- भाजपा शासित निगम की यह एक और ओछी हरकत है, इस ज़मीन को बेचकर अपने पार्टी नेताओं को फ़ायदा पहुंचाना चाहते हैं- विशेष रवि
- यह भाजपा शासित निगम के भ्रष्ट रवैये को दर्शाता है- विशेष रवि
- झंडेवालान क्लीनिक में रोजाना करीब 400 मरीज़ों आते है, जिन्हें अब पैसे देकर दिखाना पड़ेगा- विशेष रवि
नई दिल्ली, 05 फ़रवरी, 2022
करोल बाग विधायक विशेष रवि ने उपराज्यपाल से गुहार लगाई है कि वह भाजपा शासित उत्तर दिल्ली नगर निगम को झंडेवालान चेस्ट क्लीनिक और क़ुतुबगढ़ डिस्पेन्सरी कॉम्प्लेक्स की ज़मीन को बेचने से रोकें। विधायक ने कहा कि निगम की संपत्ति को नीलाम करने का कार्य “डीएमसी ऐक्ट” का उल्लंघन है और इसे रोकना कानूनी तौर पर अनिवार्य है ।
उन्होंने कहा कि पहला एक्स्प्रेशन ऑफ़ इंट्रेस्ट फेल हो जाने के बाद भी निगम ने एक बार फिर से एक्स्प्रेशन ऑफ़ इंट्रेस्ट 2 फरवरी को जारी किया है। विधायक ने बताया कि उत्तर दिल्ली नगर निगम ने चालाकी से महज़ 400-500 वर्ग मीटर जमीन का ही उल्लेख किया है। जबकि झंडेवालान क्लिनिक का असल क्षेत्रफल 3700 वर्ग मीटर है। विधायक को क्लीनिक के स्टाफ़ ने बताया की आज भी क्लिनिक में रोज़ाना 300-400 मरीज़ अपने इलाज के लिए आते हैं। साथ ही यह क्लीनिक आसपास की 28 डिस्पेंसरियो की भी मदद करता है ।
विधायक विशेष रवि को स्टाफ़ ने बताया है कि उन्हें लगता है की भाजपा शासित निगम यह कार्य भाजपा के नेताओं की झोली अवैध रूप से भरने के लिए कर रही है। पहले यह होम्योपैथिक क्लिनिक और मलेरिया का दफ़्तर भी था। जिसे निगम ने इस छुपे उद्देश्य के तहत बंद कर दिया और फिर इमारत को ढाह दिया, ताकि भाजपा के नेताओ को फ़ायदा पहचाने के लिए निगम इस पूरी ज़मीन को नीलाम कर सके।
विधायक ने कहा कि यह कदम निगम के भ्रष्ट रवैये और अहंकार को दिखाता है। भाजपा की निगम का यह रवैया सिर्फ़ अपने नेताओं को फ़ायदा पहचाने के लिए है।