केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज कहा है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के अंतर्गत प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टीडीबी) द्वारा समर्थित और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली में स्थापित स्टार्ट-अप बोटलैब डायनेमिक्स प्राइवेट लिमिटेड, इस वर्ष 29 जनवरी को ‘बीटिंग द रिट्रीट समारोह’ में 1000 ड्रोन्स लाइट शो के माध्यम से आकाश को प्रकाशमान करेंगे।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्रे मोदी के नेतृत्व में ड्रोन प्रौद्योगिकी ने बीटिंग द रिट्रीट समारोह के दौरान दुर्गम इलाकों में टीके पहुंचाने से लेकर राजपथ पर रोशनी करने तक लंबा सफर तय किया है। उन्होंने कहा कि भारत चीन, रूस और ब्रिटेन के बाद 1000 ड्रोन के साथ इतने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करने वाला चौथा देश होगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि बॉटलैब ने रक्षा मंत्रालय के सहयोग से स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष के उपलक्ष्य में अनूठे ‘ड्रोन शो’ की अवधारणा को मूर्त रूप दिया है। उन्होंने कहा कि यह ड्रोन शो 10 मिनट की अवधि का होगा और अंधेरे आकाश में कई रचनात्मक संरचनाओं के माध्यम से @75 सरकारी उपलब्धियों को प्रदर्शित करेगा।
इस परियोजना को देश में स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है और इसमें उन सभी आवश्यक घटकों को विकसित किया गया है जिसमें उड़ान नियंत्रक (ड्रोन का मस्तिष्क) दोनों शामिल हैं; सटीक जीपीएस; मोटर नियंत्रक; ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन (जीसीएस) एल्गोरिदम इत्यादि जैसे हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों शामिल हैं।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. एस चंद्रशेखर ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तन्त्र को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्रह मोदी ने हाल ही में आजादी का अमृत महोत्सव के विशेष अवसर पर 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस के रूप में घोषित किया, जब भारत स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का उल्लास मनाते हुए और भारत सरकार की प्रमुख पहल ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ ने देश में स्टार्ट-अप आंदोलन को समर्थन देने का 6 वां सफल वर्ष पूरा किया था।
उन्होंने कहा कि बोटलैब डायनेमिक्स प्राइवेट लिमिटेड को “त्रि- आयामी (3डी) कोरियोग्राफ किए गए ड्रोन लाइट शो के लिए 500-1000 ड्रोन से युक्त एक पुन: संरचना करने योग्य वृन्द्न (स्वार्मिंग) प्रणाली के डिजाइन और विकास “परियोजना के लिए वित्तीय सहायता दी गई थी।
प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड का गठन भारतीय औद्योगिक प्रतिष्ठानों और अन्य एजेंसियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने, स्वदेशी प्रौद्योगिकियों के विकास और वाणिज्यिक अनुप्रयोग का प्रयास करने, या आयातित प्रौद्योगिकियों को व्यापक घरेलू अनुप्रयोगों के अनुकूल बनाने के लिए एक अद्वितीय जनादेश के साथ किया गया था।
प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड के सचिव, श्री राजेश कुमार पाठक, आईपी एंड टीएएफएस ने कहा कि, “बोटलैब ऐसे अनूठे स्टार्ट-अप्स में से एक है, जो ड्रोन निर्माण क्षेत्र को नए स्तरों पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हमें ऐसी कंपनी का समर्थन करने पर गर्व है, जो अमृत महोत्सव के इस विशेष अवसर में अपना अनूठा योगदान देगी।
प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड भारत में स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र के लिए नए अवसर और क्षितिज लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। टीडीबी का यह मानना है कि देश के आर्थिक, वैज्ञानिक और तकनीकी विकास में स्टार्ट-अप की महत्वपूर्ण भूमिका है ।
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