- हम चाहते हैं कि सभी बच्चों के सपने पूरे हों और उनका भविष्य उज्जवल हो, इसके लिए सरकार उनको सभी प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध कराएगी – राजेंद्र पाल गौतम
- महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने बाल संरक्षण गृह एवं सुधार गृह का किया औचक निरीक्षण
- कैबिनेट मंत्री ने सभी बच्चों से संवाद भी किया, जिसमें बच्चों ने अपने भविष्य की योजनाओं को साझा किया
नई दिल्ली, 23 फरवरी 2022
महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने आज बाल संरक्षण गृह एवं सुधार गृह का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने कहा कि केजरीवाल सरकार का मकसद सभी आश्रय गृहों को सरकारी स्कूलों की तरह विश्वस्तरीय बनाना है, ताकि पूरा देश इसे एक मॉडल के रूप में अपनाए।
मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने दोनों आश्रय गृहों का निरीक्षण करने के दौरान साफ सफाई और बच्चो को मिल रही सुविधाओं पर खासकर गौर किया। इस दौरान उन्होंने सभी बच्चों से संवाद भी किया, जिसमें सभी बच्चों ने अपने भविष्य की योजनाएं को उनसे साझा किया। मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने सभी बच्चों को आगे बढ़ने और एक अच्छा नागरिक बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने प्रधान सचिव संदीप कुमार को सलाह दी कि भविष्य में विभाग लगातार संवाद कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित करें, जिसमें स्वयं मंत्री और वरिष्ठ आईएएस व प्रशासनिक अधिकारी बच्चों से सीधा संवाद स्थापित कर उनके आत्मविश्वास और जीवन स्तर को ऊपर उठाने में मदद कर सकें। साथ ही संस्था में समस्याओं व उनके सुधार और संस्था के रखरखाव में सरकार व बालकों समेत अन्य संस्थाओं की सहभागिता को सुनिश्चित करने के निरंतर प्रयास किए जा सकें।
मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि हमारा मकसद है कि दिल्ली सरकार के सभी आश्रम गृह दिल्ली के सरकारी स्कूलों की तरह विश्वस्तरीय हों और एक मॉडल के रूप में सारा देश उसको अपनाए। हम चाहते हैं कि सभी बच्चों के सपने पूरे हों और उनका भविष्य उज्जवल हो। इसके लिए सरकार उनको सभी प्रकार की प्रशिक्षण सुविधाएं आदि उपलब्ध कराएगी।
दिल्ली बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष अनुराग कुंडू ने कैबिनेट मंत्री को सुझाव दिए गए कि ऐसी संस्थाओं में वैज्ञानिक आधार के साथ काम किया जाना चाहिए, जिसके अंतर्गत मनोवैज्ञानिक, खेलकूद व मनोरंजन की सुविधाओं के स्तर को बढ़ाने की आवश्यकता है।
मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने उनके सुझाव को विभाग को क्रियान्वित करने का निर्देश दिया और मौजूदा सुविधाओं में कमियों को दूर करने का भी निर्देश दिया गया।
दिल्ली में केजरीवाल सरकार द्वारा विक्षिप्त बच्चों के भविष्य को सुधारने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है, जिसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग पहले से ही संवेदनशील है।