- मीनाक्षी लेखी का कहना है कि ‘आप’ के विपरीत बीजेपी ने दिल्ली में बहुत काम किया, लेकिन रिपोर्ट कुछ और ही कहती है- दुर्गेश पाठक
- मीनाक्षी लेखी द्वारा एमसीडी के स्कूलों को बेहतर कहना हास्यपद, जनता भी सच्चाई से परिचित- दुर्गेश पाठक
- 15 सालों के शासन में बीजेपी के पार्षद अमीर होते गए और एमसीडी के कर्मचारी गरीब होते गए- दुर्गेश पाठक
- दिल्ली की सड़कों और गलियों पर पड़े कूड़े से स्पष्ट, बीजेपी शासित एमसीडी ने दिल्ली में क्या काम किया- दुर्गेश पाठक
नई दिल्ली: 22 फरवरी 2022
बीजेपी की केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली सरकार और एमसीडी के कामों की तुलना की। उन्होंने एमसीडी के कामों को बेहतर बताया, एमसीडी के स्कूलों को बेहतर बताया। इसपर जवाब देते हुए ‘आप’ एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि बीजेपी शासित एमसीडी ने दिल्ली में क्या किया है, उसका नज़ारा तब दिखाई देता है जब आप सड़कों पर घूमते हैं। आज दिल्ली की सड़कें और नालियां कूड़े से भरी पड़ी हैं। इनके पार्षद अमीर होते गए और कर्मचारी गरीब होते गए। दुर्गेश पाठक ने मीनाक्षी लेखी द्वारा एमसीडी स्कूलों को बेहतर कहने को हास्यपद बताया। उन्होंने कहा कि जनता असलियत जानती है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने मंगलवार को बयान जारी किया। दुर्गेश पाठक ने कहा कि आज केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बयान दिया कि भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम ने बहुत काम करके दिखाया जो दिल्ली सरकार नहीं कर पाई। उनका कहना है कि एमसीडी की तुलना में दिल्ली सरकार ने कई हज़ार गुणा पैसा बज़ट में अधिक खर्च किया। सबसे हास्यपद बात यह है कि उनका मानना है कि एमसीडी के स्कूल दिल्ली सरकार से बेहतर हैं। मैं उनसे कहना चाहूंगा कि पूरी दिल्ली जानती है कि असलियत क्या है। और उन्होंने जो प्रचार और काम करने में अंतर की बात की है, तो मैं उनकी बात से सहमत हूं। वाकई बीजेपी शासित एमसीडी प्रचार करते वक्त तो जनता से बड़े-बड़े वादे करती है, विकास की बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन उनके काम उसके बिल्कुल विपरीत हैं। विकास के नाम पर उन्होंने दिल्ली को गंदा कर रखा है। वादों के नाम पर उन्होंने दिल्ली की जनता और एमसीडी कर्मचारियों को बार-बार ठगा है।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि बीजेपी ने दिल्ली में क्या किया है, उसका शानदार नज़ारा तब दिखाई देता है जब आप सड़कों पर घूमते हैं। इसकी रिपोर्ट आपको वहीं से मिलेगी। आज दिल्ली की सड़कें और नालियां कूड़े से भरी पड़ी हैं। एक काम अच्छा हुआ है कि इनके पार्षद बहुत अमीर हुए हैं। सबने बड़ी-बड़ी गाड़ियां और कोठियां ले ली हैं। गरीब हुआ है तो दिल्ली का सफाई कर्मचारी। किसी की ज़िंदगी खराब हुई है तो वह है दिल्ली का सफाई कर्मचारी। दिल्ली में ऐसा कोई घर नहीं बनता है जिसके लिए बिजेपी पार्षद पैसे नहीं लेते हैं। यह बीजेपी की एमसीडी में 15 सालों के शासन की सबसे अच्छी रिपोर्ट है।