दिल्ली के सरकारी स्कूल में बना मोंटेसरी लैब और यहां मौजूद सुविधाएं विश्वस्तरीय, देश के किसी दूसरे स्कूल में नहीं होंगी ऐसी सुविधाएं: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
केवल बड़ी क्लासों को ही बेहतरीन शिक्षा देकर नहीं बन सकते विश्व में नंबर 1, शीर्ष पर आने के लिए अर्ली चाइल्डहुड केयर एजुकेशन को भी बनाना होगा बेहतर: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
हर तबके के बच्चे को शानदार बचपन देने के लिए दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में अपनाएंगे मोंटेसरी लैब का ये अनूठा मॉडल: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
8 मार्च, नई दिल्ली
केजरीवाल सरकार दिल्ली के हर बच्चे को बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है और अपने स्कूलों में शिक्षा संबंधी नए, अनूठे व बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित कर रही है| इस दिशा में उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को राजेन्द्र नगर स्थित राणा प्रताप सर्वोदय विद्यालय में मोंटेसरी लैब का उद्घाटन किया| इस मौके पर श्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूल में बना ये मोंटेसरी लैब और यहां मौजूद सुविधाएं देश के किसी दूसरे स्कूल में नहीं होंगी| ये स्कूल पेरेंट्स को कॉन्फिडेंस देगा की यहां शानदार पढ़ाई होती है और वे ये ज़रूर सोचेंगे की उनके बच्चे भी इस स्कूल में पढ़े| उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार मोंटेसरी लैब का ये शानदार मॉडल पूरी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अपनाएगी|
श्री सिसोदिया ने कहा कि आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्त्व में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हर तबके को चाहे वो अमीर हो या गरीव विश्व के किसी विकसित देश जैसी शानदार शिक्षा सुविधाएं मिल रही है| पिछले 7 सालों में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को वर्ल्ड क्लास बनाया गया है, यहां अब टीचर्स का खुद पर कॉन्फिडेंस बढ़ रहा है, रिजल्ट शानदार आने लगे है| और अब दिल्ली सरकार अर्ली चाइल्डहुड केयर एजुकेशन को भी वर्ल्ड क्लास बनाएगी क्योंकि ये बच्चों के डेवलपमेंट के लिए सबसे महत्वपूर्ण समय होता है|
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दुनियाभर की रिसर्च ये बताती है कि बच्चे के पैदा होने से लेकर दूसरी कक्षा तक आने के बीच के समय तक बच्चों की बहुत सारी कंडीशनिंग हो जाती है क्योंकि ये सीखने का महत्वपूर्ण समय होता है| इसलिए इस उम्र में बच्चों में कॉन्फिडेंस लाना, डर खत्म करना और उनमें समझ विकसित करना बेहद जरुरी है| यदि इस समय बच्चों में कॉन्फिडेंस डेवलप नहीं हुआ तो आगे आने वाले समय में बच्चा टॉपर होने का बावजूद डरेगा| उन्होंने कहा कि केवल बड़ी क्लासों को ही बेहतरीन शिक्षा देकर विश्व में नंबर 1 नहीं बना जा सकता है| विश्व में नंबर 1 बनने के लिए हमें अर्ली चाइल्डहुड केयर एजुकेशन को भी बेहतर बनाना होगा और दिल्ली के सरकारी स्कूलों में इसकी शुरुआत हो चुकी है|
मोंटेसरी लैब का उद्देश्य
- बच्चों को सर्वांगीण विकास के अवसर उपलब्ध करवाना
- बच्चों में ‘Learning by Doing’ को प्रोत्साहित करना
3.बच्चों में वेल-बींग व लाइफ स्किल्स विकसित करना
मोंटेसरी लैब में मौजूद सुविधाएं
राजेन्द्र नगर में स्थित इस स्कूल में बनाए गए मोंटेसरी लैब को दो भागों में बांटा गया है| यहां मौजूद लैब बच्चों के सीखने संबंधी विश्वस्तरीय सुविधाओं व एक्टिविटीज के लिए लर्निंग-मटेरियल से लैस है| जो बच्चों में बच्चों में रिसर्च, कम्युनिकेशन, थिंकिंग,सोशल,सेल्फ-मैनेजमेंट आदि जैसे स्किल्स सीख सके और उनमें भविष्य के लिए मजबूत नीँव तैयार हो सके| इसके अतिरिक्त स्कूल में लैब से जुड़ा हुआ एक ओपन एरिया भी तैयार किया गया है, जहाँ मौजूद विभिन्न खेल-सामग्री व अन्य चीजें का इस्तेमाल बच्चों को बेहतर ढंग से लर्निंग देने में किया जाएगा|