- निगम के संविधान के नियम इस बात की कहीं इजाजत नही देते कि पार्षदा द्वारा अपने घर के किसी सदस्य को फायदा पहुंचाया जाए- विकास गोयल
- निष्पक्ष जांच करवाकर एनजीओ से ढलाव की ज़मीन को वापिस ले निगम- विकास गोयल
- अगले चुनाव में आम आदमी पार्टी निगम की सत्ता में आती है तो वह भाजपा द्वारा किए गए जमीनों के घोटालों की जांच करवाकर उचित कार्रवाई करेगी- विकास गोयल
नई दिल्ली: 1 फरवरी 2022
आज उत्तरी निगम में बजट पर चर्चा के लिए सदन की विशेष बैठक बुलाई गई थी। सदन की चर्चा में भाग लेते हुए आम आदमी पार्टी से नेता विपक्ष विकास गोयल ने वार्ड संख्या 73एन की भाजपा पार्षदा मंजू खंडेलवाल द्वारा अपने वार्ड के ढलाव की ज़मीन को उस एनजीओ को दिए जाने का विरोध जताया जिसके कर्ता-धर्ता पार्षदा के पति हैं। नेता विपक्ष ने इस मामले पर निष्पक्ष जांच करवाकर उस एनजीओ से ढलाव की ज़मीन को वापिस लेने की मांग भी की है।
नॉर्थ एमसीडी के नेता विपक्ष विकास गोयल ने कहा कि आज नॉर्थ एमसीडी की हाउस की बैठक थी। बैठक के दौरान मैंने भाजपा पार्षदा द्वारा पति के एनजीओ को ज़मीन देने का मामला उठाया कि किस प्रकार से उन्होंने अशोक नगर की सरकारी ज़मीन को अपने पति के एनजीओ के नाम करवा दिया। निगम के संविधान के नियम इस बात की कहीं इजाजत नही देते कि पार्षदा द्वारा अपने घर के किसी सदस्य को फायदा पहुंचाया जाए। लेकिन हैरानी की बात है कि भाजपा पार्षदा और निगम के मेयर का कहना है कि इसमें कोई बुराई नहीं है। यह कार्य ना केवल गैर कानूनी है बल्कि भाजपा पार्षदा द्वारा भ्रष्टाचार का एक और नया तरीका अपनाया गया है।
इससे पहले भी निगम के भाजपा नेता कई बार निगम की जमीनों को बेचते रहे हैं। जिसको लेकर हमने हमेशा विरोध जताया है और इसकी जानकारी जनता तक पहुंचाई है। आम आदमी पार्टी इस तरह के अनैतिक और भ्रष्टाचार पूर्ण कार्य की निंदा करती है। हाउस की बैठक में मैंने इस मामले पर निष्पक्ष जांच करवाकर उस एनजीओ से ढलाव की ज़मीन को वापिस लेने की मांग की है। यदि अगले निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी निगम की सत्ता में आती है तो वह भाजपा द्वारा किए गए जमीनों के घोटालों की जांच करवाकर उचित कार्रवाई करेगी।