- दिल्ली के प्रमुख मॉल अगले 6 महीनों में अपनी पार्किंग क्षमता के लगभग 5 फीसदी क्षेत्र में ईवी चार्जिंग पॉइंट स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, शॉपिंग मॉल्स में 6 महीने में 1 हजार नए चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे
- प्रोत्साहन और गाइडबुक के अलावा केजरीवाल सरकार उन सभी मॉल को राज्य ईवी सेल के माध्यम से सहायता भी प्रदान करेगी जो आगामी 6 माह में अपने 5 फीसदी पार्किंग क्षेत्र में ईवी चार्जर प्वाइंट बनवाएंगे- जस्मिन शाह
- शॉपिंग मॉल संचालक हमेशा अपने मॉल में ग्राहकों की संख्या बढ़ाने के नए तरीके तलाशते हैं, इस दिशा में ईवी चार्जर लगाना एक बेहतर विचार है- अभिषेक बंसल
- हम न केवल ईवी चार्जिंग सुविधा प्रदान करने बल्कि उपभोक्ताओं को ईवी के बारे में जागरूक करने के लिए केजरीवाल सरकार के साथ सहयोग करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं- पुष्पा बेक्टर
नई दिल्ली, 04 फरवरी, 2022
दिल्ली के शॉपिंग मॉल में ईवी चार्जिंग को आसान बनाने के लिए डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन (डीडीसी) और वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट, इंडिया (डब्ल्यूआरआई इंडिया) ने आज ‘दिल्ली में शॉपिंग मॉल के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) चार्जिंग गाइडबुक’ जारी की। इसके साथ ही दिल्ली देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने शॉपिंग मॉल के पार्किंग क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग को बढ़ावा देने के लिए गाइडबुक लॉन्च की है।
गाइडबुक को डीडीसी के उपाध्यक्ष जस्मिन शाह, डब्ल्यूआरआई इंडिया के कार्यकारी निदेशक (एकीकृत परिवहन) अमित भट्ट और दिल्ली शॉपिंग मॉल / संघों के प्रतिनिधियों ने लॉन्च किया। शॉपिंग मॉल के प्रतिनिधियों ने ईवी को बढ़ावा देने की दिल्ली सरकार की पहल का स्वागत किया। अगले 6 महीनों में मॉल में कम से कम 5 फीसदी पार्किंग क्षेत्र में ईवी चार्जर लगाने का भरोसा दिया
ईवी चार्जिंग की सुविधा प्रदान करने से शॉपिंग मॉल को फ़ायदा हो सकता है। इससे ग्राहकों की संख्या, ग्राहकों का समय और मॉल का राजस्व बढ़ सकता है। इस तरह की मार्गदर्शिका शॉपिंग मॉल मालिकों को ईवी चार्जिंग के महत्व को समझने में सहायता करती है। इसके साथ ही ईवी चार्जिंग के अवसर का आंकलन और प्रभावी निर्णय लेने के लिए इससे जुड़ी प्रक्रिया की जानकारी देती है।
केजरीवाल सरकार ने शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने और दिल्ली को भारत की ईवी राजधानी बनाने के लक्ष्य के साथ, अगस्त 2020 में दिल्ली इलेक्ट्रिक वाहन नीति की घोषणा की। इस नीति का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देकर दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार करना है। 2024 तक सभी नए वाहन पंजीकरण में 25 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी का लक्ष्य है।
जस्मिन शाह ने कहा कि दुनिया का हर शहर जिसने ई-मोबिलिटी की दिशा में बड़ी छलांग लगाई है, उसने मजबूत चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के दम पर ऐसा किया है। इसके अलावा अब यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि कार्यालय, आवास या मॉल, जिस स्थान पर वाहन रूके वहां पर चार्जिंग पॉइंट हो। दिल्ली को भारत की ईवी राजधानी बनाने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार की ईवी नीति में इस तरह के आमूलचूल बदलाव की कल्पना की गई है।
शॉपिंग मॉल मालिकों को दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए नए अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए जस्मिन शाह ने कहा कि शॉपिंग मॉल ई-मोबिलिटी और कम प्रदूषण के एजेंडे को आगे बढ़ाने में हमारे सहयोगी हैं। प्रोत्साहन और गाइडबुक के अलावा केजरीवाल सरकार उन सभी मॉल को राज्य ईवी सेल के माध्यम से सहायता भी प्रदान करेगी जो आगामी 6 माह में अपने 5 फीसदी पार्किंग क्षेत्र में ईवी चार्जर प्वाइंट बनवाएंगे
अमित भट्ट ने कहा कि चार्जर की उपलब्धता के अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने में लगने वाला समय एक प्रमुख मुद्दा है। इसलिए अन्य गतिविधियों के साथ वाहन चार्ज करना एक बेहतर उपाय हो सकता है और ऐसा करने का एक तरीका खरीदारी के दौरान होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक ग्राहक दिल्ली के एक शॉपिंग मॉल में औसतन लगभग 90 मिनट बिताता है। इसलिए शॉपिंग मॉल में व्यापक ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर होने से ग्राहकों को बिना कोई अतिरिक्त समय बर्बाद किए अपने वाहनों को चार्ज करने में मदद मिलेगी।
शॉपिंग सेंटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एससीएआई) के अध्यक्ष मुकेश कुमार ने इस पहल के लिए दिल्ली सरकार और गाइडबुक की सराहना की।
पैसिफिक मॉल्स के कार्यकारी निदेशक अभिषेक बंसल ने कहा कि शॉपिंग मॉल संचालक हमेशा मॉल में ग्राहकों की संख्या बढाने के नए तरीकों की तलाश में रहते हैं। इस दिशा में ईवी चार्जर लगाना एक बेहतर विचार है। उन्होंने कहा कि पैसिफिक मॉल्स पहले से ही सीएम अरविंद केजरीवाल के विजन दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने में मदद कर रहा है। हमने 9 ईवी चार्जिंग स्टेशनों बनाए हैं और अन्य 6 चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर रहे हैं।
सिलेक्ट सिटीवॉक के कार्यकारी निदेशक योगेश्वर शर्मा ने इस पहल को अपना पूरा समर्थन दिया और कहा कि मॉल का इरादा इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पार्किंग के 5 फीसदी से अधिक क्षेत्र में चार्जर लगाने का है।
डीएलएफ शॉपिंग मॉल के कार्यकारी उपाध्यक्ष और प्रमुख पुष्पा बेक्टर ने जानकारीपूर्ण गाइडबुक की सराहना की। उन्होंने कहा कि हम न केवल ईवी चार्जिंग सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, बल्कि अपने उपभोक्ताओं के बीच ईवी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दिल्ली सरकार के साथ सहयोग करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।
दिल्ली इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2020 के तहत केजरीवाल सरकार ने दिल्ली को भारत की ईवी राजधानी बनाने की दिशा कई कदम उठाए हैं। निजी संस्थाओं (शॉपिंग मॉल, कार्यालय परिसर, आरडब्ल्यूए आदि) सहित 30 हजार ईवी चार्जर लगवाने के लिए सब्सिडी प्रदान करने वाला पहला राज्य है। इसके अलावा 100 या इससे अधिक वाहनों की पार्किंग क्षमता वाले व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को ईवी चार्जर के साथ इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पांच फीसदी पार्किंग स्थान आरक्षित करने के निर्देश दिए गए। शहर में निजी और अर्ध-सार्वजनिक स्थानों पर ईवी चार्जिंग पॉइंट्स लगवाने के लिए सिंगल-विंडो सुविधा की शुरुआत की गई। सिंगल-विंडो की सुविधा ने दिल्ली में ईवी चार्जिंग पॉइंट्स की स्थापना को बहुत सुविधाजनक बना दिया है। मॉल या किसी भी व्यावसायिक क्षेत्र में सात दिन के भीतर धीमे चार्जर न्यूनतम 2,495 रुपये में लगवाए जा सकते हैं। पूरे देश में ईवी चार्जिंग के लिए दिल्ली में सबसे प्रगतिशील टैरिफ भी है। वहीं शॉपिंग मॉल में ईवी चार्जिंग के लिए गाइडबुक लॉन्च करने से पहले डीडीसी ने नवंबर 2021 में दिल्ली में कॉरपोरेट्स के लिए वर्कप्लेस चार्जिंग को बढ़ावा देने के लिए एक गाइडबुक भी जारी की थी।
इन प्रगतिशील फैसलों के कारण दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखा जा रही है। दिल्ली में सितंबर और नवंबर 2021 के बीच वाहनों की बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी करीब 9 फीसदी रही है, जबकि राष्ट्रीय औसत 1.6 फीसदी रहा है।