- दिल्ली सरकार ने उप राज्यपाल को प्रस्ताव भेजा कि अब वीकेंड कर्फ्यू और ऑड-ईवन को समाप्त किया जाए- सौरभ भारद्वाज
- उपराज्यपाल भाजपा की केंद्र सरकार के नुमाइंदे हैं, भाजपा ने दिल्ली के व्यापारी को बरबाद करने की ठानी हुई है – सौरभ भारद्वाज
- जब भाजपा शासित नॉएडा गज़ीयाबाद और गुरुग्राम में बाज़ार खुले हैं तो दिल्ली में क्यों बंद हैं ?- सौरभ भारद्वाज
नई दिल्ली, 21 जनवरी, 2022
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल सरकार की सिफारिशों के बावजूद भाजपा के उपराज्यपाल ने वीकेंड कर्फ्यू और ऑड-ईवन नहीं हटाया है। दिल्ली सरकार ने उप राज्यपाल को प्रस्ताव भेजा कि अब वीकेंड कर्फ्यू और ऑड-ईवन को समाप्त किया जाए। उपराज्यपाल भाजपा की केंद्र सरकार के नुमाइंदे हैं। दिल्ली को उन्होंने वीकेंड कर्फ्यू और ऑड-ईवन चालू रखने के लिए बाध्य किया है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने आज महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मार्केट एसोसिएशन के लोगों ने मिलकर बताया कि ऑड-ईवन और वीकेंड कर्फ्यू के कारण पिछले सप्ताह में केवल 2 दिन ही दुकान खुल पाई। क्योंकि वीकेंड कर्फ्यू के कारण सप्ताह 5 दिन ही बचते हैं। ऐसे में 5 में से सिर्फ 2 दिन ही दुकानें खुल पाईं। अगले हफ्ते तीन दिन ही खुल पाएगी। इस वजह से दुकानदारों को घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है। दुकानों में जो गरीब लोग काम करते हैं उनकी तनख्वाह भी काट दी गई हैं। उन्हें भी दिक्कत हो रही है।
उन्होंने कहा कि वहीं दिल्ली भाजपा पिछले 15 दिनों से एक झूठा अभियान चला रही है। षड्यंत्र रचकर बाजार संगठनों के अंदर संदेश भेजे जा रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के व्यापार को बर्बाद कर रहे हैं। भाजपा से हम पूछना चाहते हैं – उत्तर प्रदेश के अंदर कोरोना नहीं है। जब वहां पर दुकानों को बंद नहीं किया गया, तो यहां पर क्यों किया गया है? लेकिन आज भाजपा पूरी तरह से एक्सपोज हो गई है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार ने प्रेसवार्ता कर प्रस्ताव उप राज्यपाल को भेजा कि अब वीकेंड कर्फ्यू और ऑड-ईवन को समाप्त किया जाए। दिल्ली की स्थिति बेहतर हो रही है। क़रोना के मामले कम हो रहे हैं , स्थिति सुधर रही है , मगर भाजपा दिल्ली के व्यापारी को बरबाद करना चाहती हैं ।
उपराज्यपाल भाजपा की केंद्र सरकार के नुमाइंदे हैं। उन्होंने जबरदस्ती वीकेंड कर्फ्यू और ऑड-ईवन चालू रखने के लिए दिल्ली को बाध्य किया है। दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के अध्यक्ष उपराज्यपाल होते हैं। इसलिए दिल्ली की चुनी हुई सरकार सिर्फ प्रस्ताव दे सकती है। उसको मानने और ना मानने का काम उपराज्यपाल के पास होता है। ऐसे में भाजपा के सारे नेता एक्सपोज हो गए हैं। जनता के सामने उनका असली चेहरा सामने आ गया है कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार की सिफारिशों के बावजूद भाजपा के नुमाइंदे उपराज्यपाल ने ना वीकेंड कर्फ्यू हटाया और ना ही ऑड-ईवन को हटाया है।