- अनारकली वॉर्ड में गुरू नानक मार्ग का नामकरण होना था, मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने हस्ताकर करने से साफ मना किया- आप
- हमने भूख हड़ताल का फैसला किया जिसके बाद हस्ताक्षर करने पर मजबूर हुए मेयर- आप
- मेयर ने फाइल को अपने पी.ए की तरफ फेंककर कहा कि यह फाइल वापस नहीं दी जाएगी- मनोज त्यागी
- आज की वाक्या मेयर की सिख विरोधी और जन विरोधी मानसिकता को दर्शाता है- मनोज त्यागी
नई दिल्ली: 21 फरवरी 2022
आम आदमी पार्टी ने आज ईस्ट एमसीडी के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल के खिलाफ भूख हड़ताल की। ‘आप’ पार्षद रेखा दीक्षित का आरोप है कि मेयर ने ‘सड़क के नामकरण उद्घाटन’ की अर्ज़ी पर पहले तो हस्ताक्षर कर पास कर दिया। लेकिन जब हम गुरू नानक मार्ग के पत्थर की अनुमति के लिए पहुंचे तो उन्होंने हस्ताक्षर करने से साफ इंकार कर दिया। इसके तहत एलओपी मनोज त्यागी के नेतृत्व में हमने ईस्ट एमसीडी के मुख्यालय पर अनिश्चितकाल भूख हड़ताल करने का फैसला किया। इस दौरान हमने कीर्तन भी किया। ईस्ट एमसीडी के एलओपी मनोज त्यागी ने कहा कि अंत में 4:30 बजे मेयर की तरफ से दो निगम पार्षद, दीपक मलोहत्रा और संदीप कपूर आए। उन्होंने हमसे कहा कि आप अपनी फाइल हमें दे दीजिए, हम हस्ताक्षर करके देते हैं। तो आखिर में आम आदमी पार्टी की जीत हुई और मेयर को हमारे विरोध के आगे झुकना ही पड़ा।
अनारकली वॉर्ड 22ई से ‘आप’ पार्षद रेखा दीक्षित ने कहा कि अनारकली वार्ड 22ई में गुरू नानक मार्ग का नामकरण 20 फरवरी 2022 को होना तय हुआ था। इसके लिए ईस्ट एमसीडी के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने 10 फरवरी 2022 को ‘सड़क के नामकरण’ के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर उसे पास कर दिया। इसके बाद नामकरण उद्घाटन के लिए असिस्टेंट इंजीनियर ने फाईल तैयार की और उसपर सभी अधिकारियों व कमिश्नर से साईन कराया। 17 फरवरी 2022 को पत्थर पर गुरू नानक मार्ग के नामकरण के लिए फाइल को मेयर साहब के यहाँ अंतिम अनुमति के लिए भेजी गया। हैरानी की बात है कि मेयर ने फाइल पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया।
निगम अधिकारियों ने मेयर को बताया कि आपकी अनुमति के बाद ही नामकरण उद्घाटन की सभी तैयारियां करवाई गई हैं। यह सुनने के बाद भी मेयर ने उनकी एक ना सुनी। जिसके कारण अनारकली वार्ड 22ई में 20 फरवरी को गुरू नानक मार्ग का नामकरण नहीं हो पाया। लेकिन हम चुप बैठने वालों में से बिल्कुल नहीं हैं। इसके विरोध में आज एलओपी मनोजी त्यागी के नेतृत्व में हम सभी ने मिलकर पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मुख्यालय पर अनशन किया। हमने तय किया कि जब तक मेयर श्याम सुन्दर अग्रवाल फाईल पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे तब तक हम अन्न का एक भी दाना व जल की एक बूंद भी नही लेंगे।
ईस्ट एमसीडी के नेता प्रतिपक्ष मनोज त्यागी ने कहा कि मेरे कार्यालय से कर्मचारी और मेरा एक सहयोगी मेयर साहब के पास जब गुरु नानक मार्ग फाइल को लेकर पहुंचे तो मेयर साहब ने फाइल पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। जबकी अनारकली वॉर्ड में गुरू नानक मार्ग के नामकरण की अनुमति मेयर साहब ने मेरे सामने ही दी थी। अंतिम अनुमति के दौरान ना सिर्फ उन्होंने फाइल पर हस्ताक्षर करने से मना किया बल्कि उस फाइल को अपने पी.ए की तरफ फेंक कर बोले कि यह फाइल नहीं होगी। पी.ए ने मेरे कार्यालय से गए हुए कर्मचारी को फाइल वापस कर दी।
हर सदन में व्यक्तिगत नाम पर 50-50 सड़को के नामकरण को मेयर साहब मंजूरी देते हैं। लेकिन गुरु नानक जी के नाम पर सड़क के नामकरण पर स्वीकृति न देना साफ दर्शाता है कि भाजपा के मेयर जन विरोधी, तानाशाही, कर्मचारी विरोधी, अलोकतंत्रित हैं। साथ ही उनकी सिख विरोधी मानसिकता भी साफ दिखाई देती है। इसलिए आज मैं तब तक भूख हड़ताल पर बैठा रहा जबतक मेयर साहब ने गुरु नानक जी मार्ग की फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर दिए। अंत में 4:30 बजे मेयर की तरफ से दो निगम पार्षद, दीपक मलोहत्रा और संदीप कपूर आए। उन्होंने हमसे कहा कि आप अपनी फाइल हमें दे दीजिए, हम हस्ताक्षर करके देते हैं। आखिर में आम आदमी पार्टी की जीत हुई और मेयर को हमारे विरोध के आगे झुकना ही पड़ा।
इस मौके पर आम आदमी पार्टी नेता श्रवण दीक्षित, क्षितिज शर्मा, विजय, मनदीप सिंह, गगनदीप सिंह रिंकल, प्रीतपाल सिंह काका, प्रियंका चतुर्वेदी, कविता सिरोही, पंडित संजीव शर्मा, अजय मधोक, राजिंदर सिंह, शिव कुमार शर्मा, मयंक वशिष्ठ, सुखविंदर सिंह, अभिनव तलवार, ईशपाल सिंह पाली, करमजीत सिंह, निशा, उमा खन्ना, मुमताज, अनीता हाकम, गुरप्रीत सिंह सूरी, चंदन गंभीर, हरमीत सिंह, सुखमन सिंह, बलजिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह कोहली, जसप्रीत सिंह कोहली, भारती, शिव प्रकाश तिवारी, नीरज तलवार आदि मौजूद रहे।