आज RRCs (रीजनल रिस्पांस सेंटर) के दो नये कैम्प परिसरों का उदघाटन किया जा रहा है जिससे बचाव कर्मियों को रहने के लिए बेहतर माहौल मिल सकेगा और वे अपनी कार्यकुशलता में निखार ला सकेंगे

दैनिक समाचार

केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के 17वें स्थापना दिवस के अवसर पर आज नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम शामिल हुए। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह सचिव, एनडीआरएफ के महानिदेशक और बल के वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मी और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

अपने सम्बोधन में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय ने कहा कि यह दिन एनडीआरएफ कर्मियों की उच्च स्तर की कार्यकुशलता, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत द्वारा अर्जित की गई उपलब्धियों को याद करने का है। अपनी स्थापना से लेकर अब तक बल निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों में संलग्न रहते हुए आपदा के क्षेत्र में नवीन कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। आज एनडीआरएफ विश्वभर में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में अपने कृत्यों तथा निस्वार्थ मानवीय सेवाओं के कारण आपदा प्रतिक्रिया और आपदा न्यूनीकरण के क्षेत्र में अपनी एक उत्कृष्ट पहचान बना चुका है।

श्री नित्यानंद राय ने कहा कि एनडीआरएफ की कार्यकुशलता का ही परिणाम है कि बल ने अपनी स्थापना से लेकर अब तक लगभग 7,600 अभियानों के दौरान 1,40,000 से ज्यादा लोगों को बचाया और आपदा में फंसे करीब 7.13 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानो पर पहुँचाया है। उन्होने कहा कि आज भारत माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में काफी प्रगति कर चुका है। माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा समय-समय पर दिए जाने वाले दिशा-निर्देश को सफल बनाने के लिए आप कड़ी मेहनत करते हैं और अपने को जोखिम में डाल कर सफलता प्राप्त करते हैं I

गृह राज्य मंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन एक विशिष्ट क्षेत्र है इस पर जितना ध्यान दिया जाए उतना अच्छा है। एनडीआरएफ अनूठा ऐसा बल है जो इमारत के ढहने, बाढ़, सुनामी, बादल फटने, भूकम्प, भू-स्खलन, चक्रवात, ध्वस्त भवन, रेल दुर्घटना आदि सभी प्रकार की आपदाओं में राहत प्रदान करने की  क्षमता से परिपूर्ण है। विविध क्षमताओं, विशिष्ट प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित इस बल में प्राकृतिक आपदाओं के अतिरिक्त मानव जनित आपदाओं से निपटने की योग्यता होने के कारण एनडीआरएफ इस प्रकार का विश्व का सबसे बड़ा बल हैं। उन्होने कहा कि एनडीआरएफ कर्मियों ने अपने लक्ष्य को प्रभावकारी तरीके से पूरा किया है तथा बल द्वारा प्रदर्शित प्रतिक्रिया को माननीय प्रधानमंत्री जी, माननीय गृह मंत्री जी और सभी देशवासियों द्वारा प्रत्येक स्तर पर सराहा गया है। यही कारण है कि नागरिकों के लिये आपदा के समय यह बल आम लोगों के बीच भरोसे और विश्वास का पर्याय बन गया है।

श्री नित्यानंद राय ने कहा कि माननीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी का यह लगातार प्रयास रहता है कि एनडीआरएफ के सभी बल सदस्यों को उच्चतम सुविधाओं से सुसज्जित किया जाये और इसके लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये गए हैंI  उन्होने कहा कि आज बल के 17वें स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर  RRCs (रीजनल रिस्पांस सेंटर) के दो नये कैम्प परिसरों का उदघाटन किया जा रहा है जिससे बचाव कर्मियों को रहने के लिए बेहतर माहौल मिल सकेगा और वे अपनी कार्यकुशलता में निखार ला सकेंगे।

केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि यह देश उन 13 एनडीआरएफ शहीदों का ऋणी है जिन्होंने आपदा के दौरान लोगों को बचाने के लिए कर्त्तव्य की पंक्ति में सर्वोच्च बलिदान दिया हैं। आज इस अवसर पर हम एनडीआरएफ परिवार के शहीदों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। श्री राय ने कहा कि पिछले 2 वर्षों के दौरान COVID महामारी ने भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को झकझोर के रख दिया, लेकिन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन तथा सभी भारतवासियों के सहयोग से इस महामारी से बड़ी कुशलता से निपटा जा सका है, जिसमें एनडीआरएफ की भी प्रमुख भूमिका रही।

श्री नित्यानंद राय ने कहा कि मोदी सरकार का हमेशा से यह प्रयास रहता है कि हम आपदाओं के दौरान कार्य करने वाली सभी एजेंसियों में एक बेहतर सामंजस्य स्थापित कर सकें ताकि आपदा के दौरान होने वाली क्षति को कम से कम किया जा सके। उन्होने कहा कि यह गर्व की बात है कि प्रभावी आपदा राहत कार्यों के अलावा एनडीआरएफ आपदा जोखिम न्यूनीकरण के क्षेत्र में आपसी सहयोग के लिए सीमाओं से परे भी काम कर रहा है और इस क्षेत्र में कई अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक आयोजन कर चुका है। जिसमें सार्क सदस्य देशों, एससीओ सदस्य देशों तथा बिमिस्टेक सदस्य देशों के साथ अभ्यास प्रमुख हैं। इसके अलावा पिछले वर्ष सभी राज्यों के SDRF और HOME GUARD के साथ एक बेहतर समन्वय तथा इन संस्थाओं को और मजबूत करने के लिए एक दिवसीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। निश्चित ही एनडीआरएफ द्वारा उठाए गए ऐसे कदम भारत को आपदा न्यूनीकरण के क्षेत्र में अग्रणी पंक्ति में लायेंगे।

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