवरी, 2022

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को प्रेस को सम्बोधित करते हुए दिल्ली की कोविड स्थिति पर जानकारी दी। उन्होंने बताया की बीते कई दिनों से कोरोना के मामले बहुत तेज़ी से आ रहे है, जिसका प्रमुख कारण है ओमीक्रॉन वैरिएंट। अब तक यही पाया गया है कि डेल्टा वेरिएंट के मुक़ाबले ओमिक्रॉन वेरिएंट ज्यादा माइल्ड और कम घातक है।

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि विदेशों से दिल्ली आने वाले लोग इस वेरिएंट से सबसे संक्रमित पाए जा रहे हैं। फिलहाल किसी भी मरीज को ऑक्सीजन लगाने की जरूरत नहीं पड़ी है और ज्यादातर मरीजों में मामूली लक्षण ही मिले हैं। दिल्ली के हालातों पर स्वास्थ्य विभाग पैनी नज़र बनाए हुए हैं, दिल्ली में कोरोना की यह 5वीं लहर है और देश में तीसरी है। दिल्ली की स्थिति फ़िलहाल नियंत्रण में है। दिल्ली में बेड भरी मात्रा में उपलब्ध है। उदहारण के लिए जीटीबी अस्पताल में 650 बेड रिज़र्व है, जिसमें कुल 20 पेशेंट हैं यानी कुल बेड का सिर्फ 2-5 फीसद ही भरा है और बाकी खाली हैं। कल तक दिल्ली में कोरोना के 531 पेशेंट एडमिट हुए हैं, जो दिल्ली के निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं। कोरोना की पिछली लहर में इतने मामले आने पर 15 फीसद भरे थे जो कि इस बार 3 फीसद के आसपास है। होम आइसोलेशन के बारे में दिल्ली सरकार मरीजों को जानकारी प्रदान कर रही है। कल जिन 418 मरीजों को बेड दिए गए थे, उनमें से 308 को किसी मेडिकल सपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ी। सभी मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग की कोई जरुरत नहीं, वो एक रिसर्च प्रक्रिया थी, ताकि ये पता लगाया जा सके कि कम्युनिटी में ओमिक्रॉन फ़ैल रहा है या नहीं। अब चूंकि ज्यादातर मरीज़ ओमिक्रॉन के ही आ रहे हैं तो सभी की जीनोम सिक्वेंसिंग काराने की कोई जरुरत नहीं। हालांकि अभी भी रैंडम सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है।

दिल्ली सरकार ने दिल्ली के अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुचारू करने और रियट-टाइम मॉनिटरिंग के लिए सभी ऑक्सीजन टैंकों में टेलीमेट्री डिवाइस लगा रही है। इसे आपदा के वक़्त ज़रूरत के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में मदद मिलेगी। वॉर रूम से इसकी लाइव मॉनिटरिंग की जाएगी, ताकि वक़्त रहते ऑक्सीजन का इंतजाम किया जा सके। दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि इस बार एक भी जान ऑक्सीजन या अन्य किसी भी बुनियादी संसाधन के अभाव में न जाए। दिल्ली ने कोरोना के रोक थाम के लिए देश में सबसे कड़े कदम उठाए है जिसमें वीकेंड कर्फ्यू, कॉलेज-स्कूल बंद करना इत्यादि शामिल है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में फ़िलहाल लॉकडाउन नहीं लगेगा, निर्माण कार्य जारी रहेगा। मजदूरों को घबराने की कोई जरुरत नहीं है। ये प्रतिबंध आम जनमानस की भलाई और सबकी सुरक्षा के लिए लगाए गए हैं। सभी लोग इसका पालन करें।

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली के लोगों से कोरोना से संबंधित नियमों का कड़ाई से पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने लोगों से सार्वजनिक जगहों पर सुरक्षा के लिए मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की और कहा कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। केवल सावधानी ही इसका बचाव है। ओमिक्रॉन वेरिएंट कोरोना का ही वेरिएंट है और इसके इलाज़ एवं इस से बचने का प्रोटोकॉल भी पहले की तरह ही है। सभी लोग मास्क लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। इस दौरान उन्होंने लोगों से कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज़ लेने की अपील भी की।

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