पीएमईजीपी (प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम) योजना ने नरदीप सिंह को एक सफल उद्यमी बनने में सहायता की है। गर्व के भाव से नरदीप सिंह ने अपनी सफलता के बारे में बताते हैं, “मैंने नौकरी के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन सफलता पाने में विफल रहा। इससे निराश होकर मैंने उधमपुर स्थित जम्मू और कश्मीर खादी ग्राम उद्योग बोर्ड से संपर्क किया। वहां, जिला के अधिकारी ने मुझे पीएमईजीपी योजना के बारे में जानकारी दी और इसके बारे में आश्वस्त किया। इस तरह मेरे भीतर एक उद्यमी पैदा हुआ।” उन्होंने आगे कहा, “इसके बाद मैंने हाइड्रोलिक उपकरण इकाई के निर्माण के लिए 24.96 लाख रुपये की ऋण सहायता के लिए आवेदन किया था। इस आवेदन को आखिरकार डीएलटीएफसी (जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी) ने अपनी मंजूरी दी।” नरदीप ने आगे बताया, “जीवन में विफलताओं के बावजूद मैंने अपनी अंतरात्मा से कभी समझौता नहीं किया। मैंने एक जोखिम लिया और आखिरकार मुझे इसका लाभ मिला। फिलहाल मैं लगातार अपनी क्षमताओं को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहा हूं।”
एमएसएमई मंत्रालय 2008-09 से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) को संचालित कर रहा है। गैर-कृषि क्षेत्र में सूक्ष्म उद्यम स्थापित करके देश में रोजगार के अवसर उत्पन्न के लिए राष्ट्रीय स्तर पर खादी और ग्राम उद्योग आयोग (केवीआईसी) को नोडल एजेंसी बनाया गया है।
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