- एडमिशन को लेकर स्टूडेंट्स में जबरदस्त उत्साह, रजिस्ट्रेशन शुरू होने के कुछ दिनों के अंदर ही आए 7500 से अधिक आवेदन
- आई.बी., ऑस्ट्रेलियन काउंसिल फॉर एजुकेशनल रिसर्च, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप, आईआईटी दिल्ली, विद्या मंदिर क्लासेज समेत कई पार्टनर्स के साथ मिलकर हर तबके के बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा देने का सपना पूरा कर रही केजरीवाल सरकार
- दिल्ली सरकार के आर्म्ड फोर्सेज प्रीप्रेटरी स्कूल में तैयार होंगे भविष्य के सैन्य अफसर, झड़ौदा कलां में 14 एकड़ में फैला होगा कैंपस
- दिल्ली को स्पेशलाइज्ड एजुकेशन का हब बना रहे एसओएसई, नए सत्र में एडमिशन के लिए 28 फरवरी तक करें आवेदन
- हर बच्चे को मौका देने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में किया महत्वपूर्ण बदलाव, ख़त्म की पिछली कक्षा में न्यूनतम अंक की बाध्यता
नई दिल्ली, 17 फरवरी, 2022
हर तबके को विश्वस्तरीय शिक्षा देने की दिशा में केजरीवाल सरकार द्वारा पिछले वर्ष शुरू किए गए स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस को शानदार सफलता मिली है। इसे देखते हुए शैक्षणिक सत्र 2022-23 में दिल्ली में 11 नए स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस स्कूल स्थापित किए गए हैं। जिससे दिल्ली में अब स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस की संख्या बढ़कर 31 हो गई है। केजरीवाल सरकार के ये स्कूल 5 क्षेत्रों में स्पेशलाइज्ड एजुकेशन देते हैं, जिसमें साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स (स्टेम),ह्यूमैनिटीज,परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स, हाई-एंड 21वीं सेंचुरी स्किल्स और आर्म्ड फोर्सेज प्रीप्रेटरी स्कूल शामिल है। इन स्कूलों में नए सत्र के लिए दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। स्टूडेंट्स अपने पसंदीदा डोमेन में कक्षा 9वीं में दाखिले के लिए 28 फरवरी तक आवेदन कर सकते हैं। साथ ही इस साल स्टेम व आर्म्ड फोर्सेज प्रीप्रेटरी स्कूल में कक्षा 11वीं में भी दाखिले लिए जाएंगे। पूरी एडमिशन प्रक्रिया के दौरान बच्चों की मदद करने के लिए सभी एसओएसई में एडमिशन हेल्पडेस्क भी लगाए गए हैं। एडमिशन संबंधी किसी भी सवाल पर मदद के लिए बच्चे अपने नजदीकी एसओएसई में जा सकते हैं।
क्यों खास है स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस
दिल्ली सरकार द्वारा शुरू किए गए एसओएसई अपने स्टूडेंट्स को नए जमाने के करिकुलम और स्पेशलाइज्ड डोमेन में लर्निंग के लिए वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर और फैकल्टी की सुविधा प्रदान करते हैं। यहाँ वैश्विक स्तर पर ख्याति प्राप्त एक्सपर्ट संस्थानों की भागीदारी द्वारा हाई क्वालिटी स्पेशलाईज़्ड एजुकेशन सुनिश्चित की जाती है। एसओएसई में विद्यार्थियों के पास उनकी रूचि के विषयों में प्रोजेक्ट्स, फील्ड विजिट, इंटर्नशिप इत्यादि के माध्यम से एक्सपीरियंशियल लर्निंग के अवसर उपलब्ध होते हैं। यहाँ विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ उन्हें उनके चुने हुए स्पेशलाईज़्ड एरिया में सफलता प्राप्त करने के लिये ट्रेनिंग दी जाती है। एसओएसई में विद्यार्थियों को अपने पसंदीदा विश्वविद्यालय में दाखिला लेने और नए दौर के रोजगार के अवसरों पर केंद्रित तैयारी करवाई जाती है।
अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रख्यात संस्थाओं के साथ नॉलेज पार्टनरशिप
एसओएसई में बच्चों अंतराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा देने के लिए दिल्ली सरकार ने विश्व के प्रख्यात संस्थानों के साथ पार्टनरशिप की है। इन संस्थानों में इंटरनेशनल बैकलॉरिएट (आई.बी) ऑस्ट्रेलियन काउंसिल फॉर एजुकेशनल रिसर्च, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) दिल्ली, विद्यामंदिर क्लासेज, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआईएफटी) दिल्ली, टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस), नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा (एनएसडी), ग्लोबल म्यूजिक इंस्टिट्यूट, लेंड-अ-हैंड इंडिया, मणिपाल एकेडमी ऑफ़ हायर एजुकेशन, आदि शामिल है। जो बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा देकर उन्हें उच्च शिक्षा संस्थानों व एस्पिरेशनल करियर के अवसरों के लिए तैयार करने में मदद करेंगे।
सेना में देश की सेवा के लिए बच्चों को तैयार करेगा आर्म्ड फोर्सेज प्रीप्रेटरी स्कूल
इस साल एसओएसई में आर्म्ड फोर्सेज प्रीप्रेटरी स्कूल भी शामिल किया गया है। इसका उद्देश्य सैन्य अफसर बनकर सशस्त्र बलों के माध्यम से राष्ट्र की सेवा करने का सपना देखने वाले स्टूडेंट्स को तैयार करना है। इस सत्र में एएफपीएस में 9वीं व 11वीं कक्षा में एडमिशन लिए जाएंगे। झड़ौदा कलां में 14 एकड़ के क्षेत्र में फैला ये एक रेजिडेंशियल स्कूल होगा, जहाँ पढ़ाई के साथ-साथ स्टूडेंट्स को इंडियन आर्म्ड फोर्सेज में शामिल होने के लिए तैयार किया जाएगा।
सभी स्कूल दिल्ली बोर्ड ऑफ़ स्कूल एजुकेशन से एफिलिएटेड
स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस, दिल्ली बोर्ड ऑफ़ स्कूल एजुकेशन (डीबीएसई) से मान्यता प्राप्त है। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को रटने की पद्धति से दूर कर असेसमेंट को उनके प्रतिदिन के टीचिंग-लर्निंग प्रैक्टिस में इंटीग्रेट करना है। यहाँ असेसमेंट केवल साल के अंत में 3 घन्टे की परीक्षा से बच्चों के ज्ञान की जाँच करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यहां पूरे साल लगातार चलने वाले असेसमेंट द्वारा बच्चों के लर्निंग लेवल को जांचकर उसे और बेहतर किया जाता है। गौरतलब है कि दिल्ली बोर्ड ऑफ़ स्कूल एजुकेशन, सीबीएसई व अन्य स्कूल बोर्ड के समान ही है। जिसका प्रमाणपत्र देश के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए मान्य है।
हर बच्चे को मौका देने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में किया महत्वपूर्ण बदलाव
इस साल एसओएसई में एडमिशन के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। कोरोना के दौरान स्टूडेंट्स का मेंटल-इमोशनल वेल-बींग प्रभावित हुआ। बहुत से बच्चों के मार्क्स में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। इसे ध्यान में रखते हुआ सत्र 2022-23 में एसओएसई में एडमिशन के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया से पिछली कक्षाओं में न्यूनतम अंक लाने की बाध्यता को खत्म कर दिया है। इसके परिणाम स्वरुप अब ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स एसओएसई में आवेदन कर पाएंगे।
क्या है एडमिशन की प्रक्रिया
एसओएसई में दिल्ली के वैध पता प्रमाण पत्र के साथ दिल्ली के किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल से पढ़ा बच्चा एडमिशन ले सकता है। एडमिशन के लिए कैंडिडेट को edudel.nic.in/sose पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर एसओएसई में आवेदन करना होगा। एसओएसई में आवेदन की अंतिम तिथि 28 फरवरी तक है। पूरी एडमिशन प्रक्रिया के दौरान बच्चों की मदद करने के लिए सभी एसओएसई में एडमिशन हेल्पडेस्क भी लगाए गए है। आवेदन के बाद शार्ट लिस्टेड कैंडिडेट्स को एक एप्टिट्यूड टेस्ट देना होगा, जिसके प्रदर्शन के आधार पर उन्हें एडमिशन दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि नए सत्र में एसओएसई में आवेदन करने के लिए स्टूडेंट्स में बहुत उत्साह है। रजिस्ट्रेशन शुरू होने के कुछ दिनों के भीतर ही 7500 से अधिक बच्चे आवेदन कर चुके हैं।